Move to Jagran APP

21 साइबर अपराधी गिरफ्तार, ऐसे करते थे जालसाजी

ऑनलाइन ठगी के सबसे बड़े गिरोह का पर्दाफाश कर 21 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है।

By Sachin MishraEdited By: Published: Thu, 20 Jul 2017 10:30 AM (IST)Updated: Thu, 20 Jul 2017 02:59 PM (IST)
21 साइबर अपराधी गिरफ्तार, ऐसे करते थे जालसाजी

जागरण संवाददाता, रांची/तुपुदाना। रांची में रहकर पूरी दुनिया से ऑनलाइन ठगी करने वाले 21 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। यह गिरफ्तारी कर्नाटक पुलिस की निशानदेही पर रांची के जगन्नाथपुर से हुई है। अब तक झारखंड में पकड़े गए साइबर अपराधियों का यह सबसे बड़ा गिरोह है। इनमें 20 अपराधी साउथ (तेलंगाना, कर्नाटक और तमिलनाडू) और एक बिहार के गोपालगंज जिले का रहने वाला है।

loksabha election banner

जानकारी के अनुसार, कर्नाटक पुलिस चिक मंगलूर टाउन थाना में बीते 20 मार्च को दर्ज हुए कांड संख्या 182/17 की छानबीन करते हुए रांची पहुंची। रांची एसएसपी से मिलने के बाद जगन्नाथपुर पुलिस के साथ मिलकर पटेलनगर रोड नंबर 15 स्थित एक दो मंजिले मकान में छापेमारी कर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। इनमें गिरोह का सरगना कारू सिंह समेत चार लोग फरार हैं।

कर्नाटक पुलिस सभी अपराधियों को ट्रांजिट रिमांड पर कनार्टक लेकर जाएगी। हालांकि रांची पुलिस भी रांची के अलग-अलग थानों में दर्ज ऑनलाइन ठगी संबंधी मामलों की पड़ताल में जुट गई है। कई अधिकारी देर रात तक अपराधियों का रांची कनेक्शन खंगालने में जुटे थे।

12 लाख की सफारी के नाम पर ठगे 1.48 लाख:

कर्नाटक पुलिस की टीम में शामिल सबइंस्पेक्टर केआर रघु के मुताबिक ऊडु़पी जिला निवासी व्यवसायी मोहन भट्ट से अपराधियों ने चेहरा पहचानो और इनाम जीतो प्रतियोगिता से 1.48 लाख रुपये की ठगी कर ली। अपराधियों ने उन्हें 12 लाख की सफारी कार निकलने के नाम पर झांसे में लिया और तीन किस्तों में 1.48 लाख रुपये जमा करवा लिए। इसमें पहली किस्त में 1 प्रतिशत राशि, दूसरी में 1.5 प्रतिशत और तीसरी किस्त में तीन प्रतिशत राशि अपने बैंक खाते में जमा करवाए। इसके बाद लगातार पैसे की मांग करते रहे। इसकी शिकायत पुलिस से की गई थी।

रांची में मिला लोकेशन:

चिक मंगलूर टाउन थाना की पुलिस ने जब घटना की छानबीन शुरू की तो अपराधियों का लोकेशन रांची मिला। इस दौरान पुलिस को यह भी पता लग गया था कि कर्नाटक और बिहार के 25 अपराधी मिलकर पूरे देश में बड़ा जाल बिछाकर ऑनलाइन ठगी कर लोगों को चूना लगा रहे हैं। इसके बाद पुलिस की पांच सदस्यीय टीम रांची पहुंची और उन्हें दबोच लिया।

ऐसे करते थे जालसाजी:

फोन के माध्यम से एटीएम का पिन पूछकर ऑनलाइन ठगी, नौकरी के नाम पर ऑनलाइन ठगी, ऑनलाइन शॉपिंग के नाम पर ठगी, सेक्सव‌र्द्धक दवाओं की बिक्री के नाम पर ऑनलाइन ठगी।

ये सामान हुए हैं बरामद:
गिरफ्तार अपराधियों के पास से एक लैपटॉप, 65 मोबाइल फोन, 12 एटीएम, एक प्रिंटर बरामद किया गया है।

नौकरी की तलाश में बन गए साइबर अपराधी:

गोपालंगज के गिरफ्तार अपराधी विजय सिंह ने पुलिस को बताया कि वह नौकरी की तलाश में रांची पहुंचा था। अखबार में विज्ञापन देखकर इंटरव्यू देने पहुंचा तो साइबर अपराधी मिले। इसके बाद उन्होंने साइबर अपराध करने के लिए प्रेरित किया। जल्दी पैसे कमाने की लालच में वह गिरोह से जुड़ गया। अन्य अपराधियों ने बताया है कि उन्हें साइबर अपराध के लिए काम करने के एवज में 12 से 14 हजार रुपये वेतन दिया जाता है।

यह भी पढ़ेंः आर्थिक तंगी से परेशान युवा किसान ने की आत्महत्या

यह भी पढ़ेंः हाईस्कूलों में जल्द होगी शिक्षकों की नियुक्ति: शिक्षा मंत्री


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.