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Jharkhand Government: बड़ी राहत, राज्य सरकार अब कक्षा एक से 12वीं तक के सभी विद्यार्थियों को देगी निश्शुल्क पाठय-पुस्तकें

Jharkhand Government राज्य सरकार अब कक्षा एक से 12वीं तक के सभी विद्यार्थियों को निश्शुल्क पाठय-पुस्तकें उपलब्ध कराएगी। अगले शैक्षणिक सत्र (वर्ष 2022-23) सत्र से सरकारी स्कूलों में पढ़नेवाले 12वीं कक्षा तक के सभी छात्र-छात्राओं को पाठ्य-पुस्तकें सरकार की ओर से दी जाएंगी।

By Kanchan SinghEdited By: Published: Mon, 25 Oct 2021 10:31 PM (IST)Updated: Mon, 25 Oct 2021 10:31 PM (IST)
झारखंड सरकार अब कक्षा एक से 12वीं तक के सभी विद्यार्थियों को निश्शुल्क पाठय-पुस्तकें उपलब्ध कराएगी।

रांची {नीरज अंबष्ठ} ।  राज्य सरकार अब कक्षा एक से 12वीं तक के सभी विद्यार्थियों को निश्शुल्क पाठय-पुस्तकें उपलब्ध कराएगी। अगले शैक्षणिक सत्र (वर्ष 2022-23) सत्र से सरकारी स्कूलों में पढ़नेवाले 12वीं कक्षा तक के सभी छात्र-छात्राओं को पाठ्य-पुस्तकें सरकार की ओर से दी जाएंगी। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने इसका प्रस्ताव तैयार किया है। कैबिनेट से स्वीकृति मिलने के बाद यह व्यवस्था लागू हो जाएगी।

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राज्य सरकार फिलहाल सरकारी स्कूलों में कक्षा से आठ तक पढऩेवाले सभी विद्यार्थियों (छात्र एवं छात्राएं) को समग्र शिक्षा अभियान के तहत निश्शुल्क पाठ्य-पुस्तकें उपलब्ध कराती हैं। इसमें 60 प्रतिशत राशि केंद्र सरकार देती है, जबकि 40 प्रतिशत खर्च राज्य सरकार को वहन करना होता है। राज्य सरकार अपने बजट से सरकारी स्कूलों में पढऩेवाली कक्षा नौवीं से 12 तक की सभी छात्राओं को भी निश्शुल्क पाठ्य-पुस्तकें उपलब्ध कराती है।

राज्य सरकार वहन करेगी पूरी राशि

राज्य सरकार ने चालू वित्त वर्ष में नौवीं और 10वीं के छात्रों को निश्शुल्क-पाठ्य-पुस्तकें उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। वहीं, योजना एवं प्राधिकृत समिति ने अब आनेवाले शैक्षणिक सत्रों में भी यह व्यवस्था जारी रखने के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के प्रस्ताव पर स्वीकृति प्रदान कर दी है। इसपर शत-प्रतिशत राशि राज्य सरकार वहन करेगी। वहीं, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने कक्षा ग्यारहवीं एवं बारहवीं के छात्रों को भी निश्शुल्क पाठ्य-पुस्तकें उपलब्ध कराने का प्रस्ताव तैयार किया है। कैबिनेट से स्वीकृति मिलने पर ग्यारहवीं एवं बारहवीं के छात्रों को भी वर्ष 2022-23 सत्र से निश्शुल्क पाठ्य-पुस्तकें मिल पाएंगी। इसपर भी आने वाले अतिरिक्त खर्च की शत-प्रतिशत राशि का वहन राज्य सरकार करेगी।

सबके लिए पोशाक की भी व्यवस्था

इधर, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने कक्षा नौवीं से बारहवीं के छात्रों को भी निश्शुल्क पोशाक एवं कापियां उपलब्ध कराने का प्रस्ताव तैयार किया है। इसपर भी कैबिनेट से स्वीकृति ली जाएगी। अभी तक कक्षा नौवीं से 12वीं की छात्राओं को ही इसका लाभ मिल पाता था। बताया जाता है कि छात्रों को भी निश्शुल्क पुस्तकें, कापी तथा पोशाक उपलब्ध कराने के निर्णय का अतिरिक्त लाभ लगभग चार लाख छात्रों को मिल सकेगा।

कक्षा नौवीं से बारहवीं के लिए एनसीईआरटी से लिया जाता है कापीराइट

राज्य सरकार कक्षा नौवीं से बारहवीं की पाठ्य-पुस्तकें प्रकाशित करने के लिए एनसीईआरटी से कापीराइट लेती है। इसके लिए राज्य सरकार पुस्तकों के प्रकाशन पर होनेवाले खर्च की पांच प्रतिशत राशि रायल्टी के रूप में एनसीईआरटी को देती है। पूर्व में कक्षा एक से आठ की पुस्तकों के प्रकाशन के लिए भी एनसीईआरटी से कापी राइट ली जाती थी, लेकिन पिछले चार-पांच वर्षों से राज्य सरकार ने झारखंड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (जेसीईआरटी) के माध्यम से आठवीं कक्षाओं तक के लिए स्वयं पाठ्य-पुस्तकें तैयार करा ली हैं।

बाजार में बिक्री के लिए भी उपलब्ध रहेंगी पुस्तकें

जेसीईआरटी द्वारा प्रकाशित होनेवाली पहली कक्षा से 12वीं तक की पाठय-पुस्तकें बाजारों में भी बिक्री के लिए उपलब्ध होंगी। शैक्षणिक सत्र 2022-23 के लिए पुस्तकों के प्रकाशन को लेकर प्रकाशकों के चयन हेतु टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इनमें सरकारी स्कूलों में बच्चों को निश्शुल्क मिलनेवाली पुस्तकें भी शामिल हैं। फिलहाल 42 लाख छात्र-छात्राओं के लिए पुस्तकें प्रकाशित कराने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की गई है।


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