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मेकअप करने वाली युवतियों के लिए खास खबर... हद में करें फैशन, नहीं तो आ जाएगी ये आफत...

Cosmetics Price Hiked युवतियाें महिलाओं के लिए सजना-संवरना उनकी दिनचर्या में शुमार है। लेकिन अब उनके फैशन पर भी ग्रहण लग रहा है। कास्मेटिक सामग्रियों की कीमत में 20 से 30 प्रतिशत की वृद्धि के चलते वे अब श्रृंगार प्रसाधन के बड़े पैक से छोटे पैक पर आ गई हैं।

By Alok ShahiEdited By: Published: Sun, 10 Jul 2022 08:20 AM (IST)Updated: Sun, 10 Jul 2022 07:04 PM (IST)
Cosmetics Price Hiked: युवतियाें, महिलाओं के लिए सजना-संवरना उनकी दिनचर्या में शुमार है।

रांची, जासं। Cosmetics Price Hiked सजने-संवरने वाली युवतियों, महिलाओं के लिए बुरी खबर है। उनके रोजमर्रा के फैशन और मेकअप पर जाने-अनजाने बड़ी आफत आ गई है। कॉस्‍मेटिक के दाम में पिछले तीन माह के दरम्यान 20 से 30 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है। जिससे हर तरह के श्रृंगार प्रसाधन महंगे हो गए हैं। साबुन, शैंपू, क्रीम, फेस वाश और हेयर कलर पर महंगाई का खास असर देखने को मिल रहा है। बहरहाल, समझौते वाली इस जिंदगी में बड़े पैक के बदले अब युवतियां प्राय: छोटे पैक से अपना काम चला रही हैं।

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दैनिक जीवन की बात करें तो घरेलु गैस सिलेंडर के साथ साथ श्रृंगार प्रसाधन की कीमतों में वृद्धि ने किचेन बजट के साथ साथ महिलाओं का निजी बजट भी बिगाड़ कर रख दिया है। हालांकि, इन सामग्रियों की खरीदारी में कोई कमी नहीं आई है लेकिन महंगाई का असर सौंदर्य सामग्रियों पर होने से महिलाओं के एक वर्ग में आक्रोश भी नजर आ रहा है। कास्मेटिक सामग्री विक्रेता आशीष विजयवर्गीय बताते हैं कि पिछले तीन माह के दौरान इन सामग्रियों कीमत में जबरदस्त इजाफा हुआ है। महिलाओं ने बढ़ते दाम के चलते अब छोटा पैक लेना शुरू कर दिया है। ताकि घर के बजट के साथ साथ अपने बजट को भी संतुलित रख सकें।

तीन माह के दौरान बढ़ी कीमत पर एक नजर

            सामग्री तीन माह पूर्व वर्तमान कीमत

  1. साबुन लक्स 26 रुपए 36 रुपए
  2. व्हील डिटर्जेंट 58 रुपए 66 रुपए
  3. सर्फ एक्सल 180 रुपए 236 रुपए
  4. टूथपेस्ट कोलगेट 55 रुपए 72 रुपए
  5. सेसोडाइन 175 रुपए 210 रुपए
  6. क्लोज अप 88 रुपए 98 रुपए
  7. शैंपू डव 110 रुपए 175 रुपए
  8. सनसिल्क 88 रुपए 125 रुपए
  9. लारियल 99 रुपए 149 रुपए
  10. क्रीम लोटस 390 रुपए 415 रुपए
  11. लक्मे 299 रुपए 330 रुपए
  12. बिस्किट मेरिगोल्ड 32 रुपए 45 रुपए
  13. टाप 25 रुपए 30 रुपए
  14. गुगली 25 रुपए 30 रुपए
  15. गुड-डे 30 रुपए 35 रुपए
  16. शुगर फ्री न्यट्री च्वाइस 35 रुपए 45 रुपए
  17. मोनैको 30 रुपए 35 रुपए
  18. शेविंग क्रीम एक्स 70 रुपए 80 रुपए
  19. कोल्ड ड्रिंक सवा दो लीटर 95 रुपए 99 रुपए
  20. मैगी नूडल्स छोटा पैक 12 रुपए 14 रुपए
  21. बड़ा पैक 90 रुपए 105 रुपए
  22. फेश वाश गार्नियर मेंस 185 रुपए 250 रुपए
  23. लारियल हेयर कलर 575 रुपए 640 रुपए
  24. गार्नियर 180 रुपए 205 रुपए

सावन 2022 में केसरिया वस्त्र बाजार बम-बम, कारोबारियों के खिले चेहरे

14 जुलाई से भगवान शिव का प्रिय मास श्रावण, सावन 2022 आरंभ हो रहा है। दो सालों के बाद मंदिरों में पूजा-अर्चना की अनुमति मिली तो बाजार भी खिल गया। राजधानी से बड़ी संख्या में श्रद्धालु कांवर उठाकर देवघर, खूंटी स्थित आम्रेश्वर धाम और रांची के पहाड़ी बाबा का जलार्पण करने जाते हैं। कांवर उठाने वाले अधिकतर कांवरिया केसरिया वस्त्र खरीदते हैं। इसको देखते हुए केसरिया वस्त्र की खूब डिमांड है। दो सालों के बाद बाजार में रौनक लौटी तो दुकानदारों के चेहरे भी खिल गए हैं। बाजार में हर रेंज के केसरिया गंजी, गमछा, पेंट, टीशर्ट,साड़ी आदि उपलब्ध है। अपर बाजार की कपड़ा दुकानों केसरिया वस्त्र से सजा हुआ है। दुकानदारों को उम्मीद है कि पिछले दो सालों की भरपाई इस साल पूरी हो जाएगी।

पूजन समग्री की दुकानें भी सज रही है। पहाड़ी मंदिर के आसपास कई अस्थायी दुकाने लगायी जा रही है।बढ़िया कारोबार की उम्मीद, खुदरा व्यापारी जुटा रहे स्टाकसावन को लेकर कपड़ा बाजार में तेजी है। केसरिया वस्त्र जैसे गंजी, गमछा, पेंट, टी शर्ट, पायजामा आदि की खूब डिमांड है। खासकर भगवान भोलेनाथ की तस्वीर युक्त प्रिंटेड टीशर्ट लोगों को खूब लुभा र हा है। भक्तों का उत्साह को देखते हुए खुदरा कारोबारी जमकर स्टाक फुल कर रहे हैं। कारोबारियों को उम्मीद है कि इस बार कारोबार अच्छा होगा। डिमांड को देखते हुए अपर बाजार के थोक वस्त्र विक्रेता भी पिछले दो माह से स्टाक जुटाने में लगे हुए हैं। केसरिया कपड़ा ज्यादातर कोलकाता से मंगवाये जा रहे हैं। स्थानीय स्तर पर भी कपड़े तैयार किए जा रहे हैं। ग्राहकों की आय को देखते हुए हर रेंज में कपड़े उपलब्ध हैं।

केसरिया कपड़ा बाजार बम-बम, रांची में 50 करोड़ के कारोबार की उम्मीद

भोलेबाबा की कृपा से इस बार कोरोना का असर नहीं है। इस बार सावन में शिवालयों में भीड़ उमड़ने की संभावना है। कांवर यात्रा पर जाने वाले बड़ी संख्या में श्रद्धालु केसरिया वस्त्र पहनते हैं। इसका सकारात्मक असर कपड़ा बाजार पड़ परा है। उम्मीद है इस बार दो सालों में हुये नुकसान की भरपाई हो जाएगी। बाजार में हर रेंज का केसरिया वस्त्र की पूरा स्टाक है। कपड़ों की कोई कमी नहीं होगी। केसरिया कपड़ों के बाजार 50 करोड़ रुपये को पार कर जाएगा। प्रमोद सारस्वत, थोक वस्त्र विक्रेता, अपर बाजार

पिछला दो साल कारोबार के लिहाज भी काफी बुरा रहा। व्यापारी कर्ज में डूब गए। इस बार उम्मीद है अच्छा कारोबार होगी। सावन से पूर्व ही खुदरा कारोबारियों ने स्टाक फुल कर लिया है। इस बार ब्रांडेड गारमेंट कंपनी का भी केसरिया गंजी, पेंट आदि बाजार में है। सावन में अभी एक सप्ताह बाकी है, बाजार में रौनक है। डिमांड के अनुरूप केसरिया गंजी से लेकर साड़ी तक बाजार में हर रेंज में उपलब्ध है। रोहित पोद्दार, खुदरा कारोबारी, कुंजलाल स्ट्रीट

कपड़ा बाजार काफी सुधरा है। दो साल कोरोबार के लिए भी काफी बुरा साबित हुआ। सावन मास में ही केसरिया वस्त्र का डिमांड होता है। दो साल करोना संक्रमण काल में न तो मंदिरों में भीड़ लगाने की अनुमति मिली और न ही कांवर यात्रा पर ज्यादा लोग गए। इसका असर कारोबार पर हुआ। इस उम्मीद है कि बेहतर कारोबार होगा। इस बार ग्राहकों को प्रिंटेड टीशर्ट खूब पसंद आ रहे हैं। योगेंद्र प्रसाद अग्रवाल

सावन के एक माह से साल भर का चलता है खर्च

पूजन सामग्री तो सालों भर बिकता है लेकिन उतना कारोबार नहीं होता है। हमलोगों को सावन का विशेष तौर पर इंतजार होता है। एक मास में जो कारोबार होता है उससे सालों भर का खर्च निकलता है। दो साल सावन में कारोबार नहीं हुआ। स्थिति इतनी बिगड़ गई थी कि भोजन-पानी पर आफत आ गया था। भालेनाथ की कृपा से इस बार बाजार सुधरा है तो उम्मीद भी जगी है।संजय कुमार यादव, पहाड़ी मंदिर के समीप पूजन सामग्री की दुकान

पहाड़ी बाबा की कृपा से दो सालों की क्षतिपूर्ति

पहाड़ी मंदिर में सबसे ज्यादा भीड़ सावन मास और शिवरात्रि में होती है। इसी समय अच्छा कारोबार होता है। बाकी माह औसत आमदनी होती है। दुकान किराया और अपना खर्च निकाल जाए वही बहुत। ऐसे में दुकानदारों को सावन का विशेष तौर पर इंतजार होता है। हालांकि, बाबा की कृपा से कभी ज्यादा परेशानी नहीं हुई लेकिन कारोबार बढ़ नहीं पाया। इस बार खुशी है कि सबकुछ ठीक ठाक है।प्रदीप, पहाड़ी मंदिर के समीप पूजन सामग्री की दुकान

बाबा आम्रेश्वर धाम में भक्तों की हर मुराद पूरी

खूंटी क्षेत्र के प्रसिद्ध बाबा आम्रेश्वर धाम की ख्याति दूर दूर तक फैली है। मान्यता है कि यहां स्वयंभू शिवलिंग पर सच्चे मन से जलार्पण करने वाले भक्तों की मनोकामना बाबा अवश्य पूरी करते हैं। यही वजह है कि दूर-दूर से श्रद्धालु यहां जलार्पण के लिए आते हैं। यूं तो यहां सालों भर श्रद्धालु पूजन अर्चन के लिए यहां आते रहते हैं, लेकिन पवित्र सावन माह की बात ही कुछ और है। पूरे एक महीने तक लगने वाले श्रावणी मेले के दौरान यहां दूर-दूर से श्रद्धालु जलार्पण के लिए पहुंचते हैं। इस दौरान पूरा धाम परिसर जलार्पण के लिए आने वाले श्रद्धालुओं से अटा पड़ा रहता है।

कोरोना को लेकर लगातार दो वर्ष तक श्रावणी मेला का आयोजन नहीं हुआ, पूजन अर्चन में भी पाबंदी थी। लेकिन इस बार मिली छूट के कारण श्रावणी मेला में भक्तों की अप्रत्याशित भीड़ जुटने की संभावना जताई जा रही है। इसे ध्यान में रखकर आगामी 14 जुलाई से शुरू हो रहे श्रावणी महोत्सव की तैयारियां शुरू कर दी गई है। बाबा आम्रेश्वर धाम प्रबंध समिति के महामंत्री मनोज कुमार ने बताया कि श्रावणी मेला में आने वाले दूरदराज के भक्तों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो इसे ध्यान में रखकर प्रबंध समिति द्वारा तैयारियां शुरू कर दी गई है।

तैयारियों को लेकर ही शनिवार को जिला प्रशासन द्वारा धाम परिसर में प्रबंध समिति के साथ एक बैठक आहूत की गई है। जिला प्रशासन के साथ कल होने वाले इस बैठक में तैयारियों पर चर्चा होगी और उस निमित्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने बताया कि धाम परिसर स्थित तालाब परिसर का सुंदरीकरण कार्य कर उसमें फाउंटेन लगा दिया गया है। साथ ही चिल्ड्रन गार्डन भी बनकर तैयार हैं जिसका आनंद परिवार के साथ आने वाले बच्चे उठा सकते हैं।


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