Move to Jagran APP

बरही बनेगा अमृतसर-कोलकाता इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का नोडल प्वाइंट Ranchi News

Jharkhand. ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में झारखंड देश के पहले चार राज्यों में है। राज्य में उद्योगों को बढ़ावा देने के तहत आदित्यपुर में 185 करोड़ में इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्‍टर बनेगा।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Thu, 04 Jul 2019 12:23 PM (IST)Updated: Thu, 04 Jul 2019 08:15 PM (IST)
बरही बनेगा अमृतसर-कोलकाता इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का नोडल प्वाइंट Ranchi News
बरही बनेगा अमृतसर-कोलकाता इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का नोडल प्वाइंट Ranchi News

रांची, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने अधिकारियों को ग्रामीण क्षेत्रों में उद्योगों को बढ़ावा देने का निर्देश दिया है। कहा, राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि और वन उत्पाद आधारित छोटे-छोटे ग्रामीण उद्योग लगाए जाएं। गांवों में रोजगार सृजन हो और उनका आर्थिक विकास हो। बांस हस्तशिल्प, मधुमक्खी पालन-शहद उत्पादन, फल सब्जी व कृषि आधारित उत्पादन, माटी कला पर आधारित उद्योग और तसर आधारित हस्तशिल्प के संगठित उद्योग को बढ़ावा दें। सीएम बुधवार को उद्योग व खान विभाग की समीक्षा कर रहे थे।

loksabha election banner

मुख्यमंत्री ने कहा कि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में झारखंड देश के पहले चार राज्यों में है और फीडबैक रैंकिंग पर पांचवें स्थान पर। झारखंड में सिंगल विंडो सिस्टम विकसित किया गया जो सिंगल विंडो क्लीयरेंस अधिनियम 2015 के तहत कानूनी आधार पर निवेश प्रस्तावों और व्यापार करने वालों को सरकार की ओर से अधिक से अधिक सुविधा प्रदान कर रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में निर्यात को बढ़ावा देने के लिए बिरसा मुंडा अंतरराष्ट्रीय विमानपत्तन ने रांची में एयर कार्गो कॉम्प्लेक्स बनाया है।

आदित्यपुर में 185 करोड़ में बनेगा इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर

मुख्यमंत्री ने कहा कि हजारीबाग के बरही में इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर के तहत अमृतसर-कोलकाता इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का नोडल प्वाइंट बनेगा। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में 185 करोड़ की लागत से इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर की स्थापना होगी। दुमका के सरैयाहाट में स्टोन क्लस्टर एवं एग्रीकल्चर इंप्लीमेंट क्लस्टर बनाया जाएगा।

देवघर में प्लास्टिक और धनबाद में लेदर एवं फुटवेयर पार्क

मुख्यमंत्री ने कहा पिछले साढ़े चार साल में 546 नई औद्योगिक इकाइयां जमीन पर उतरी हैं। इसमें 70961.96 करोड़ का निवेश हो रहा है तथा इनमें 1,30,000 से अधिक को रोजगार का सृजन होगा। इनमें से 120 इकाइयों में कार्य भी आरंभ हो चुका है तथा 144 इकाई बहुत जल्द काम शुरू होगा। खाद्य प्रसंस्करण की 99 इकाइयां जमीन पर उतरी हैं। गारमेंट्स इंडस्ट्रीज ने भी बड़ी संख्या में रुचि दिखाई है।

6 गारमेंट्स मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट में कार्य शुरू हो चुका है जिनमें 9000 से अधिक लोगों को रोजगार मिला है। 36 इकाइयों में कार्य जारी है। जल्द ही, यहां भी उत्पादन शुरू होगा। देवघर में प्लास्टिक पार्क और धनबाद जिले के निरसा प्रखंड में लेदर एवं फुटवेयर पार्क की आधारभूत संरचना का निर्माण बहुत जल्द होगा। दुमका में बैम्बू आर्टिजन कॉन्क्लेव 2019 का आयोजन किया जाएगा। रामगढ़ के गोला और दुमका में अगस्त माह में टेराकोटा ट्रेनिंग सेंटर की शुरुआत की जाएगी।

खनन राजस्व में 2014-15 की तुलना में 15.7 फीसद की वृद्धि

खनन विभाग की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि खनन कार्य के लिए आवेदन करने वालों को आवेदन करने के बाद समयबद्ध तरीके से उसका निष्पादन करें। पर्यावरण क्लीयरेंस भी पारदर्शी तरीके से और समयबद्ध हो। हमारी नीतियों से राजस्व में 2014-15 की तुलना में साढ़े चार साल में 15.70 फीसद की वृद्धि हुई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन खनन ब्लॉक का आवंटन किया गया है उनमें हो रहे कार्यों की प्रत्येक माह समीक्षा की जानी चाहिए। बैठक में अपर मुख्य सचिव सह विकास आयुक्त सुखदेव सिंह, अपर मुख्य सचिव केके खंडेलवाल, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सुनील कुमार वर्णवाल, उद्योग सचिव के. रवि कुमार, खान एवं भूतत्व सचिव अबु बकर सिद्दीख पी. सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.