अंडर पासवे एप्रोच रोड निर्माण में मेकान के पाले में गेंद
मेकान अंडर पासवे तक एप्रोच रोड का निर्माण करने मामला मेकान के पाले में पहुंच गया है।
जागरण संवाददाता, रांची : मेकान अंडर पासवे तक एप्रोच रोड का निर्माण करने मामला मेकान के पाले में हैं। कई पत्राचार के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि मेकान द्वारा एनओसी देने पर ही पथ निर्माण विभाग द्वारा सड़क निर्माण किया जाना है। हाल ही में इस मामले में इस्पात मंत्रालय ने उपायुक्त छवि रंजन से इस पूरे मामले में जानकारी उपलब्ध कराने की लेकर पत्र लिखा गया था। क्योंकि इस मामले को व्यय विभाग, वित्त मंत्रालय की सहमति के लिए भेजा जाएगा। तभी इस्पात मंत्रालय इस मामले में मेकान को एनओसी जारी करने पर विचार करेगा। उपायुक्त ने अपने जवाब में अवगत कराया है कि इसे लेकर मेकान को कोई कंपनसेशन नहीं देना है। न ही कोई भूमि अधिग्रहण करना है। पथ निर्माण विभाग को ही एप्रोच रोड बनाने के लिए मेकान की अनुमति की जरूरत है। उल्लेखनीय है कि अंडर पासवे का मामला दो वर्ष से अधर में है। रेलवे ने अंडर पासवे का निर्माण तो कर दिया। मगर, अंडर पासवे तक जाने वाला एप्रोच रोड के लिए मेकान द्वारा जमीन नहीं दी जा रही है। मामला अब भी इस्पात मंत्रालय में अटका है। मेकान ने फाइल मंत्रालय को बढ़ायी है। दरअसल डीपीएस स्कूल के सामने से अंडर पासवे तक एप्रोच रोड और ब्रिज का निर्माण हो चुका है। लेकिन विपरीत दिशा में अंडर पासवे से डिबडीह क्रॉसिग लाइन तक सामानांतर एप्रोच रोड बनना है, जिसमें मेकान का 425 मीटर लंबा जमीन एप्रोच रोड के लिए मांगा गया है। जबकि रेलवे का 465 मीटर लंबा जमीन सड़क निर्माण निर्माण के लिए लिया जाएगा। कुल 890 मीटर लंबी सड़क का निर्माण होना है। हाल ही में 25 घरों को हटाया गया था। मेकान का 1.89 एकड़ जमीन और रेलवे का 2.65 एकड़ जमीन सड़क निर्माण में जाएगी। आठ करोड़ रुपये में अंडर पासवे का निर्माण किया गया था। कुल 10.5 करोड़ रुपये में खर्च होंगे। एप्रोच रोड का निर्माण होने से वाहनों को डिबडीह से डोरंडा जाने के लिए रेलवे क्रांसिग से जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। साथ ही बिरसा चौक का गेट बंद होने से सड़क जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।