आज भी जेल में ही रात गुजारेंगे लालू
चारा घोटाले में जेल में बंद बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को आज की रात भी जेल में ही गुजारनी पड़ेगी। गौरतलब है कि पैरोल पर रिहा होने के बाद बड़े बेटे तेजप्रताप की शादी कर लालू सोमवार को रांची लौट आए थे। यहां उनके बेल बांड की प्रक्रिया पूरी करनी ताकि इलाज के लिए बाहर जाने को उन्हें जमानत मिल सके। लेकिन मंगलवार को प्रक्रिया पूरी होने में अधिक समय लग जाने के कारण उनका बेल बाड नहीं भरा जा सका। बेलर भी वापस लौट गए।
जागरण संवाददाता, राची : चारा घोटाले में जेल में बंद बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को आज की रात भी जेल में ही गुजारनी पड़ेगी। गौरतलब है कि पैरोल पर रिहा होने के बाद बड़े बेटे तेजप्रताप की शादी कर लालू सोमवार को रांची लौट आए थे। यहां उनके बेल बांड की प्रक्रिया पूरी करनी ताकि इलाज के लिए बाहर जाने को उन्हें जमानत मिल सके। लेकिन मंगलवार को प्रक्रिया पूरी होने में अधिक समय लग जाने के कारण उनका बेल बाड नहीं भरा जा सका। बेलर भी वापस लौट गए। हाई कोर्ट के आदेश का फैक्स का आदेश शाम तक आता ही रहा। इस पर उनके अधिवक्ता प्रभात कुमार ने बताया कि अब बेल बाड भरना संभव नहीं। इसके बाद बेलर भी कोर्ट से निकल गए। वहीं अदालत का समय भी लगभग पूरा हो गया।
हालांकि इससे पूर्व लालू प्रसाद यादव की प्रोविजनल बेल से संबंधित हाई कोर्ट का आदेश सिविल कोर्ट पहुंच गया था। आदेश की कापी फैक्स में प्रिंट हो रही थी। तभी बीच में कनेक्शन एरर आ गया। दो पन्ने निकलने के बाद प्रिंट रुक गया। गौरतलब है कि लालू का बेल बांड तभी भरा जा सकता था जब आदेश की सभी कॉपी का प्रिंट निकले आता। गौरतलब है कि हाई कोर्ट के आदेश की कॉपी को संबंधित कोर्ट में प्रस्तुत किया जाना था, इसके बाद ही बेल बाड भरा जाना था। लेकिन इसमें विलंब हो गया। गौरतलब है कि बेल बाड भरने के बाद ही कोर्ट से रिलीज ऑर्डर जारी होता। रिलीज ऑर्डर को जेल भेजा जाना था। उसी आधार पर लालू जेल से निकल सकते थे।
इधर, लालू की बेलर के रूप में
राजद की प्रदेश अध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी, प्रदेश प्रवक्ता व राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के पूर्व सदस्य डॉ. मनोज कुमार, पूर्व विधायक संजय यादव, जनार्दन पासवान, इटकी निवासी राजद कार्यकर्ता मसूद आलम, हजारीबाग निवासी व राजद कार्यकर्ता भुनेश्वर पटेल मौजूद थे। उनकी बेलर बनने संबंधित आवश्यक तैयारियां भी कर ली गई थीं।
उल्लेखनीय है कि लालू प्रसाद को झारखंड हाई कोर्ट से देवघर दुमका और चाईबासा कोषागार से अवैध निकासी से संबंधित मामले में प्रोविजनल बेल मिली है। इन मामलों में उन्हें कुछ माह पूर्व सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश द्वारा सजा सुनाई गई थी। लालू प्रसाद को इन मामलों में शुक्रवार को प्रोविजनल बेल मिली थी। ऐसे में लालू का बेल बांड न भर पाने के कारण अब उनकी निकासी संभवत: बुधवार को ही हो पाएगी।