बाबूलाल मरांडी ने सरकार पर उठाए सवाल, खजाना खाली तो 70% से अधिक राशि कैसे खर्च हुई
Jharkhand Government Hindi Samachar भाजपा नेता ने कहा कि राज्य के वित्त मंत्री को जनता के सामने खर्च का पूरा ब्यौरा सामने लाना चाहिए। जिस प्रकार बजट में विभागवार और बिंदुबार जानकारियां होती हैं उसी तरह खर्च का भी पूरा ब्यौरा सामने आना चाहिए।
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Government, Hindi Samachar पूर्व मुख्यमंत्री तथा भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने राज्य में पिछले वित्तीय वर्ष (2020-21) में 70 फीसद से अधिक राशि खर्च होने के सरकार के दावे पर आश्चर्य व्यक्त किया है। उन्होंने कहा है कि यह राशि कहां और कैसे खर्च हुई, इसका वित्तमंत्री हिसाब दें। यह सवाल भी उठाया है कि राज्य सरकार पूरे वर्ष खजाना खाली होने का रोना रोती रही, फिर इतनी राशि खर्च कैसे हुई?
गुरुवार को पार्टी कार्यालय में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य के वित्तमंत्री को जनता के सामने खर्च का पूरा ब्योरा सामने लाना चाहिए। जिस प्रकार बजट में विभागवार और बिंदुबार जानकारियां होती हैं, उसी तरह खर्च का भी पूरा ब्योरा सामने आना चाहिए ताकि आम जनता भी उसे समझ सके। अनुपूरक को मिलाकर बजट की कुल राशि 96 हजार करोड़ रुपये से अधिक थी।
इनमें 70 फीसद की बड़ी राशि कहां खर्च हुई, यह समझ में नहीं आ रहा है। वित्त विभाग के एक पदाधिकारी ने तो 83 फीसद राशि खर्च होने की भी बात उनसे कही है। जब वे मुख्यमंत्री थे तो उस समय तीन हजार करोड़ रुपये से भी कम का बजट होता था, जबकि काम की चर्चा दूसरे राज्यों में भी होती थी। पूर्व मुख्यमंत्री ने एक बार फिर दोहराया कि मधुपुर में मंत्री चुनाव हारेंगे। उन्होंने पूर्व मंत्री राज पलिवार की नाराजगी के सवाल पर कहा कि वे भाजपा के पुराने कार्यकर्ता हैं। उनसे बात की जाएगी।
पहले आरोप लगाया, अब राशि खर्च हो गई तो समझ नहीं पा रहे भाजपाई : कांग्रेस
झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि पहले भाजपा के नेता चिंता व्यक्त कर रहे थे कि सरकार बजट की राशि खर्च करने में सफल नहीं हो पा रही है और अब राशि खर्च कर दी गई है तो राजनीति की जा रही है। कांग्रेस के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव और राजेश गुप्ता छोटू ने कहा कि कोरोना काल की तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद विकास की बुनियाद को मजबूत बनाने में गठबंधन सरकार सफल रही है।
प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा कि अगर बाबूलाल मरांडी को बजट राशि कहां और कैसे खर्च हुई, इसे समझने में परेशानी हो रही है, तो वे किसी विशेषज्ञ के माध्यम से जानकारी प्राप्त कर लें। वित्त मंत्री की ओर से पूरे विश्लेषण के साथ उन्हें खर्च की राशि का ब्यौरा समझा दिया जाएगा। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने कहा कि बाबूलाल को याद होगा कि कैसे भाजपा के शासन में भूख से गरीब संतोषी नामक एक बच्ची भात-भात करते मौत की आगोश में समा गई थी। लेकिन, महागठबंधन की सरकार बनने के बाद कोरोना जैसी त्रासदी के दौर में भी झारखंड में भूख से एक भी मौत नहीं हुई है।