बाबूलाल मरांडी का आरोप, सीएम रघुवर ही सदन की गरिमा को कर रहे तार-तार
झारखंड विकास मोर्चा सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने कहा कि मुख्यमंत्री रघुवर दास खिसयानी बिल्ली खंभा नोचे वाली कहावत को चरितार्थ कर रहे हैं।
राज्य ब्यूरो, रांची। झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री रघुवर दास पर सदन की गरिमा को तार-तार करने का आरोप मढ़ा है। उन्होंने कहा है कि बतौर सदन के नेता मुख्यमंत्री ने झाविमो के विधायक प्रदीप यादव को सदन के अंदर जिस प्रकार धमकी दी व इशारों में जेल में सड़ाने की बात कही, यह पूरी तरह अमर्यादित है। उन्होंने दो टूक कहा कि प्रदीप जनमुद्दों और सरकार की कमियों को लेकर सड़क से लेकर सदन तक मुखर रहते हैं, इसलिए उनसे मुख्यमंत्री चिढ़े रहते हैं। लोकतंत्र के लिए इसे कतई शुभ संकेत नहीं माना जा सकता है।
बाबूलाल ने कहा है कि मुख्यमंत्री खिसयानी बिल्ली खंभा नोचे वाली कहावत को चरितार्थ कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को सार्वजनिक रूप से माफी मागनी चाहिए। साथ ही, राज्यपाल को भी इस पर संज्ञान लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की इन बातों से झाविमो जनता को अवगत कराएगा। साथ ही, राज्यपाल को लिखित ज्ञापन देगा। उन्होंने कहा है कि सदन की अपनी अलग मर्यादा है। सदन में जनप्रतिनिधियों का आचरण संयमित एवं मर्यादित होनी चाहिए। सदन के अंदर जनप्रतिनिधियों का आचरण किस अनुरूप हो, तमाम चीजें भी परिभाषित की गई हैं। ऐसा कभी प्रतीत नहीं होना चाहिए कि कोई जनप्रतिनिधि उदंडता कर सदन की गरिमा को तार-तार कर रहा है।
झारखंड विधानसभा में पिछले सत्र से ही किसी नए नवेले जनप्रतिनिधि का नहीं, बल्कि सदन के नेता का जो तानाशाही व्यवहार दिख रहा है ,वह पूरी तरह अमर्यादित व लोकतंत्र की व्यवस्था के विपरीत है। उन्होंने कहा है कि बतौर सदन के नेता मुख्यमंत्री ने झाविमो के विधायक प्रदीप यादव को सदन के अंदर जिस प्रकार धमकी दी व इशारों में जेल में सड़ाने की बात कही, यह पूरी तरह अमर्यादित है। उन्होंने दो टूक कहा कि प्रदीप जनमुद्दों और सरकार की कमियों को लेकर सड़क से लेकर सदन तक मुखर रहते हैं।