बाबूलाल व प्रदीप यादव की सहमति से हुआ पार्टी का विलय : गणेश गंझू
18 मई को अमर बाउरी व आलोक चौरसिया की गवाही निर्धारित, दलबदल मामले में स्पीकर की कोर्ट में हुई सुनवाई।
जागरण संवाददाता, रांची : जेवीएम के छह विधायकों के दलबदल कर भाजपा में शामिल होने संबंधी मामले में विधानसभा स्पीकर की कोर्ट में सुनवाई हुई। शुक्रवार को विधायक गणेश गंझू ने अपनी गवाही दर्ज कराई। इस दौरान उन्होंने कहा कि बाबूलाल मरांडी व प्रदीप यादव की सहमति से ही जेवीएम का भाजपा में विलय किया गया। लेकिन उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि किन परिस्थितियों में बाबूलाल और प्रदीप यादव भाजपा में शामिल नहीं हुए। प्रदीप यादव ने भाजपा में जाने का रास्ता दिखाया था और इससे पहले बाबूलाल मरांडी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष से भी मिले थे। उन्होंने कहा कि आठ फरवरी 2015 को पार्टी के विलय पर चर्चा करने के लिए जानकी यादव की अध्यक्षता में बैठक बुलाई गई थी। जिसमें हुए निर्णय के बाद उनके साथ छह विधायक भाजपा में शामिल हो गए। विधायक की गवाही के बाद जेवीएम की ओर से अधिवक्ता आरएन सहाय ने उनका प्रति परीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने विधायक गणेश गंझू से कई सवाल भी पूछे। 18 मई को अमर बाउरी व आलोक चौरसिया की गवाही निर्धारित, दलबदल मामले में स्पीकर की कोर्ट में हुई सुनवाई।
शुक्रवार को मंत्री अमर कुमार बाउरी की गवाही दर्ज होनी थी। लेकिन उनके अधिवक्ता ने उनकी तबीयत खराब होने का हवाला देते हुए समय देने का आग्रह किया। जिसे विधानसभा अध्यक्ष ने स्वीकार कर लिया। स्पीकर ने 18 मई को मंत्री अमर कुमार बाउरी और विधायक आलोक चौरसिया की गवाही दर्ज कराने की तिथि निर्धारित की है। स्पीकर ने कहा कि वो आशा करते हैं कि उक्त तिथि पर दोनों गवाह अपनी गवाही दर्ज कराएंगे।