अटल का 'वट वृक्ष' देने लगा छांव, 19 वर्ष पूर्व वाजपेयी जी ने लगाया था पौधा
6 मार्च 1999 को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहार वाजपेयी ने बरगद का पौधा लगाया था।
रांची, जेएनएन। 6 मार्च 1999 को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहार वाजपेयी द्वारा टंडवा में लगाया गया बरगद का पौधा अब वृक्ष का रूप धारण कर छांव देने लगा है। एनटीपीसी के उत्तरी कर्णपुरा विद्युत मेगा ताप परियोजना का शिलान्यास के समय अटल जी ने बरगद का पौधा लगाया था। 19 वर्ष पूर्व लगाया गया पौधा विशाल रूप ले रहा है। वटवृक्ष पर नजर पड़ते ही लोगों को बरबस दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री की यादों को ताजा कर देता है।
टंडवा-पिपरवार मुख्य पथ के समीप में यह पेड़ स्थित है। पेड़ के पास शिलापट्ट लगा हुआ है। शिलापट्ट पर पौधरोपण करते हुए अटलजी की तस्वीर भी लगी हुई है। एनटीपीसी के कार्यकारी निदेशक राघवेंद्र कुमार ¨सह कहते हैं कि वटवृक्ष परियोजना की शान है। हालांकि निदेशक को इस बात का मलाल है कि उनके जीवित रहते उत्तरी कर्णपुरा वृहत ताप विद्युत परियोजना का उद्घाटन नहीं हो सका। इसका मुख्य कारण वह परियोजना के निर्माण में विलंब को मानते हैं। परियोजना का निर्माण कार्य वर्ष 2011 में करना था। लेकिन शिलान्यास के बाद वन एवं पर्यावरण मंत्रालय द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र को लेकर संचिका धूल फांकते रही।
जब अनापत्ति प्रमाण पत्र मिला, तो एक नया विवाद शुरू हो गया। वर्ष 2009 में कोयला मंत्रालय ने अधियाचित भूमि के गर्भ में अकूत कोयले की भंडार होने की बात कहते हुए परियोजना के निर्माण कार्य पर रोक लगा दी है। इसके बाद ऊर्जा मंत्रालय एवं कोयला मंत्रालय के बीच तकरार की स्थिति उत्पन्न हो गई। स्थिति को देखते हुए स्थानीय रैयतों के प्रतिनिधिमंडल ने मार्च 2011 में दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दिया और परियोजना का निर्माण कार्य शुरू करने के लिए ऊर्जा मंत्रालय, कोयला मंत्रालय एवं प्रधानमंत्री कार्यालय को ज्ञापन सौंपा। इसी क्रम में 2014 में ऊर्जा मंत्रालय एवं कोयला मंत्रालय के बीच समझौता हुआ। इसके बाद निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ।