क्या हमारी औकात दो करोड़ की ही है, होटवार जेल जाएंगे बाबूलाल : सीपी
विधानसभा में उठा विधायकों की खरीद-फरोख्त का मामला -झाविमो विधायक दल के नेता प्रदी
विधानसभा में उठा विधायकों की खरीद-फरोख्त का मामला -झाविमो विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने उठाया मामला
-सीपी सिंह बोले साबित करें आरोप नहीं तो विशेषाधिकार हनन का मामला उठाएंगे राज्य ब्यूरो, रांची
झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र में शुक्रवार को झाविमो से भाजपा में शामिल हुए विधायकों की खरीद-फरोख्त का मामला उठा। झाविमो विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने इस मसले पर कार्यस्थगन प्रस्ताव पेश किया और सीबीआई जांच कराने की मांग की, जिसे स्पीकर दिनेश उरांव ने खारिज कर दिया। हालांकि इस दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर आरोप-प्रत्यारोप हुआ। सीपी सिंह ने विशेषाधिकार हनन लाने की बात कही। यह भी कहा कि हमारी औकात क्या दो करोड़ की ही है? विवाद बढ़ा तो स्पीकर ने सदन की कार्यवाही 12.15 तक स्थगित कर दी। दोबारा कार्यवाही शुरू हुई तो भी यथास्थिति बनी रही। इस बीच प्रभारी वित्तमंत्री की हैसियत से सीएम रघुवर दास ने सीएजी की रिपोर्ट सदन पटल पर रखी।
दूसरी पाली में भी व्यवधान बरकरार रहा। शोरगुल के बीच सरकार की ओर से सभा में नौ विधेयक पेश किए गए जिसे सदन ने ध्वनिमत से पारित कर दिया।
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही झाविमो विधायक दल के नेता प्रदीप यादव झाविमो से भाजपा में शामिल हुए विधायकों से जुड़ी खरीद-फरोख्त का मामला उठाते हुए कार्यस्थगन पेश किया। कहा, इससे जुड़ा पत्र 4 अक्टूबर 2017 को विधानसभा सचिवालय को मिला है, चुनाव आयोग को भी सौंपा गया है। इसके बाद भी सीबीआई जांच न हो तो दाल में जरूर कुछ काला है। इस बीच भाजपा विधायक बिरंची नारायण उठ खड़े हुए। बोले, क्यों झूठ बोल रहे हैं। बाबूलाल साबित करें कि कब मैंने पैसे दिए। इस बीच दोनों ओर से नारेबाजी होने लगी।
मंत्री सीपी सिंह ने प्रदीप यादव के आरोप को साबित करने की चुनौती दी। कहा, विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाएंगे। बोले, रवींद्र राय ने नोटिस दिया है, बाबूलाल मरांडी जेल जाएंगे। बाबूलाल को रांची के होटवार जेल भिजवाएंगे। राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री का यह चरित्र शोभा नहीं देता। प्रदीप यादव ने कहा कि यदि गलत है, तो इसकी जांच कराई जाए। स्पीकर दिनेश उरांव ने यह कहते हुए कार्यस्थगन खारिज कर दिया कि इस मामले में न्यायाधिकरण में सुनवाई चल रही है। ऐसे में इसे हाउस में लाने का औचित्य नहीं है। इस बीच हेमंत बोले, न्याय कहां है। कितनी तारीखें देंगे। प्रदीप यादव ने स्पष्ट करने की कोशिश की कि खरीद-फरोख्त से जुड़ा मामला न्यायाधिकरण में नहीं चल रहा है। स्पीकर प्रदीप यादव की बात से सहमत नहीं दिखे। इस बीच कुणाल षाडंगी द्वारा गैर मजरुआ जमीन की रसीद न कटने पर पेश किए गए कार्यस्थगन को भी स्पीकर ने अमान्य करार दिया। हालांकि स्पीकर ने राजस्व मंत्री को उठाए गए विषय पर ध्यान देने की नसीहत दी। कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी श्रावणी मेले की अव्यवस्था पर कार्यस्थगन लाए, इसे भी अमान्य करार दिया गया।
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दूसरी खबर :
हेमंत ने सीपी को कहा बुजुर्ग नेता, सीपी बोले गाली न दें
-झामुमो ने फिर उठाया नेता प्रतिपक्ष सहित विपक्ष को देशद्रोही कहने का मामला राज्य ब्यूरो, रांची :
नगर विकास मंत्री सीपी सिंह अब भी अपने को युवा ही मानते हैं। शुक्रवार को सदन की पहली पाली में जब नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने उन्हें बुजुर्ग नेता कह कर संबोधित किया तो वे नाराज हो गए। बोले, बुजुर्ग कह कर गाली दे रहे हैं। जवान को बुजुर्ग कैसे कहेंगे। सत्ता पक्ष और विपक्ष की तल्ख बहस के बीच सीपी सिंह की इस चुटकी पर सभी हंसने लगे।
झामुमो के वरिष्ठ विधायक स्टीफन मरांडी ने गुरुवार को सीपी सिंह द्वारा नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन और पूरे विपक्ष को देशद्रोही कहने का मामला उठाया। कहा, नेता प्रतिपक्ष को देशद्रोही, अफजल गैंग का कहा जा रहा है। हेमंत भी बोले कि आप आरोप लगाएंगे और हम चुप बैठेंगे। कहा, ये सामंती सोच के लोग हैं, इन्होंने हमारी भावनाओं को कुचलने का प्रयास किया है। स्पीकर दिनेश उरांव ने कहा कि यह विषय कल आ चुका है। इस पर भी हेमंत चुप नहीं हुए। सीपी सिंह की ओर इशारा करते हुए कहा कि ये सदन में भी और सदन के बाहर भी इस बात को ताल ठोंककर बोलते हैं। सरकार में बैठे लोगों को यह बातें शोभा नहीं देती।
इस बीच झामुमो विधायक वेल में आ गए और भूमि अधिग्रहण बिल वापस लो के नारे लगाने लगे और स्पीकर ने सदन की कार्यवाही को 12.15 तक के लिए स्थगित कर दिया। 12.20 पर जब दोबारा कार्यवाही शुरू हुई तब भी यथास्थिति बनी रही।
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