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मोबाइल एप पर ऑर्डर मिलते ही उपलब्ध होगा हाईजेनिक मीट

रांची : शहर वासियों को अब मोबाइल एप के माध्यम से भी हाईजेनिक मीट की आपूर्ति की जाएगी। शादी-विवाह का

By JagranEdited By: Published: Mon, 07 May 2018 10:00 AM (IST)Updated: Mon, 07 May 2018 10:00 AM (IST)
मोबाइल एप पर ऑर्डर मिलते ही उपलब्ध होगा हाईजेनिक मीट
मोबाइल एप पर ऑर्डर मिलते ही उपलब्ध होगा हाईजेनिक मीट

रांची : शहर वासियों को अब मोबाइल एप के माध्यम से भी हाईजेनिक मीट की आपूर्ति की जाएगी। शादी-विवाह का मौका हो या होटल, रेस्टोरेंट में मीट की आपूर्ति। मोबाइल एप पर ऑर्डर देते ही आपके बताए पते पर माइक्रो ट्रांसमिशन सिस्टम नामक कंपनी हाईजेनिक मीट उपलब्ध कराएगी। ये बातें कंपनी के अधिकारी शाहिद ने दी। उन्होंने बताया कि कंपनी की ओर से इस कार्य के लिए एप तैयार किया जा रहा है।

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रविवार को नगर निगम निर्मित अत्याधुनिक वधशाला का उद्घाटन डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय व नगर आयुक्त डॉ. शांतनु कुमार अग्रहरि ने किया। इस अवसर पर डिप्टी मेयर ने कहा कि वधशाला निर्माण के लिए 2012-13 में ही टेंडर प्रक्रिया शुरू की गई थी। अब वधशाला के ऑपरेशन व मेंटनेंस के लिए भी एजेंसी का चयन हो चुका है। 18.09 करोड़ की लागत से इस अत्याधुनिक वधशाला समेत पांच मॉडल मीट शॉप का निर्माण कराया गया है। हाईजेनिक मीट आपूर्ति करने का उद्देश्य यह है कि अब खुले में मांस की बिक्री बंद हो। रांची के लोग अब इस अत्याधुनिक वधशाला से आपूर्ति किए जाने वाले हाईजेनिक मीट का सेवन करेंगे। पूरे झारखंड के लिए यह नया अनुभव होगा। रांची वासियों को भी अपनी आदत बदलनी होगी।

नगर आयुक्त डॉ. शांतनु कुमार अग्रहरि ने बताया कि फिलहाल पांच मॉडल मीट शॉप का निर्माण कराया गया है, जो डीप फ्रीजर व जेनरेटर व एयर कंडीशंड होंगे। होटल, रेस्टोरेंट आदि में मीट की काफी खपत है। अब लोग हाईजेनिक मीट की ओर बढ़ रहे हैं। बड़ी मात्रा में मीट आपूर्ति की व्यवस्था के लिए दो चीलर वैन भी उपलब्ध कराए गए हैं। इस अवसर पर मुख्य अभियंता अजीत लुईस लकड़ा, अधीक्षण अभियंता विजय कुमार भगत, कार्यपालक अभियंता उमा शंकर राम, सहायक कार्यपालक पदाधिकारी रामकृष्ण कुमार समेत एजेंसी के कई कर्मचारी उपस्थित थे।

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होईजेनिक मीट के लिए करना होगा इंतजार

अत्याधुनिक वधशाला के मेंटनेंस व ऑपरेशन का कार्य देख रही कंपनी माइक्रो ट्रांसमिशन सिस्टम के अधिकारी शाहिद ने बताया कि निगम क्षेत्र में हाईजेनिक मीट उपलब्ध कराने के लिए आठ से 10 दिनों का समय लगेगा। फिलहाल निगम से प्रदूषण प्रमाण पत्र व चीलर वैन के निबंधित कागजात उपलब्ध नहीं कराए गए हैं। कागजात उपलब्ध होते ही वधशाला का ऑपरेशन शुरू कर दिया जाएगा। निगम के अधीक्षण अभियंता ने बताया कि अत्याधुनिक वधशाला में एक शिफ्ट (आठ घंटे) में 500 खस्सी को हलाल व 500 खस्सी को झटका पद्धति से काटने की सुविधा उपलब्ध है। काटे गए मीट चील्ड रूम में रखे जाएंगे।

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