झारखंड विधानसभा चुनाव में सभी 81 सीटों पर चुनाव लड़ेगी आजसू
ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) पार्टी झारखंड विधानसभा की सभी 81 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। चुनाव की तैयारियों का आगाज स्वराज स्वाभिमान यात्रा से होगा।
रांची। वर्तमान सरकार में सहयोगी की भूमिका निभा रही ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) पार्टी विधानसभा चुनाव अपने बूते लड़ने की तैयारी कर रही है। पार्टी की केंद्रीय समिति की गुरुवार को रिम्स सभागार में हुई बैठक में इस संबंध में निर्णय लिया गया कि पार्टी विधानसभा की सभी 81 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। चुनाव की तैयारियों का आगाज स्वराज स्वाभिमान यात्रा से होगा। गांधी जयंती पर दो अक्टूबर को इस यात्रा की शुरुआत होगी। बैठक में पार्टी के अधिसंख्य नेताओं ने स्थानीयता नीति, भूमि अधिग्रहण बिल, सीएनटी-एसपीटी आदि मुद्दों पर अपनी ही सरकार को कोसा। स्कूलों के विलय का मामला भी उठा।
नेताओं ने कहा कि सरकार में शामिल होने से पार्टी को बड़ा नुकसान हुआ है। गठबंधन से अलग होकर ही आगे बढ़ा जा सकता है। वहीं, लोकसभा चुनाव व कोलेबिरा उपचुनाव को लेकर निर्णय लेने के लिए केंद्रीय कार्यसमिति को अधिकृत किया गया। बैठक को संबोधित करते हुए पार्टी अध्यक्ष सुदेश महतो ने राष्ट्रीय पार्टियों को निशाने पर लिया। स्पष्ट रूप से कहा कि राष्ट्रीय पार्टियां जनता के मुद्दों और विषय के नजदीक नहीं होतीं। उनके अपने विषय और एजेंडे होते हैं। पार्टी को इसका लाभ उठाना चाहिए क्योंकि क्षेत्रीय पार्टियां ही जनता के मुद्दों पर उनसे जुड़कर काम करने की प्रतिबद्धता रखते हैं।
उन्होंने बिना किसी दल का नाम लिए हुए कहा कि झारखंड की जनता को थोपा हुआ उनका विषय या एजेंडा मंजूर नहीं है। इसलिए नई सोच के साथ नए नेतृत्व को आगे आना होगा। कहा, जनता की मूलभूत समस्याओं पर सरकारें कितनी सजग रहीं, इसपर उनसे जवाब भी मांगा जाना चाहिए। बैठक में विधायक राजकिशोर महतो, पूर्व मंत्री उमाकांत रजक, प्रवक्ता देवशरण भगत, उपाध्यक्ष जोनाथन टुडू, बीके चांद, वायलेट कच्छप आदि उपस्थित थे।
2019 का रण महत्वपूर्ण : चंद्रप्रकाश बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेता सह झारखंड सरकार के मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी ने कहा कि पिछली बातों को भूलकर कार्यकर्ता सभी 81 सीटों पर चुनाव की तैयारी करें। पार्टी के लिए 2019 का रण महत्वपूर्ण है। वहीं, विधायक विकास मुंडा ने कार्यकर्ताओं को सफाई दी कि सत्ता में छोटी हिस्सेदारी और जिम्मेदारी के कारण उनकी भूमिकाएं सीमित थीं। अब पार्टी को अपनी क्षमता दिखाने का वक्त आ गया है।