झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. अजय का विरोध, अजय राय ने दिया इस्तीफा
Ajay Rai resign. अजय राय ने प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अजय पर मनमानी का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने पार्टी को इंटरटेनमेंट चैनल बना दिया है। कार्यकर्ताओं पर पुलिसिया रौब जमाते हैं।
रांची, राज्य ब्यूरो। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के रांची आगमन से पहले कांग्रेस में विरोध शुरू हो गया है। लगभग 24 साल से पार्टी से जुड़े रहे कांग्रेस नेता सह इंटक के राष्ट्रीय सचिव अजय राय ने पार्टी की सक्रिय सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। अजय झारखंड असंगठित कामगार कांग्रेस के प्रदेश महासचिव भी हैं। अजय राय ने प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार पर मनमानी का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने पार्टी को इंटरटेनमेंट चैनल बना दिया है। कार्यकर्ताओं पर पुलिसिया रौब जमाते हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि संगठन में सुबोधकांत सहाय, प्रदीप बलमुचू, फुरकान अंसारी जैसे बड़े नेताओं को सम्मान नहीं मिल रहा है। प्रदेश अध्यक्ष अपने चापलूसों को दस से बीस पद प्रदान किए हैं। इसके लिए भी पैसे के खेल किया जाता है। शीर्ष नेतृत्व को इसकी जांच करनी चाहिए। अजय कुमार को उन्होंने साईबेरियन डक की उपाधि दी। अजय राय ने कहा कि इसकी जानकारी उन्होंने राहुल गांधी व आरपीएन सिंह को दी, लेकिन लगता है कि शीर्ष नेतृत्व भी अंधा और बहरा हो गया है। उन्हें अजय कुमार के आगे न तो कुछ दिखाई देता है और न ही सुनाई देता है। मजबूर होकर वो अपने साथियों के साथ पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं।
पैसे लेकर पद बांटने का आरोप
अजय राय ने प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार पर पैसे लेकर पद बांटने का आरोप लगाया। कहा कि बढ़िया खाना, रहना और बढ़िया गाड़ी पसंद है। अजय कुमार एनकाउंटर स्पेशलिस्ट होने का दावा करके कार्यकर्ताओं पर रौब जमाते हैं, लेकिन उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि कार्यकर्ता ही संगठन को मजबूत बनाते हैं। विकल्प के सवाल पर अजय राय ने कहा कि अपने सभी साथियों से बातचीत करने के बाद भी दूसरी पार्टी में जाने पर विचार किया जा सकता है। उन्होंने साफ कहा कि जहां पर उन लोगों को सम्मान मिलेगा, उसी संगठन से जुड़ जाएंगे।