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मुख्‍य सचिव ने एयरपोर्ट से प्रोजेक्ट भवन तक ग्रीन हेजिंग करने का दिया निर्देश Ranchi News

Jharkhand. धनबाद में भी खनन क्षेत्र और आबादी के बीच ग्रीन हेजिंग में करने का निर्देश दिया है। ग्रीन हेजिंग में प्लास्टिक की जालीदार दीवार पर हरी पत्तियों वाले लत्तर चढ़ाए जाते हैं।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Thu, 31 Oct 2019 09:33 PM (IST)Updated: Thu, 31 Oct 2019 09:33 PM (IST)
मुख्‍य सचिव ने एयरपोर्ट से प्रोजेक्ट भवन तक ग्रीन हेजिंग करने का दिया निर्देश Ranchi News

रांची, राज्य ब्यूरो। धुर्वा में विकसित हो रही स्मार्ट सिटी के अलावा एयरपोर्ट से लेकर प्रोजेक्ट भवन तक ग्रीन हेजिंग विकसित कर घेराबंदी की जाएगी। ग्रीन हेजिंग के तहत तार या प्लास्टिक की जालीदार दीवार बनाई जाती है जिसपर हरी पत्तियों वाले लत्तर चढ़ते हैं। मुख्य सचिव डॉ. डीके तिवारी ने गुरुवार को प्रोजेक्ट भवन में नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम की संचालन समिति की बैठक में इस संबंध में निर्देश वन एवं पर्यावरण विभाग को दिया।

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मुख्य सचिव ने कहा कि धूलकणों की समस्या से निजात पाने के लिए ग्रीन हेजिंग सबसे अच्छा तरीका हो सकता है। यह तरीका पर्यावरण सुरक्षा के साथ-साथ सुंदरीकरण का भी मॉडल बन सकता है। उन्होंने अन्य शहरों में भी ग्रीनवॉल बनाने का निर्देश दिया। खासकर धनबाद में जहां की हवा में 2.5 तथा पीएम-10 के कणों की मात्रा मानक से काफी अधिक है।

मुख्य सचिव ने विभिन्न आवासीय कॉलोनी, खनन  क्षेत्रों, बड़ी सड़कों आदि के बीच भी ग्रीनवॉल बनाकर वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने पर जोर दिया। मुख्य सचिव ने समय की मांग के अनुसार वन विभाग को अपनी नर्सरी को और उन्नत बनाने का निर्देश दिया। कहा कि नर्सरी में 10 फीट से ऊंचे ऐसे पौधे विकसित करें जिनका रोपण कहीं भी आसानी से किया जा सके। बड़े पौधे होने से जानवरों के खाने का खतरा भी नहीं होता।

धनबाद राज्य में सबसे अधिक प्रदूषित शहर, सुधार को मिले 10 करोड़

केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने धनबाद को झारखंड का सबसे प्रदूषित शहर माना है। देश के 10 लाख से अधिक आबादी वाले 28 शहर ऐसे हैं जिनका पीएम-10 का मानक 90 चिह्नित किया गया है। धनबाद का पीएम-10 मानक 238 है। धनबाद के पर्यावरण में सुधार के लिए केंद्र सरकार ने 10 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है।

मुख्य सचिव ने बैठक में इस राशि का उपयोग धनबाद में खनन क्षेत्र और आबादी के बीच ग्रीन हेजिंग में करने का निर्देश दिया। साथ ही इस राशि का उपयोग सड़क किनारे खाली जमीन पर पेवर ब्लॉक बनाने तथा पौधारोपण पर करने का निर्देश दिया। बैठक में धनबाद के कई स्थानों पर प्रदूषण स्तर जानने के लिए इंडीकेटर मशीन लगाने पर सहमति जताई।


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