विधानसभा से विपक्ष का वाकआउट, विधायकों ने जमकर की नारेबाजी
Jharkhand Assembly. दो दिनों के लगातार हंगामे के बाद गुरुवार को विधानसभा की कार्यवाही शांतिपूर्ण तरीके से चल रही है।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड विधानसभा में सुबह से लगातार चल रहे हो-हंगामे के बीच विपक्ष ने सदन की कार्यवाही का बहिष्कार कर दिया है। बीते दिन के हंगामे के बाद गुरुवार को एक बार फिर से विधानसभा शीत सत्र की कार्यवाही शुरू तो हुई लेकिन विपक्षी दलों के विधायकों के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित कर दी गई। इससे पहले भी विपक्षी दलों के विधायकों के शोर-शराबे के कारण कार्यवाही दोपहर 12 बजकर 45 मिनट तक और फिर दो बजे तक स्थगित कर दी गई थी। इस बीच सरकार ने सदन के पटल पर एजी की रिपोर्ट रखी है। हुसैनाबाद के विधायक कुशवाहा शिवपूजन मेहता ने सीओ पर बदतमीजी करने का आरोप लगाते हुए मामला उठाया है।जिसके जवाब में सरकार ने कहा कि संबंधित बीडीओ पर कार्रवाई होगी। मोटर करारोपण विधेयक पर भी वोटिंग कराई गई।विधेयक प्रवर समिति को भेजने के पक्ष में 19 और विपक्ष में 35 सदस्यों ने वोट दिया।
इधर शीतकालीन सत्र की कार्यवाही में भाग लेने के लिए बहरागोड़ा के विधायक कुणाल षाडंगी किसान की वेशभूषा धारण कर विधानसभा पहुंचे। विपक्षी सदस्यों के शोर-गुल के बीच स्पीकर सदन की कार्यवाही गंभीरता से चला रहे हैं। विपक्ष ने एक बार फिर कार्यस्थगन का नोटिस दिया है। जिसे विधानसभा अध्यक्ष ने अस्वीकृत कर दिया। इस क्रम में विपक्षी दलों के विधायक वेल में आ धमके और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। स्पीकर ने पहले दोपहर 12.45 बजे तक कार्यवाही स्थगित कर दी है। इसके बाद कार्यवाही आरंभ होते ही फिर से विपक्षी दलों के विधायक वेल में आकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। आसन की ओर से स्पीकर ने बार-बार सभी सदस्यों से कार्यवाही चलाने में सहयोग का आग्रह किया। लेकिन विधायक नहीं माने। अंतत: उन्होंने सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।