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हाईकोर्ट के संज्ञान लेने के बाद रिम्स में 31 डाक्टरों का साक्षात्कार, जानें...किन-किन विभागों के लिए हुआ साक्षात्कार

Jharkhand Health News रिम्स में रिक्त पदों (Vacancies in RIMS) को लेकर हाईकोर्ट (High Court) के संज्ञान लेने के बाद अब डाक्टरों की नियुक्ति (Appointment Of Doctors) की तैयारी कर दी गई है। रिम्स (RIMS) में 31 डाक्टरों का गुरुवार को साक्षात्कार (Interview) लिया गया।

By Sanjay KumarEdited By: Published: Fri, 17 Dec 2021 10:08 AM (IST)Updated: Fri, 17 Dec 2021 10:09 AM (IST)
हाईकोर्ट के संज्ञान लेने के बाद रिम्स में 31 डाक्टरों का साक्षात्कार, जानें किन-किन विभागों के लिए हुआ साक्षात्कार

रांची (जागरण संवाददाता)। Jharkhand Health News : रिम्स में रिक्त पदों (Vacancies in RIMS) को लेकर हाईकोर्ट (High Court) के संज्ञान लेने के बाद अब डाक्टरों की नियुक्ति (Appointment Of Doctors) की तैयारी कर दी गई है। रिम्स (RIMS) में 31 डाक्टरों का गुरुवार को साक्षात्कार (Interview) लिया गया। विकास आयुक्त (Development Commissioner) और रिम्स निदेशक (RIMS Director) डा कामेश्वर प्रसाद के साथ एक्सपर्ट (Expert) के रूप में विशेषज्ञ चिकित्सक ऑनलाइन (Online) के माध्यम से शामिल हुए।

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रिम्स में डेंटल कॉलेज के प्राचार्य का भी लिया गया साक्षात्कार:

लैब मेडिसन, इएनटी, आर्थोपेडिक, साइकेट्री, डेंटल के कई विभाग के प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए साक्षात्कार लिया गया। कुछ विभाग में साक्षात्कार के लिए डाक्टर शामिल नहीं हुए। चयनित डाक्टरों का लिस्ट प्रकाशित की जाएगी। रिम्स में डेंटल कॉलेज के प्राचार्य का भी साक्षात्कार लिया गया।

ट्रामा सेंटर की शुरुआत 4 सालों में भी नहीं हो पाया पूरा:

मालूम हो कि रिम्स में डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की कमी की वजह से कई विभागों में मरीजों को इलाज के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है। दूसरी ओर रिम्स के नए ट्रामा सेंटर की शुरुआत डाक्टर व नर्सिंग स्टाफ की कमी की वजह से 4 सालों में भी पूरा नहीं हो पाया।

डॉक्टर की तुलना में मरीजों की संख्या काफी अधिक:

रिम्स में विभिन्न विभागों की बात की जाए तो पिछले कुछ वर्षों में आठ से 10 नए विभाग खुले हैं लेकिन यहां पर डॉक्टरों की कमी हमेशा दिख रही है। इन विभागों में नेफ्रोलॉजी विभाग, ऑंकोलॉजी विभाग, कार्डियोथोरेसिक विभाग, न्यूरोलॉजी, पीडियाट्रिक सर्जरी सहित अन्य विभाग शामिल है, जहा नर्सिंग स्टाफ और डॉक्टर की तुलना में मरीजों की संख्या काफी अधिक है।

रिक्त पदों को लेकर कई बार हाईकोर्ट ने भी लिया है संज्ञान:

रिम्स में रिक्त पदों को लेकर कई बार हाईकोर्ट ने भी संज्ञान लिया है। लगातार दो वर्षों में दूसरी बार हाईकोर्ट ने फिर एक बार रिक्त पदों की सूची प्रबंधन से मांगी जा चुकी है। रिम्स के पीआरओ डा डीके सिन्हा के मुताबिक अभी विभिन्न विभागों में 100 से अधिक डाक्टरों की जरूरत है, जबकि नर्सिंग स्टाफ की बात की 800 से अधिक नर्सिंग स्टाफ की जरूरत फिलहाल रिम्स को है।

पदों के लिए बहाली निकली भी और उसमें नियुक्ति भी हुई:

पिछले 5 वर्षों में करीब 35 डॉक्टर सेवानिवृत्त हो गए या कुछ डॉक्टरों के बीच में ही देहांत हो गया। इसके बाद डॉक्टरों के उस पद को भरने के लिए कोई नियुक्ति नहीं हो पाई है। हालांकि सीनियर रेजिडेंट के पदों के लिए बहाली निकली भी और उसमें नियुक्ति भी हुई।


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