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ट्रामा सेंटर को पूरी तरह शुरू करने की तैयारी, 100 नर्सों की जरुरत हैं सिर्फ 40; रेजिडेंट डाक्टरों की भी कमी

रिम्स के ट्रॉमा सेंटर को सुचारू रूप से संचालित करने की तैयारी चल रही है। कोरोना से पहले सेंटर के तीनों फ्लोर व्यवस्थित तरीके से चल रही थी। राज्य में संक्रमण के प्रवेश करते ही ट्रॉमा सेंटर को कोविड वार्ड में तब्दिल कर दिया गया था।

By Vikram GiriEdited By: Published: Mon, 01 Mar 2021 10:14 AM (IST)Updated: Mon, 01 Mar 2021 10:14 AM (IST)
ट्रामा सेंटर को पूरी तरह शुरू करने की तैयारी, 100 नर्सों की जरुरत हैं सिर्फ 40। जागरण

रांची, जासं । रिम्स के ट्रॉमा सेंटर को सुचारू रूप से संचालित करने की तैयारी चल रही है। कोरोना से पहले सेंटर के तीनों फ्लोर व्यवस्थित तरीके से चल रही थी। राज्य में संक्रमण के प्रवेश करते ही ट्रॉमा सेंटर को कोविड वार्ड में तब्दिल कर दिया गया था। अब वापस से इसके फस्ट, सैकेंड व थर्ड फ्लोर को ट्रामा के मरीजों के लिए शुरू किया जाना है। इसकी तैयारी प्रबंधन के स्तर से शुरू हो चुकी है।

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वर्तमान में यहां तीसरे तल्ले में कोरोना के करीब 20 संक्रमित मरीज भर्ती है। इसमें से 12 ऑक्सीजन सपोर्ट व वेंटिलेटर पर हैं, जबकि 8 सामान्य वार्ड में इलाजरत है। अब कोरोना संक्रमित मरीजों को पेइंग वार्ड में ही भर्ती करने पर विचार चल रहा है। लेकिन जब बात ट्रॉमा सेंटर को फुल फेज में शुरू करने की है तो यहां भी प्रबंधन को परेशानी हो सकती है। ट्रामा सेंटर में नर्सो की संख्या करीब 100 होनी चाहिए। लेकिन वर्तमान में सिर्फ 40 नर्सो की ड्यूटी ही लगाई जाती है।

जाहिर है जब मरीजों की संख्या में इजाफा होगा तो प्रबंधन को मैनपावर भी बढ़ाने पर विचार करना होगा। बताते चले कि रिम्स में पहले से ही नर्सो की संख्या मरीज की संख्या के अनुपात में काफी कम है। शासी परिसद की बैठक में 370 पदों पर स्थायी नर्सो की बहाली प्रक्रिया शुरू होनी है, जबकि अब तक विज्ञापन तक नही निकला है।

टेक्नीशियन-वार्ड अटेंडेंट की संख्या भी कम

ट्रॉमा सेंटर में नर्सो के अलावा टेक्नीशियन, वार्ड अटेंडेंट आदि की संख्या भी जरूरत के लिहाज से कम है। यहां वर्तमान में टेक्नीशियन की संख्या 10 के करीब है, जबकि 30 से 40 की जरूरत है। इसी तरह इतने ही वार्ड अटेंडेंट चाहिए। रेजिडेंट डाक्टरों की भी जरूरत है। विज्ञापन निकाला गया था लेकिन उम्मीदवार नही मिलने के कारण नियुक्ति नही हो सकी। जल्द रेजिडेंट की बाहाली कर इस समस्या को दूर किया जाएगा। इन सभी के अतिरिक्त ओटी के लिए भी अलग से स्टाफ की जरूरत है। इन सारी जरूरताें से प्रबंधन को अवगत कराया जा चुका है।


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