दिल्ली में ओला कैब चालक की हत्या का आरोपी कोडरमा से गिरफ्तार, लूटी कार भी बरामद Koderma News
Jharkhand Crime News. दिल्ली पुलिस ने जब ओला कैब ड्राइवर राहुल की गुमशुदगी का अनुसंधान शुरू किया तो उसके मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस कोडरमा तक पहुंची।
कोडरमा, जासं। दिल्ली के तुगलकाबाद के बंगाली कॉलोनी निवासी ओला कैब चालक राहुल उर्फ सुरेंद्र साहू की हत्या कर कार लूट के मामले का आरोपी कोडरमा से पकड़ा गया है। आरोपी कोडरमा थाना क्षेत्र के पत्थलडीहा निवासी 26 वर्षीय सुनील यादव, पिता प्रभु यादव है। हत्या के बाद लूटी गई कार को भी बरामद कर लिया गया है। जानकारी के मुताबिक 19 मई को ओला कैब ड्राइवर राहुल उर्फ सुरेंद्र साहू अपनी बुकिंग के अनुसार सुनील यादव को अपनी गाड़ी में बैठा कर निकला था, लेकिन घर वापस नही लौटा।
21 मई को राहुल के गुमशुदगी का मामला दर्ज किया गया था। दिल्ली पुलिस ने जब ओला कैब ड्राइवर राहुल की गुमशुदगी का अनुसंधान शुरू किया तो उसके मोबाइल लोकेशन के आधार पर दिल्ली पुलिस कोडरमा तक पहुंची। कोडरमा पुलिस की मदद से अभियुक्त सुनील यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तारी के बाद पुलिस को दिए अपने बयान में अभियुक्त सुनील यादव ने बताया कि 19 तारीख को ही उसने गर्दन दबा कर ओला कैब ड्राइवर की हत्या कर दी थी और उसका शव गुरुग्राम-फरीदाबाद मुख्य मार्ग में सड़क किनारे फेंक दिया था।
हत्या के बाद अभियुक्त कार और मृतक का मोबाइल लेकर कोडरमा लौट गया और यहां लूटी गई कार का इस्तेमाल भी कर रहा था। फिलहाल इस मामले में पकड़े गए अभियुक्त से पुलिस पूछताछ कर रही है। वहीं जानकारी के मुताबिक यह मामला दिल्ली के तुगलकाबाद में दर्ज किया गया था। बहरहाल दिल्ली पुलिस गिरफ्तार अभियुक्त को कोर्ट में प्रस्तुत करने के बाद अपने साथ दिल्ली ले जाएगी।
लॉकडाउन में लौटने का बनाया दबाव तो ड्राइवर की हत्या कर कार लेकर चल दिया
कैब ड्राइवर की हत्या व उनकी कार लूट का आरोपी सुनील यादव ने पुलिस को दिए बयान में कहा है कि दिल्ली में वह अपनी एक वैगनआर कार खरीदकर ओला कंपनी में दिया था। इसे वह स्वयं चलाता था। कुछ माह पूर्व कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। कार का इंश्योरेंस भी नहीं था। इसके कारण किसी तरह का दावा उसे नहीं मिल पाया। कार इस कदर क्षतिग्रस्त हुआ था कि वह उसकी मरम्मत भी नहीं करवा सका।
बेरोजगार होकर वह फांकाकशी के दौर से गुजर रहा था। इस बीच लॉकडाउन लगने के बाद परिवार वाले भी उसे बार-बार कोडरमा बुला रहे थे। कार खरीदने में घरवालों ने उसे पैसे देकर मदद की थी, लेकिन कार एक्सीडेंट होने के बात उसने घरवालों को नहीं बताई थी। अंत में आरोपी के दिमाग में खुराफात आया और उसने दूसरे ओला चालक की हत्या कर उसकी गाड़ी को लेकर कोडरमा भाग आया। यहां घर वालों को इसे अपनी गाड़ी बता कर वह गाड़ी को चला रहा था।