झारखंड के आंगनबाड़ी केंद्रों में मिल रहे खराब अंडे, शिकायत मिलते ही सरकार रेस
झारखंड के आंगनबाड़ी केंद्रों में बीते तीन माह से बच्चों को खराब अंडे दिए जा रहे हैं।
राज्य ब्यूरो, रांची। झारखंड के आंगनबाड़ी केंद्रों में बीते तीन माह से बच्चों को खराब अंडे दिए जा रहे हैं। कई दफा तो बच्चे इसे लेने तक से इंकार कर चुके हैं। ऐसे में हर सप्ताह तमिलनाडु के किसान पोल्ट्री फार्म से राज्य के आंगनबाड़ी केंद्रों को आपूर्ति किए जा रहे 30 लाख 60 हजार अंडों की क्वालिटी पर सवाल खड़े हो गए हैं। जानकारी के मुताबिक आंगनबाड़ी केंद्रों में जून से परोसे जा रहे अंडे के खराब होने की शिकायत कई जिलों से पहुंचने के बाद सरकार गंभीर हो गई है। महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा निदेशालय ने जिलों को विशेष दिशानिर्देश भेजा है।
आंगनबाड़ी केंद्रों के नाम से जारी इस दिशानिर्देश में निदेशालय स्तर से अंडे का स्व परीक्षण करने के बाद ही उसे स्वीकार करने का निर्देश सेविकाओं को दिया गया है। साथ ही उसे नमीयुक्त वातावरण से दूर रखने को कहा है।
निदेशालय स्तर से भेजे गए दिशानिर्देश में अंडे को स्थानीय स्तर पर परखने के नुस्खे बताए गए हैं। कहा गया है कि अगर उसका बाहरी आवरण जरूरत से अधिक चमकीली, सख्त और खुरदरी हो, हिलाने से आवाज करे, बाजार में उपलब्ध अंडे की तुलना में उसका आकार छोटा हो, उबालने के बाद अगर वह सख्त हो जाए, उसका अंदर का हिस्सा कुछ अधिक पीला हो तो वह अंडा नकली हो सकता है।
निदेशालय ने सेविकाओं को अंडे का उपयोग सही समय पर करने, अगर उसे रखना जरूरी हो तो उसे धान के भूसे में रखने, गीले स्थल पर बिल्कुल ही नहीं रखने की सलाह दी है। अंडे की आपूर्ति करने वाली तमिलनाडु की कंपनी को अधिक समय के लिए एकमुश्त अंडे की आपूर्ति से गुरेज करने आदि की नसीहत दी है। बताते चलें कि तमिलनाडु का किसान पोल्ट्री फार्म हर सप्ताह झारखंड के आंगनबाड़ी केंद्रों को 30 लाख 60 हजार अंडे की आपूर्ति कर रहा है।