दवा दुकान में छापेमारी के दौरान मिले नशीले 880 इंजेक्शन
राची के पंडरा इलाके में नशीला इंजेक्शन का कारोबार चल रहा था। इसकी सूचना मिलने पर छापेमारी की गई। इसमें 880 नशीले इंजेक्शन पकड़ी गई।
जागरण संवाददाता, राची : राची के पंडरा इलाके में नशीला इंजेक्शन का कारोबार चल रहा था। इसकी सूचना मिलते ही पंडरा थाने की पुलिस और ड्रग इंस्पेक्टर की टीम ने आरती मेडिकल शॉप में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान 880 इंजेक्शन और 400 नशीला टैबलेट बरामद किया गया। वहीं मौके से दुकानदार को गजेंद्र नाग उर्फ राजेंद्र को गिरफतार कर लिया गया। गुप्त सूचना मिलने पर ड्रग इंस्पेक्टर व पंडरा पुलिस की टीम इटकी रोड स्थित आरती मेडिकल स्टोर पर छापेमारी के लिए पहुंची थी। दुकान पर सर्च के दौरान 880 इंजेक्शन, व कई नशे में इस्तेमाल होने वाली दवाएं बरामद हुई। दुकान के बारे में लगातार नशीली दवाएं बेचने की सूचना मिल रही थी। मामले में ड्रग इंस्पेक्टर उत्कल मणि के बयान पर एफआइआर दर्ज की गई है। मंगलवार को आरोपित दुकान संचालक को जेल भेजा जाएगा। नसों में इंजेक्ट करते हैं नशीली इंजेक्शन :
शहर में नशीली कफ सीरप के अलावा इंजेक्शन व टैबलेट की भी बिक्री हो रही है। फोर्टविन, पेंटविन सहित अन्य इंजेक्शन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। दर्दनाक तरीके से युवा अपने हाथ की नसों में इंजेक्ट कर रहे हैं। कुछ नशेड़ी ऐसे हैं, जो नाइट्रोजन-10, स्पास्मो प्रॉक्सिीवान, माíफन और ट्राइका की चार से पाच गोलिया खाकर नशा कर रहे हैं। सभी दवाइयों का इस्तेमाल किसी न किसी बीमारी में किया जाना है। ये दवाइया डॉक्टरों के परामर्श पर ही बिकने हैं, लेकिन दुकानदार बिना डॉक्टरों की पर्ची के धड़ल्ले से इसकी बिक्री कर रहे हैं। इन नशीली दवाओं के ज्यादातर खरीदार शहर के अपराधी है। इन नशीली दवाओं का सेवन कर लूट ओर झपटमारी करते हैं। पुलिस की गिरफ्त में आए अपराधियों के पास से भी इन दवाओं के रैपर और बोतल बरामद किए गए हैं। कई ने पूछताछ में नशीली दवाओं के सेवन स्वीकार किया है।