झारखंड में 80 हजार आंगनबाड़ी सेविकाएं व सहायिकाएं हड़ताल पर
आंगनबाड़ी सेविकाओं और सहायिकाओं की प्रमुख मांग स्थायीकरण, न्यूनतम वेतन में बढ़ोत्तरी, पीएफ आदि है।
रांची, जेएनएन। राज्य की लगभग 80 हजार आंगनबाड़ी सेविकाओं और सहायिकाओं ने आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है। आंदोलन की मूल वजह आंगनबाड़ी केंद्रों के दायित्वों के निर्वहन के अलावा सरकार की लगभग सभी प्रमुख योजनाओं से आंगनबाड़ी सेविकाओं को जोड़ा जाना, मानदेय बढ़ाने के नाम पर टालमटोल, परियोजना स्तर तक की गड़बडिय़ों के लिए सेविकाओ- सहायिकाओं को दंडित किया जाना शामिल हैं। स्थायीकरण की मांग भी इसका एक प्रमुख पहलू है।
जमशेदपुर में आंगनबाड़ी सेविकाओं ने किया प्रदर्शन
झारखंड आंगनबाड़ी कर्मचारी एसोसिएशन के बैनर तले मंगलवार को जमशेदपुर समाहरणालय पर आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका ने प्रदर्शन किया। इनकी प्रमुख मांग स्थायीकरण, न्यूनतम वेतन में बढ़ोत्तरी, पीएफ आदि है।
एसोसिएशन के अध्यक्ष सुमित राय व महासचिव पुष्पा महतो का कहना है कि आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका को 10 वर्ष तक 4,400 रुपये प्रतिमाह वेतन दिया जाता है, इसके बाद वेतन में महज 63 रुपये की बढ़ोत्तरी होती है। यह विडंबना नहीं तो क्या है। सरकार अपने सभी योजनाओं-कार्यक्रमों का क्रियान्वयन हमसे कराती है, लेकिन सुविधा के नाम पर पीछे हट जाती है। पूर्वी सिंहभूम जिला में आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका की संख्या 3444 (1722+1722) है।
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