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Jharkhand Weather Update: झारखंड में बारिश से भारी तबाही, अब तक 12 की मौत

Jharkhand Weather Update राज्य के विभिन्न इलाकों में पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश आफत ढा रही है। घरों बस्तियों में पानी घुसने से कई शहर-गांवों में बाढ़ सा नजारा है।

By Alok ShahiEdited By: Published: Mon, 30 Sep 2019 07:12 AM (IST)Updated: Mon, 30 Sep 2019 10:04 AM (IST)
Jharkhand Weather Update: झारखंड में बारिश से भारी तबाही, अब तक 12 की मौत

रांची, जेएनएन। Jharkhand Weather Update राज्य के विभिन्न इलाकों में पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश आफत भी ढा रही है। घरों, बस्तियों में पानी घुसने से कई इलाकों में बाढ़ सा नजारा है। कुदरत के कहर से अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है। सोमवार को दुमका में मिट्टी का घर ठहने से उसमें सो रहे तीन लोगों की दबकर मौत हो गई। यहां गांव वालों ने सुबह ढहे हुए घर से तीनों शवों को निकाला। चतरा के हंटरगंज में एक महिला की नदी में डूबकर मौत हो गई। उसका शव पांच किमी दूरी तक बहकर जाने के बाद बड़ी मशक्‍कत से बरामद हुआ। गिरिडीह में उफनाई नदियों की तेज धार में उसरी नदी के अरगाघाट और सरिया के कालापत्थर के बिरहोरटण्डा में दो लोग बह गए।

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इससे पहले शनिवार-रविवार को भी अलग-अलग इलाकों में चार लोग नदी की धार में बह गए थे, जबकि दो लोगों की बारिश में ढही दीवार से दबकर मौत हो गई थी।  वहीं कई प्रमुख सड़कों के जलमग्न हो जाने से उनपर आवागमन ठप हो गया है। जगह-जगह कच्चे घरों की दीवार गिर जाने से सैंकड़ों गरीबों का आशियाना उजड़ गया है। उधर बरसात में दुर्गापूजा पंडालों और मूर्तियों का निर्माण कार्य भी प्रभावित है।

झारखंड में बारिश ने कुछ ऐसे मचाई तबाही

  1. लगातार बरसात से नदियां उफनाईं, लोगों के घरों में घुसा पानी, जगह-जगह जलप्लावन का नजारा
  2. गिरिडीह में दो लोग नदी की धार में बहे, कच्चे घर गिरने से कई घायल
  3. शनिवार को भी नदी में बहकर और दीवार से दबकर छह लोगों की हो गई थी मौत
  4. कई बस्तियां व प्रमुख सड़कें जलमग्न, रेल व सड़क मार्ग पर आवागमन प्रभावित
  5. बारिश से पूजा पंडालों का निर्माण हुआ प्रभावित, नवरात्र बाजार पर भी असर
  6. पलामू में सोन का जलस्तर बढ़ा, अलर्ट जारी, गरीबों का उजड़ा आशियाना
  7. धनबाद, रामगढ़ व हजारीबाग में कोयला खदानों में खनन का कार्य प्रभावित
  8. राष्ट्रपति का गुमला और देवघर का दौरा खराब मौसम के कारण करना पड़ा रद

महेशपुर में बहा पुल

महेशपुर मुख्यालय से 8 किलोमीटर दूर चंडालमारा गांव के पास बना पुल आज सुबह तेज वारिश के कारन टूट गया। बताते चले इस पुल होते हुए पोखरिया के रास्ते अमड़ापाड़ा, शहरग्राम, पाकुड़ जाया जा सकता था। पुल टूटने का मुख्य कारन बालू का उठाव है। बालू माफियाओं द्वारा पुल के पाया के नीचे से बालू उठाव कर पुल को पूरी तरह खोखला कर दिया गया था। जिस कारण आज सुबह पुल टूट कर ध्वस्त हो गया।

गिरिडीह में बिजली बाधित, शहर में नहीं हुई जलापूर्ति

गिरिडीह में भारी बारिश के कारण महादेव तालाब के पीछे 11 हजार वोल्ट तार का बिजली खंभा गिर गया। इससे महादेव तालाब वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। इस कारण सोमवार की सुबह शहर में जलापूर्ति नहीं हुई। हट्टी बाजार, कोलडीहा, बड़ा चौक इलाके के बीस हजार से अधिक की आबादी इससे प्रभावित हुई है। त्योहार के मौके पर जलापूर्ति नहीं होने से लोग परेशान रहे। बिजली पोल को दुरुस्त करने का काम किया जा रहा है।

देवघर में लोगों का जीना मुहाल

देवघर में लगातार बारिश से देवघर और आसपास के क्षेत्रों में जनजीवन प्रभावित है। हांलाकि रविवार की रात लगातार बारिश के बाद सोमवार की सुबह बारिश कुछ देर के लिए थमी है। लगातार बारिश की वजह से बाजार में भी सन्नाटा है। जलजमाव की समस्या से लोग जूझ रहे हैं। देवघर के हरिहर बाड़ी मोहल्ले के कई घरों में पानी घुस जाने से लोगों को काफी परेशानी हो रही है।

राजमहल में मकान ढहा

लगातार बारिश के चलते राजमहल नपं क्षेत्र के तीन नंबर वार्ड में फल विक्रेता मो फिरोज अंसारी का पुराना जर्जर एक मंजिला मकान रविवार/सोमवार की रात ढाई बजे ढह गया। हालांकि, परिवार के लोग बाल-बाल बच गए। घर ढहने के क्रम में घर में पति-पत्नी सहित तीन बच्चे मौजूद थे। पीडि़त को फिलहाल पड़ोसी ने पनाह दी है।

राष्ट्रपति के कार्यक्रम पर भी असर

उधर राजधानी रांची में रविवार सुबह से ही लगातार बारिश होती रही। राजधानी रांची में जगह-जगह जलभराव की समस्या बनी रही। उधर खराब मौसम की वजह से झारखंड दौरे पर आए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का गुमला और देवघर का रविवार का दौरा रद हो गया। 

कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात

गिरिडीह, देवघर, दुमका, जामताड़ा, गोड्डा, पाकुड़, धनबाद, झरिया, पलामू, गढ़वा, कोडरमा, चतरा, लोहरदगा, गुमला, हजारीबाग, जमशेदपुर, सरायकेला व रामगढ़ के विभिन्न इलाकों समेत राज्यभर में बारिश में लोगों के घरों में पानी घुसने और सैंकड़ों कच्चे घर ढहने की घटनाएं हुईं। सड़क धंसने और पुल-पुलिया के टूटने का सिलसिला भी जारी रहा। कच्चे घरों के ढहने से मलबे में दबकर कई लोगों के घायल होने की भी सूचना है। उधर धनबाद के मैथन और सरायकेला के चांडिल डैम से पानी छोड़े जाने के कारण कई गांवों में पानी घुस गया। खेतों के जलमग्न होने से सैंकड़ों एकड़ में लगी फसल भी बर्बाद हो गई। 

साहिबगंज में गंगा ढा रही कहर, पहुंची एनडीआरएफ की टीम

साहिबगंज के दियारा क्षेत्र में उफनाई गंगा से कई दिनों से तबाही का मंजर है। यहां लोग छतों, मचानों और जहां-तहां शरण लिए हुए हैं। राहत कार्य के लिए यहां एनडीआरएफ की टीम पहुंची है। पाकुड़ के झिकरहाटी पूर्वी, चांदपुर, इलामी पंचायत होकर बहनेवाली कई छोटी नदियां उफान पर हैं। यहां नदी का पानी सड़क पर बहने के कारण दर्जनों गांवों का संपर्क टूट गया है। इन इलाकों में आवागमन पूरी तरह से बाधित है।

सड़कें बनीं तालाब, ट्रेनें भी प्रभावित

दुमका के हंसडीहा के कई इलाके जलमग्न हैं, जबकि सड़कें तालाब बन चुकी हैं। हंसडीहा होकर गुजरने वाली ट्रेन भी विलंब से चल रही है। रेलवे ने सुरक्षा के दृष्टिकोण से हंसडीहा-दुमका सेक्शन पर लाइनमैन को सतर्क रहने को कहा है। उधर धनबाद-हावड़ा-दिल्ली रूट पर बारिश और बाढ़ के कारण ट्रेनें विलंब से चल रही हैं। 

सोन नदी की बाढ़ में कई फंसे

पलामू से गुजरने वाली सोन नदी के तटवर्ती क्षेत्र में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। शनिवार आधी रात से नदी में पानी का बहाव काफी तेज हो गया है। देवरी स्थित सोन नदी के दोनों किनारा लबालब भर गया है। जलस्तर बढऩे से देवरी, दंगवार आदि जगहों के लोग टीला पा बसेरा डाले हैं।


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