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चोरों की चांदी, पॉकेटमारों की पौ बारह ; ले उड़े 500 मोबाइल, 20 बाइकों पर हाथ साफ

राजधानी में दुर्गा पूजा के दौरान पूजा पंडालों के आसपास पॉकेटमारों ने लोगों की जेब पर हाथ साफ कर दिया।

By Edited By: Published: Sun, 21 Oct 2018 07:22 AM (IST)Updated: Sun, 21 Oct 2018 05:00 PM (IST)
चोरों की चांदी, पॉकेटमारों की पौ बारह ; ले उड़े 500 मोबाइल, 20 बाइकों पर हाथ साफ
चोरों की चांदी, पॉकेटमारों की पौ बारह ; ले उड़े 500 मोबाइल, 20 बाइकों पर हाथ साफ

रांची, राज्‍य ब्‍यूरो। राजधानी में दुर्गा पूजा के दौरान चाक-चौबंद सुरक्षा थी। हर तरफ सीसीटीवी का जाल। करीब डेढ़ हजार सीसीटीवी कैमरे की जद में पूरा शहर रहा। बावजूद पॉकेटमारों ने लोगों की जेब साफ कर दिए। महाषष्ठी से लेकर विजयादशमी तक यानी पांच दिनों के भीतर पॉकेटमारों ने 500 से अधिक मोबाइल उड़ा लिए। पर्स भी लेकर चलते बने।

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दो दर्जन पॉकेटमार पकड़ाए भी, लेकिन एक को भी जेल नहीं भेजा गया। न ही उनकी निशानदेही पर पुलिस ने गैंग को ही तलाशने की कोशिश की। दशहरा उत्सव के पांच दिनों के भीतर मोटरसाइकिल चोरी की घटनाएं भी खूब हुई। करीब दो दर्जन मोटरसाइकिलों की चोरी से संबंधित मामले विभिन्न थानों में दर्ज हुईं हैं।

इन पूजा पंडालों के पास सर्वाधिक मोबाइल चोरी : आरआर स्पोर्टिग क्लब रातू, रोड, भारतीय युवक संघ बकरी बाजार, सत्य अमर लोक मारवाड़ी भवन हरमू रोड, राजस्थान मित्र मंडल बड़ा तालाब, रेलवे दुर्गा पूजा समिति परिसर।

पॉकेटमारी में भी दर्ज कराए मिसिंग के मामले : मोबाइल की पॉकेटमारी में भी लोगों ने मिसिंग के मामले ही थानों में दर्ज कराए। वहीं मोबाइल नेटवर्किंग कंपनियों के स्टोर पर पुराने नंबर पुन: आवंटन करवाने की भीड़ लगी रही। थंब सिस्टम (अंगूठा लगाकर सिम आवंटन) रहने के कारण बिना थाने को सूचना दिए भी अधिकतर लोगों ने अपने पुराने नंबर का नया सिम आवंटित करवा लिया। थानों में मोबाइल मिसिंग के आवेदन की फाइलें मोटी हो चुकी हैं। जो पूजा पंडाल भ्रमण के दौरान गायब मोबाइलों से संबंधित हैं। वहीं कई पीड़ितों का कहना था कि मोबाइल चोरी की अगर प्राथमिकी दर्ज कराएंगे तो उसके लिए कोर्ट-कचहरी का चक्कर लगाना पड़ेगा।

सिर्फ कोतवाली क्षेत्र में पकड़ाए 40 अपराधी, थाने से ही छूटे : चार दिनों के भीतर चाक-चौबंद पुलिस ने पॉकेटमारी व चोरी के मामलों में 40 से अधिक अपराधियों को पकड़ा। उन्हें पूछताछ के बाद थाने से छोड़ भी दिया गया। इसका सबसे बड़ा कारण यह रहा कि किसी ने उनके खिलाफ मामला दर्ज नहीं कराया, जिसके चलते थाने से ही उन्हें छोड़ दिया गया।

संजीदा है पुलिस : जो भी घटनाएं हुईं हैं, उन मामले में पीड़ित रिपोर्ट दर्ज कराएं। पुलिस गंभीरता से मामले को देखेगी। जिस सामान की चोरी हुई है, उसे पुलिस खोजेगी और अपराधियों को भी पकड़ेगी।-अमन कुमार, एसपी सिटी, रांची ।


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