झारखंड में राज्यसभा की दो सीटों पर 3 प्रत्याशी, आंकड़े बढ़ाने में जुटी पार्टियां
Rajya Sabha Election 2020. नाम वापसी के अंतिम दिन किसी ने नाम नहीं लिया वापस। राज्यसभा की रिक्त हो रही दो सीटों पर 26 मार्च को होगा चुनाव।
रांची, राज्य ब्यूरो। Rajya Sabha Election 2020 राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करनेवाले तीन प्रत्याशियों में सभी के नामांकन पत्र जांच में दुरुस्त पाए गए हैं। वहीं, बुधवार को नामांकन वापसी के अंतिम दिन किसी भी प्रत्याशी ने अपना नामांकन वापस नहीं लिया। तीनों प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। दो सीटों के लिए 26 मार्च को विधानसभा में मतदान होना है। राज्यसभा चुनाव के लिए झामुमो से पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन, भाजपा से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश तथा कांग्रेस से शहजादा अनवर ने नामांकन दाखिल किया है।
नामांकन के बाद तीनों दल और प्रत्याशी जीत की रणनीति तैयार करने में जुट गए हैं। मिलने-जुलने का सिलसिला जारी है। झामुमो प्रत्याशी शिबू सोरेन का जीत पूरी तरह तय है। वहीं, आजसू के समर्थन मिलने से भाजपा प्रत्याशी की भी जीत लगभग तय है। भाजपा प्रत्याशी को निर्दलीय विधायक सरयू राय और अमित यादव का भी वोट मिलने की संभावना है। हालांकि कांग्रेस भी अपने प्रत्याशी की जीत का दावा कर रही है।
आंकड़े बढ़ाने पर जोर, झटका देने की जुगत में भाजपा
राज्यसभा चुनाव के लिए रिक्त हो रही दो सीटों पर झामुमो प्रत्याशी शिबू सोरेन की जीत तय मानी जा रही है। झामुमो के पास इसका पर्याप्त आंकड़ा है। जबकि भाजपा प्रत्याशी दीपक प्रकाश का भी पलड़ा भारी है। भाजपा ने रणनीतिक तौर पर काम आरंभ किया है। इसके तहत आजसू पार्टी का साथ भाजपा प्रत्याशी को मिला है। आजसू पार्टी के विधायक लंबोदर महतो भाजपा प्रत्याशी के प्रस्तावकों में हैं। चुनाव के निमित्त भाजपा के प्रमुख नेताओं से आजसू प्रमुख सुदेश कुमार महतो की भी मुलाकात हो चुकी है।
हालिया विधानसभा चुनाव में भाजपा और आजसू के बीच तालमेल नहीं हो पाया था, लेकिन चुनाव के बाद दोनों दलों में बेहतर तारतम्य दिख रहा है। बरकट्ठा के निर्दलीय विधायक अमित यादव भी भाजपा प्रत्याशी के साथ दिख रहे हैं। वे उनके प्रस्तावक भी बने हैं। भाजपा प्रत्याशी दीपक प्रकाश ने जमशेदपुर पूर्वी से निर्दलीय विधायक सरयू राय से भी समर्थन की गुजारिश की है। भाजपा की मंशा है कि वोटों का आंकड़ा बढ़ाकर सत्तापक्ष को झटका दिया जाए।
उधर कांग्रेस प्रत्याशी शहजादा अनवर को लेकर पार्टी में भी कुछ खास उत्साह देखने को नहीं मिल रहा है। जीत के लिए कांग्रेस के पास पर्याप्त आंकड़ा नहीं होना इसकी बड़ी वजह मानी जा रही है। हालांकि बुधवार को कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने विधानसभा परिसर में कई विधायकों से मुलाकात की। उन्होंने दावा किया है कि जीत का आंकड़ा कांग्रेस के पक्ष में है। इसका खुलासा चुनाव के ऐन पहले होगा। गौरतलब है कि राज्यसभा चुनाव में जीत के लिए प्रत्याशियों को प्रथम वरीयता के 27 वोट चाहिए।