महाराष्ट्र के रायगढ़ से मुक्त हुए झारखंड के 23 श्रमिक, L&T कंपनी ने वेतन रोककर बंधक बना लिया था
Jharkhand News Hindi News सभी श्रमिक पश्चिमी सिंहभूम के टोंटो प्रखंड के नीमडीह पंचायत स्थित सनकुचिया गांव के निवासी हैं। ये श्रमिक रायगढ़ जिला में स्थित एलएंडटी कोंकण रेलवे में इलेक्ट्रिशियन का काम करते थे। कंपनी ने इनका वेतन रोक रखा था।
रांची, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष की पहल पर राज्य के 23 श्रमिक महाराष्ट्र के रायगढ़ से वापस लौट हो गए हैं। ये श्रमिक पश्चिमी सिंहभूम के टोंटो प्रखंड के नीमडीह पंचायत स्थित सनकुचिया गांव के निवासी हैं। ये रायगढ़ के एलएंटी (लार्सन एंड टुर्बो) कोंकण रेलवे में इलेक्ट्रिशियन का काम करते थे। कंपनी ने इनका वेतन रोक रखा था। राज्य सरकार के संज्ञान में मामला आने के बाद कंपनी पर दबाव बनाया गया। इसके बाद कंपनी ने इनके आने का खर्च दिया और शेष राशि का भी शीघ्र भुगतान का आश्वासन दिया। मुक्त हुए श्रमिकों ने राज्य सरकार व उनके राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष का धन्यवाद दिया है।
श्रमिकों ने बताया कि उक्त कंपनी पिछले तीन महीने से उन्हें वेतन नहीं दे रही थी। ऐसे में वे किसी तरह मुश्किल से काम कर रहे थे। वे वापस लौटना चाह रहे थे, लेकिन उनके पास ट्रेन के टिकट खरीदने तक के पैसे नहीं थे। इन श्रमिकों ने श्रम विभाग के राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष से संपर्क कर मदद की गुहार लगाई। इसके बाद राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष व इसका संचालन कर रही फिया फाउंडेशन की टीम ने एलएंडटी के मैनेजर से बात कर सभी श्रमिकों के लिए ट्रेन भाड़े के मद में 10 हजार रुपये की व्यवस्था कराई। जल्दी ही श्रमिकों के बकाया वेतन का भी भुगतान कंपनी करेगी।