कांग्रेस कार्यालय में भाजपा विरोधी दलों का जुटान, किसानों के आंदोलन में 27 को भारत बंद का समर्थन
Anti BJP Parties Bharat Bandh on September 27 Jharkhand News झामुमो राजद वाम दल के अलावा बैठक में तृणमूल के नेता भी आए। कहा कि केंद्र सरकार बेरोजगारी और महंगाई बढ़ा रही है। भारत बंद में सभी गैर भाजपाई दल सड़क पर उतरेंगे।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड के गैर भाजपाई दलों के नेताओं ने सोमवार को कांग्रेस मुख्यालय में बैठक कर केंद्र सरकार की नीतियों पर चर्चा की और देश में बढ़ रही महंगाई, संसाधनों के गलत इस्तेमाल के लिए केंद्र सरकार को दोषी ठहराया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने जिस प्रकार से पेगासस सैन्य निगरानी स्पाईवेयर का अवैध उपयोग किया, कोविड-19 महामारी का घोर कुप्रबंधन, बढ़ती मुद्रास्फीति एवं मंहगाई के साथ-साथ बढ़ती बेरोजगारी पर चर्चा करने से इन्कार किया है, हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं।
बैठक में झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडेय, राजद के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश यादव, तृणमूल कांग्रेस के फिलमोन टोप्पो, मासस के सुशांतो मुखर्जी, सीपीआइएमएल से जनार्दन प्रसाद, प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जलेश्वर महतो, शहजादा अनवर, मुख्य रूप से उपस्थित हुए। बैठक में तय किया गया कि किसानों के आंदोलन में सभी दलों के नेता साथ रहेंगे। झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडेय ने कहा कि संसद में अभूतपूर्व दृश्य देखे गए, जहां विपक्षी विरोध को बाधित करने के लिए तैनात मार्शलों द्वारा महिला सांसदों सहित सांसदों को घायल कर दिया गया।
विपक्ष को देश और आम जनता से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाने के उनके अधिकार से वंचित किया गया। बढ़ती महंगाई से देश की जनता की रोजी-रोटी बर्बाद हो रही है। सीपीआइ के राज्य सचिव भुवनेश्वर मेहता ने कहा कि केंद्र सरकार देश के ज्वलित मुद्दों पर न तो चर्चा करती है, और न ही सरकार के पास जीवन और आजीविका सुरक्षित करने का कोई समाधान है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने बताया कि बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय हुआ कि अर्थव्यवस्था का विनाश, राष्ट्रीय संपत्ति की बड़ी लूट, बैंकों और वित्तीय सेवाओं सहित सार्वजनिक क्षेत्र का बड़े पैमाने पर निजीकरण, खनिज संसाधनों और सार्वजनिक उपयोगिताओं का निजीकरण प्रधानमंत्री के चुनिंदा साथियों को लाभान्वित करने के लिए किया जा रहा है। इन्हीं विषयों को लेकर आगामी 26 सितंबर को जन जागरण अभियान चलाते हुए राजधानी रांची में मशाल जुलूस निकाला जाएगा।
सरकार द्वारा तीन किसान विरोधी कानून को निरस्त करने को लेकर किसान संघर्ष मोर्चा के तत्वावधान में 27 सितंबर को भारत बंद को झारखंड में पूरी तरह सफल बनाना है। इसमें सभी गैर भाजपाई दल सड़क पर उतरेंगे। इसके बाद सभी दलों का संयुक्त धरना जिला मुख्यालयों पर 29 सितंबर को होगा। बैठक में कांग्रेस के कार्यालय प्रभारी अमूल्य नीरज खलखो, प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद, सतीश पॉल मुंजनी, आभा सिन्हा, राकेश किरण महतो, सीपीआइ से अजय सिंह, टीएमसी से संजय कुमार पांडे, दयानन्द प्रसाद आदि उपस्थित थे।