लॉकडाउन में ऑनलाइन सीखें योग और बढ़ाएं रोग प्रतिरोधक क्षमता, शारीरिक व मानसिक रूप से रहें स्वस्थ
Yoga Benefits Yoga Classes Near Me Koderma News Jharkhand Samachar काेडरमा में आंशिक लॉकडाउन में लोग योग की ऑनलाइन क्लास में हिस्सा ले रहे हैं। योग से शारीरिक के साथ मानसिक रूप से भी स्वस्थ रहने में मदद मिलती है।
कोडरमा, [रविंद्र नाथ]। Yoga Benefits, Yoga Classes Near Me, Koderma News, Jharkhand Samachar प्राचीन काल से ही देश में योग का विशेष महत्व रहा है। इसके महत्व व उपयोगिता को देखते हुए दुनिया भर के लोग योग को अपनी दिनचर्या में शामिल कर रहे हैं। वहीं कोरोना काल में इसका महत्व अधिक बढ़ गया है। कोरोना काल में शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करने पर अधिक जोर दिया जा रहा है। लोग नियमित रूप से काढ़ा भी पी रहे हैं। वहीं प्राणायाम व अन्य योग क्रियाएं करने का सुझाव दिया जा रहा है। कोडरमा जिले में ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से योग सिखाने का चलन बढ़ रहा है।
आंशिक लॉकडाउन में लोग घरों में रह रहे हैं। ऐसे में इस ऑनलाइन क्लास से शहर ही नहीं, गांव के लोग भी जुड़ रहे हैं। योग क्लास में शामिल होने वाले लोगों का कहना है कि योग करने से उनके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिल रहा है। कोरोना संक्रमण से जुड़ी खबरों के कारण उनके मन में निराशा घर कर रही थी। डर का माहौल बन रहा था। योग से वे मानसिक रूप से स्वस्थ महसूस कर रहे हैं। कोडरमा जिला योग संघ के जिला सचिव आकाश कुमार सेठ बताते हैं, कोरोना संक्रमण से जूझ रहे मरीजों को प्राणायाम अवश्य करना चाहिए।
इससे नवजीवन का संचार होता है। साधक के चारों ओर प्रखर आभामंडल तैयार हो जाता है जो अभेद्य सुरक्षा कवच की तरह बीमारियों से बचाता है। यह संक्रमण से होने वाली शारीरिक कमजोरी को दूर करने के साथ-साथ मरीज को ऊर्जा का अनुभव दिलाता है। याेग के भ्रष्स्तिका, कपालभाति,अनुलोम विलोम, भ्रामरी आदि आसन रोज करने से निरोग रहने में मदद मिलती है। योग करते समय प्राणायाम के बाद अपनी आंखें बंद रखें और अपने ललाट पर ओम का ध्यान रखें।
शरीर की प्रतिरोधक क्षमता होगी बेहतर
कोरोना का वायरस उन लोगों को जल्दी शिकार बनाता है जिनकी प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। ऐसे में रोज योग करने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाई जा सकती है। कपालभाति रोजाना करीब पांच मिनट करने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बेहतर होगी। इससे आप किसी भी तरह के संक्रमण से बचे रहेंगे। इस प्रक्रिया में बैठकर सांस लेते हैं और छोड़ते हैं। सांस लेते समय और छोड़ते समय पेट पर जोर दिया जाता है। वहीं अनुलोम विलोम नियमित रूप से करने से सर्दी, खांसी और जुकाम तक नहीं होता है। यह हमारी श्वसन क्रिया को बेहतर बनाता है। भस्त्रिका प्राणायाम करने से शरीर की कोशिकाएं स्वस्थ बनी रहती हैं। इसमें गहरी सांस ली जाती है। यह फेफड़ों को भी मजबूत बनाता है और खून को भी साफ करता है।
ऑनलाइन योग शिविर शुरू
पतंजलि युवा भारत हरिद्वार की झुमरीतिलैया शाखा द्वारा 15 दिवसीय ऑनलाइन योग शिविर शुरू किया गया है। योगी सुषमा सुमन ने बताया कि कोरोना जैसी महामारी से बचने के लिए दो रास्ते अपनाने जरूरी हैं। पहला योग और दूसरा आयुर्वेद। रोज 90 मिनट योग करने से बीमारी नहीं होगी। वहीं जो आयुर्वेदिक काढ़ा पीएगा, उसे पूरी एनर्जी मिलेगी।