कोविड वैक्सीन के लिए NSS व यूनिसेफ झारखंड में चलाएगा जागरुकता अभियान
Corona Vaccine is Safe एनएसएस के सभी विश्वविद्यालयों के कार्यक्रम समन्वयकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। वे सभी जिला नोडल पदाधिकारियों को प्रशिक्षित करेंगे। जिला नोडल पदाधिकारी जिला के अंतर्गत सभी कार्यक्रम पदाधिकारियों को कोरोना वायरस वैक्सीन को लेकर प्रशिक्षित करेंगे।
रांची, जासं। कोविड-19 महामारी से बचाव के लिए भारत में दिए जा रहे वैक्सीन को लेकर समाज में व्यापक जागरुकता अभियान चलाने के लिए राष्ट्रीय सेवा योजना झारखंड और यूनिसेफ झारखंड द्वारा योजना बनाई गई है। इस योजना के अंतर्गत एनएसएस के स्वयंसेवकों व कार्यक्रम पदाधिकारियों के बीच राज्य स्तरीय, विश्वविद्यालय स्तरीय एवं जिला स्तरीय जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इसमें यूनिसेफ के विशेषज्ञ इनको कोरोना टीकाकरण को लेकर जागरुक करेंगे।
झारखंड एनएसएस पदाधिकारी डॉ. ब्रजेश कुमार ने बताया कि कोविड-19 टीकाकरण जागरुकता को लेकर 17 फरवरी को राज्य स्तरीय वेबिनार यूनिसेफ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया। इसमें एनएसएस के सभी विश्वविद्यालयों के कार्यक्रम समन्वयक, जिला नोडल पदाधिकारी एवं टीम लीडर्स शामिल हुए। उन्होंने बताया कि 20 फरवरी से 10 मार्च तक विश्वविद्यालय और जिला स्तरीय जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि एनएसएस व यूनिसेफ संयुक्त रूप से राज्य स्तरीय, विश्वविद्यालय स्तरीय एवं जिला स्तरीय टीकाकरण जागरुकता को लेकर संचालन समिति बनाई जाएगी। इन समितियों के माध्यम से टीकाकरण जागरुकता अभियान चलाया जाएगा। एनएसएस के सभी विश्वविद्यालयों के कार्यक्रम समन्वयकों को प्रशिक्षित किया जाएगा और वे सभी जिला नोडल पदाधिकारियों को प्रशिक्षित करेंगे।
जिला नोडल पदाधिकारी जिला के अंतर्गत सभी कार्यक्रम पदाधिकारियों को प्रशिक्षित करेंगे। इस अभियान को सफल बनाने के लिए एनएसएस झारखंड द्वारा एक कोर समिति का गठन किया गया है। इसमें डॉ. ब्रजेश कुमार (रांची विश्वविद्यालय), डॉ. मेरी मार्गरेट टुडु (एसकेएम विश्वविद्यालय, दुमका), डॉ. दारा सिंह गुप्ता (कोल्हान विश्वविद्यालय, चाईबासा), डॉ. मसूफ अहमद (बीबीएमके विश्वविद्यालय, धनबाद), डॉ. जॉनी रूफिना तिर्की (वीबी विश्वविद्यालय, हजारीबाग), डॉ. विजय कुमार प्रसाद (एनपी विश्वविद्यालय, मेदिनीनगर, पलामू) और डॉ. सुभाष कुमार बैठा (झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय, रांची) शामिल हैं।