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ट्राइबल पेंटिंग कार्यशाला में झारखंड के 38 चित्रकार-साहित्‍यकार व फिल्‍मकार किए गए सम्‍मानित

Jharkhand Art News समारोह स्वामी विवेकानंद के चित्र पर माल्यार्पण के साथ आरंभ हुआ। मुख्य अतिथि अमिताभ चौधरी ने कहा कि झारखंड सांस्कृतिक विरासत की खान है। इसमें विश्व पटल पर छाने की क्षमता है। इसे मिल कर आगे ले जाना होगा।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Tue, 12 Jan 2021 09:16 PM (IST)Updated: Tue, 12 Jan 2021 09:22 PM (IST)
ट्राइबल पेंटिंग कार्यशाला में झारखंड के 38 चित्रकार-साहित्‍यकार व फिल्‍मकार किए गए सम्‍मानित
कार्यक्रम में सम्‍मानित किए गए फिल्‍मकार, साहित्‍यकार।

रांची, जासं। रांची के आड्रे हाउस में मंगलवार को दस दिवसीय ट्राइबल पेटिंग कार्यशाला का समापन हुआ। इस दौरान प्रतिभागी कलाकारों के अलावा झारखंड के 38 शीर्ष चित्रकार, साहित्यकार, पत्रकार और फिल्मकार सम्मानित किए गए। समापन समारोह के मुख्य अतिथि झारखंड लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष अमिताभ चौधरी तथा विशिष्ट अतिथि संस्कृति विभाग के निदेशक दीपक कुमार शाही, पूर्व निदेशक अशोक कुमार सिंह एवं इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के क्षेत्रीय केंद्र निदेशक संजय झा थे। समारोह स्वामी विवेकानंद के चित्र पर माल्यार्पण के साथ आरंभ हुआ।

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मुख्य अतिथि अमिताभ चौधरी ने कहा कि झारखंड सांस्कृतिक विरासत की खान है। इसमें विश्व पटल पर छाने की क्षमता है। इसे मिल कर आगे ले जाना होगा। उन्होंने कहा कि ऐसी कार्यशाला प्रतिभाओं को सामने लाती है। इस उद्देश्य में यह कार्यशाला भी प्रभावी रहेगी। सहायक निदेशक विजय पासवान ने कार्यशाला और निदेशालय की उल्लेखनीय गतिविधियों के बारे में विस्तार से बताया। कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कार्यशाला के संयोजक एवं ईजेडसीसी के झारखंड सदस्य चंद्र देव सिंह ने सांस्कृतिक क्षेत्र में राज्य के सभी हिस्सों की सहभागिता बढ़ाने का संकल्प दोहराया।

जनजातीय चित्रकला के शोध, संरक्षण एवं संवर्धन के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए डॉ. आरके नीरद को यामनी राय आदिवासी चित्रकला शोध सम्मान, एसएम नईयर जमाल को स्व. रुकैया महवी चित्रकला सम्मान, दिलेश्वर लोहरा को जीतराम बेदिया कला संस्कृति सेवा सम्मान, डॉ. अंजू साहू को सिनगी देई चित्रकला, संस्कृति व नारी शिक्षा तथा चुना राम हेंब्रम, शुंभाकर, पावर राय, अनुप कुमार महतो, विकास चंद्र महतो, भुवनेश्रर महतो, बसंत करमाली, कमलेश गोप, प्रतिभा तिग्गा, दीक्षा सिन्हा, संजय वर्मा, श्वेता रानी एवं अमृत कंडुलना को आदिवासी चित्रकला सम्मान प्रदान किया गया।

साहित्य के क्षेत्र में रणेंद्र कुमार (भाप्रसे) को डॉ. कुमार सुरेश सिंह साहित्य एवं प्रशासनिक सेवा सम्मान, गिरीधारी राम गोंझू को लाल रणविजय नाथ सहदेव भाषा साहित्य, संस्कृति, शिक्षा सम्मान, महादेव टोप्पो को पद्मश्री रामदयाल मुंडा साहित्य सम्मान, डॉ. नारायण भगत को जतरा टाना भगत भाषा साहित्य सेवा सम्मान, अभय सागर मिंज को वीपी केसरी साहित्य भाषा संस्कृति सम्मान, चंद्रमोहन किस्कू को बासु बेसरा भाषा साहित्य सेवा सम्मान, डॉ. विक्रम जोड़ा को कार्तिक उरांव साहित्य सम्मान, गुंजल इकर मुंडा को दुलाई चंद्र मुंडा साहित्य-भाषा-संगीत सम्मान, डॉ. मिनाक्षी मुंडा को बिरसा मुंडा शिक्षा एव समाज सेवा सम्मान, डोबरो बिरूली को लाको बोदरा साहित्य-भाषा-संस्कृति, डॉ. स्टेफी टेरेसा मुर्मू को इगनेस कुजूर कला संस्कृति सम्मान दिया गया। फिल्मकारों में निरंजन कुजूर को वीर बुधू भगत कला सम्मान एवं विजू टोप्पो को जूलियस तिग्गा कला संस्कृति सम्मान दिया गया। पत्रकारों में मनोज लकड़ा, कोनयरीस मिंज, शालि‍नी नाग, विनोद कुमार, प्रवीण मिश्रा, शशि नाग, संजय कृष्ण एवं आशीष तिग्गा नामित पुरस्कारों से सम्मानित किए गए।

इस अवसर पर अमिताभ चौधरी को विकासशील एवं कुशल नेतृत्व के लिए मारेंगे गोमके जयपाल सिंह मुंडा शक्तिपुंज शिखर सम्मान 2021 से सम्मानित किया गया। झारखंड के साहित्यकार गिरधारी राम गुंझू, महादेव टोप्पो, डॉ. नारायण भगत, डॉक्टर विक्रम अभय सागर मिंज, चित्रकार डॉ. आरके नीरद, चुनाराम हेमरोम, दिलेश्वर लोहरा फिल्मकार कुमार कुजूर एवं पत्रकार शालिनी नाग कोरिनयस मिंज ने संयुक्त रूप से उन्हें सम्मानित किया।


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