Home Delivery: 86691784..पर लिस्ट करें व्हाट्सएप, घर पहुंच जाएगा सारा सामान; यहां फुलप्रूफ इंतजाम
India Lockdown जिला प्रशासन ने एक वाट्सएप नंबर 8669178400 जारी किया है। इस नंबर पर लोग अपनी जरूरत के हिसाब से सूची बनाकर प्रशासन से सामान मंगवा सकते हैं।
रांची, राज्य ब्यूरो। Lockdown in India प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी के पूरे देश में लॉक डाउन की घोषणा करते ही हर मोहल्ले, हर चौक-चौराहे पर मारामारी सी मच गई। मंगलवार रात आठ बजे के बाद जैसे ही पीएम मोदी ने अगले 21 दिनों के लिए संपूर्ण भारत में लॉक डाउन और घरों से नहीं निकलने की पाबंदी के बारे में बताया, जो जहां था वहीं जड़वत हो गया। कुछ लोगों ने अपनी ताकत समेटते हुए बाजार की ओर उड़ान भरी। मोहल्ले के नाके पर खुले इक्के-दुक्के दुकानों में देखते-देखते जमघट लग गया। पुलिस वाले भी इन लोगों की जरूरतों का ख्याल करते हुए बस मुंह ताकते रह गए। इन दुकानों पर बदहवासी का आलम यह था कि लोग एक साथ 21 दिनों के राशन की खरीदी करने पर आमदा थे। दुकानदारों के लाख मना करने के बाद भी कई लोगों ने महीने भर के राशन व खाने-पीने की चीजों का उठाव किया।
वाट्सएप पर भेजें सूची, घर पहुंच जाएगा सामान
रांची वासी वाट्सएप के जरिए अपने घर की जरूरत का सामान मंगा सकते हैं। इसके लिए जिला प्रशासन ने एक वाट्सएप नंबर 8669178400 जारी किया है। इस नंबर पर लोग अपनी जरूरत के हिसाब से सूची बनाकर प्रशासन से सामान मंगवा सकते हैं। अगले 21 दिन अच्छे से कटे इसके लिए प्रशासन ने दो हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं। 104 व 1950 लांच किया है किसी भी प्रकार की समस्या आने पर लोग इन नंबरों पर कॉल कर सकते हैं।
वेजिगो एप से दें सामान का आर्डर
उपायुक्त ने बताया कि किसी भी परिस्थिति में दवा व अन्य सामग्रियों की कोई भी शॉर्टेज नहीं होगी। इसके लिए जिला प्रशासन ने बिग बाजार के साथ टाइअप किया है। जिसके तहत सभी जरूरत के सामानों की बुधवार से होम डिलीवरी की जाएगी जो 24 घंटे के भीतर लोगों को उपलब्ध होगा। उपायुक्त ने कहा है जिला प्रशासन लोगों की हर मदद करेगा। रांची जिला प्रशासन ने कहा है कि जिन व्यक्तियों को खाद्यान्न सब्जी आदि की आवश्यकता होगी। वह सामग्री की मात्रा के साथ सूची वाट्सएप पर या वेजी गो एप पर भेज सकते हैं।
आज से पंडरा बाजार की थोक मंडी बंद
मंगलवार देर रात राजधानी रांची के उपायुक्त राय महिमापत रे की अध्यक्षता में रांची के थोक व्यापारियों व बाजार समिति के सदस्यों के साथ बैठक हुई। निर्णय लिया गया कि बुधवार से रांची की थोक मंडी पंडरा बाजार पूरी तरह से बंद रहेगी। साथ ही यहां से व्यापारी खुदरा बिक्री नहीं कर सकेंगे।
होम डिलीवरी से इन्कार, घर में नहीं भेजा जा रहा गैस सिलिंडर
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उपायुक्त रांची को रसोई गैस का वितरण उपभोक्ताओं के घर तक नहीं किये जाने के मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के बाद कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री को सोशल मीडिया के माध्यम से बताया गया कि लालपुर में एक गैस एजेंसी द्वारा लॉक डाउन के समय रसोई गैस की आपूर्ति घर तक नहीं करने की बात कही जा रही है। इस बाबत मुख्यमंत्री को एक वीडियो भी साझा किया गया था। इसी वीडियो के आधार पर सीएम ने कार्रवाई के लिए निर्देश दिया है।
कालाबाजारी पर रोक की हुई पहल
मुख्यमंत्री के निदेश के बाद डालटनगंज में आवश्यक वस्तुओं की हो रही कालाबाजारी पर निगरानी शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री ने उपायुक्त पलामू को कालाबाजारी करने वालों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए सूचित करने का निर्देश दिया था। इसके बाद मुख्यमंत्री को पलामू डीसी ने बताया कि सभी अनुमंडल पदाधिकारियों को निर्देशित कर किसी भी तरीके की कालाबाजारी न हो इसके लिये संबंधित जगहों पर मजिस्ट्रेट को तैनात कर दिया गया है। कालाबाजारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बाहर नहीं निकलने की पाबंदी आपके स्वास्थ्य के लिए : हेमंत
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उपायुक्तों को संबोधित करते हुए कहा है कि आप इस बात का ध्यान रखें कि लोगों में किसी तरह का डर का माहौल न बने। पूरे देश में लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा और उन्हें सुरक्षित रखने के लिए बाहर निकलने पर पूर्ण रूप से पाबंदी लगा दी गई है। आप सभी लोग तैयार रहें। राज्य के किसी भी व्यक्ति को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। यह सुनिश्चित कर लें। भूख की स्थिति उत्पन्न न हो। लोगों को दवा समेत अन्य जरूरी सामान उपलब्ध हों। मुख्यमंत्री मंत्रालय में सभी जिला के उपायुक्तों से लॉक डाउन के दूसरे दिन की स्थिति की समीक्षा वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कर रहे थे।
क्वारंटाइन सेंटर में सभी को अलग अलग रखें
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्वारंटाइन में सभी को अलग-अलग रखने की व्यवस्था होनी चाहिए, ताकि पीडि़त को किसी तरह की परेशानी न हो। इसके लिए होटल, हॉस्टल, खाली पड़े भवन को इसके लिए तैयार करें।
मजदूरों को उनके गांव तक पहुंचाएं, इसे गंभीरता से लें
मुख्यमंत्री ने सभी उपायुक्तों को निदेश दिया कि झारखंड के विभिन्न जिले कई राज्यों की सीमा पर स्थित हैं। ऐसे में सैकड़ों की संख्या में मजदूर झारखंड स्थित अपने घर लौट रहे हैं और लॉकडाउन की स्थिति में वे सीमावर्ती क्षेत्रों में फंस गए हैं। इन सभी मजदूरों व अन्य को उनके गंतव्य तक पहुंचाने में मदद करें। इसको आप सभी गंभीरता से लें। परिवहन के लिए वाहन की व्यवस्था भी करें।
होम क्वारंटाइन नहीं, सरकार के क्वारंटाइन में रहेंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि होम क्वारंटाइन में लोगों की सही निगरानी नहीं हो सकती। ऐसे लोग दूसरों के संपर्क में आएंगे, जिससे आने वाले समय में समस्या उत्पन्न हो सकती है। सभी जिला के उपायुक्त यह सुनिश्चित करें कि बाहर से आने वाले लोगों को सरकार की निगरानी में 14 दिनों तक रखा जाए। उनके लिए पूरी व्यवस्था करें। भय का माहौल नहीं बने। बस जागरूक कर उन्हें अपनी निगरानी में रखें। पंचायत भवन, प्रखंड स्थित भवन में ऐसे लोगों को रखने की व्यवस्था करें।
हाट-बाजार लगने दें, लेकिन सिर्फ आवश्यक वस्तुओं की बिक्री होगी
मुख्यमंत्री ने उपायुक्तों को निर्देश दिया कि ग्रामीण क्षेत्रों में बाजार-हाट लगने दें। लेकिन, इसमें इस बात का ध्यान रखें कि बाजार में सब्जी, फल, खाद्यान्न, मसाला समेत आवश्यक वस्तु की ही बिक्री हो। कपड़ा, खाने-पीने की दुकानें नहीं लगे। दुकानों में कम से कम 20 फीट का फासला हो। वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान मंत्री आलमगीर आलम, वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव, मुख्य सचिव डॉ. डीके तिवारी, पुलिस महानिदेशक एमवी राव, सीएम के विशेष कार्य पदाध्ािकारी गोपालजी तिवारी, प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद और सीएम के वरीय आप्त सचिव सुनील श्रीवास्तव उपस्थित थे।
इन मामलों पर भी ध्यान देने का मिला निर्देश
- मजदूरों और गरीबों के लिए राशन की व्यवस्था करें
- पंचायत स्तर पर बाहर से आने वाले लोगों की सूची तैयार करें
- मास्क, किट की समस्या नहीं हो, यह सुनिश्चित करें
- प्रखंड स्तर पर आइसोलेशन व क्वारंटाइन सेंटर का निर्माण करें
- जिला में आने वाले लोगों की सटीक जानकारी रखें
- निजी अस्पतालों को भी अलर्ट में रखें
- होम डिलीवरी के माध्यम से लोगों को खाद्यान्न व दवा उपलब्ध हो यह सुनिश्चित करें
- ग्राम, पंचायत और प्रखंड स्तर पर गठित समिति के सदस्यों का मोबाइल व वाट्सएप नंबर उपलब्ध कराएं
- कोरोना वायरस को लेकर लोगों में जागरूकता हेतु प्रचार-प्रसार पर ध्यान दें
- आवश्यक सेवा में लगे वाहनों का परिचालन नहीं रोंके।