राजभवन में लगा 400 किलो का चरखा
राजभवन में 400 किलो वजनी राष्ट्रीय चरखा का निर्माण कराया गया है। राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को इसका उद्घाटन किया।
राज्य ब्यूरो, रांची : राजभवन में 400 किलो वजनी राष्ट्रीय चरखा का निर्माण कराया गया है। राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को इसका उद्घाटन किया। यहां स्वामी विवेकानंद तथा झारखंड के कई शहीदों की भी प्रतिमाएं स्थापित होंगी। राज्यपाल ने इनका भी शिलान्यास किया। सभी प्रतिमाएं छह से आठ फीट ऊंची और अलग-अलग मुद्राओं में होंगी। स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा योग की मुद्रा में होगी।
राजभवन में स्थापित भव्य राष्ट्रीय चरखा 12 फीट चार इंच लंबा, छह फीट दो इंच चौड़ा तथा आठ फीट चार इंच ऊंचा है। इसकी पूरी संरचना स्टेनलेस स्टील से बनी है। इसका निर्माण झारखंड गवर्नमेंट टूल रूम, टाटीसिलवे के 10 इंजीनियरों द्वारा किया गया है। इसके निर्माण में तीन माह समय लगा।
राज्यपाल ने रविवार को ही राजभवन स्थित गार्डेन में झारखंड के वीर शहीदों की प्रतिमाओं की स्थापना का भी शिलान्यास किया। इनमें तिलका मांझी, नीलांबर-पीतांबर, तेलंगा खड़िया, गया मुंडा, वीर बुधु भगत, सिदो-कान्हू, टाना जतरा भगत, दिवा किशुन, अल्बर्ट एक्का शामिल हैं। यहां स्वामी विवेकानंद की भी भव्य मूर्ति स्थापित की जाएगी। भवन निर्माण विभाग के अभियंता के अनुसार, इन सभी मूतर्यिों के निर्माण की जिम्मेदारी रांची के मूर्तिकार अमिताभ बनर्जी को दी गई है। इस मौके पर राज्यपाल के प्रधान सचिव शैलेश कुमार सिंह व अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित थे। बताते चलें कि इससे पूर्व राजभवन परिसर स्थित आड्रे हाउस में झारखंड की कला-संस्कृति की गैलरी स्थापित की गई है, जो कला और संस्कृति प्रेमियों को बरबस अपनी ओर खींच रही है। इससे इतर राजभवन का गार्डन हर साल कुछ दिनों के लिए आम लोगों, खासकर स्कूली बच्चों के लिए खुलता है, जिसे देखने के लिए लाखों की भीड़ उमड़ती है।