Shravan Month 2020: पहली सोमवारी पर भोले बाबा को पूज रहे श्रद्धालु, राशि अनुसार ऐसे करें शिव की आराधना
First Monday of Lord Shiva. मंदिर के बाहर छोटे-छोटे बच्चे जमीन पर चादर बिछाकर फूल बेल पत्र आदि की बिक्री कर रहे हैं। पूजा करने वाले में 90 प्रतिशत लोगों ने मास्क नहीं लगा रखा है।
रांची, जासं। Shravan Month 2020 सावन के पहले सोमवार को मंदिरों को न खोलने के सरकारी आदेश का रांची में असर दिख रहा है। बूटी में सभी शिव मंदिर बंद हैं। मगर शिव भक्त मंदिर के गेट पर ही पूजा कर रहे हैं। बूटी के किसी भी मंदिर में लोग दरवाजे पर पूजा करते हुए शारीरिक दूरी का ध्यान रखते हुए नहीं दिख रहे हैं। यहां से आगे बांधगाड़ी में शिव मंदिर में भी भक्तों की भीड़ लगी है। मंदिर के बाहर छोटे-छोटे बच्चे जमीन पर चादर बिछाकर फूल बेल पत्र आदि की बिक्री कर रहे हैं।
पिपरवार में श्रद्धालु गेट पर ही जलाभिषेक कर पूजा कर रहे हैं।
ऐसा ही नजारा कोकर शिव मंदिर में भी देखने को मिल रहा है। मंदिर के बाहर लोग बिना शारीरिक दूरी का पालन किए पूजा कर रहे हैं। मंदिर के अंदर से एक पुजारी लोगों से दूध आदि लेकर शिवलिंग पर चढ़ा रहा है। पूजा करने वाले में 90 प्रतिशत लोगों ने मास्क भी नहीं लगा रखा है। हर मंदिर के बाहर ऐसा ही नजारा देखने को मिल रहा है। बूटी मोड़ से कोकर तक किसी भी मंदिर के बार पुलिस बल की तैनाती नहीं दिख रही है।
हालांकि रांची का पहाड़ी मंदिर पूरी तरह से बंद है। मंदिर के बाहर पुलिस वाले तैनात हैं। किसी भी अंदर जाने नहीं दिया जा रहा है। यहां भगवान शिव को जलार्पण करने पहुंच रहे भक्त वापस लौट जा रहे हैं। कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के कारण रांची के अधिकांश बड़े मंदिर बंद हैं। श्रद्धालु बाहर से ही मंदिर का दर्शन कर लौट जा रहे हैं। प्रतिष्ठित पहाड़ी मंदिर में जिला प्रशासन की देखरेख में पंडित ने पूजा अर्चना किया। मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था कायम रखने के लिए एडीएम लॉ एंड ऑर्डर की ओर से कुल पांच दंडाधिकारियों की तैनाती की गई है। यह सभी अलग-अलग स्थलों पर तैनात हैं।
बता दें कि इस वष सावन में पांच साेमवारी पड़ रहा है। आज पहली सोमवारी है। इसके अलावा 13 जुलाई को सावन का दूसरा सोमवार, 20 जुलाई को सावन का तीसरा सोमवार, 27 जुलाई को सावन का चौथा सोमवार और 3 अगस्त को सावन माह का पांचवा सोमवार है।
राशि के अनुसार करें शिव आराधना
मेष: गुड़ से जलाभिषेक करना चाहिए।
वृष: पुष्प मदार, दही, शक्कर, चावल, सफेद चंदन आदि से पूजा करना चाहिए।
मिथुन: गन्ने के रस से अभिषेक करना चाहिए।
कर्क: भगवान शिव का घी से अभिषेक करें।
सिंह: गुड़ के जल से अभिषेक करें।
कन्या: भांग और पान अर्पण करें।
तुला: दही, शहद और इत्र से भगवान शिव का अभिषेक करें।
वृश्चिक: पंचामृत से अभिषेक करना चाहिए।
धनु: हल्दीयुक्त दूध से शिव का अभिषेक करें।
मकर: नारियल के जल से अभिषेक करना चाहिए।
कुंभ: तिल के तेल से भगवान शिव का अभिषेक करें।
मीन: केसरयुक्त दूध से जलाभिषेक करना चाहिए।
भगवान शिव की पूजा करने की यह है विधि
सबसे पहले सुबह जल्दी उठें और स्नान करके साफ कपड़े पहनकर भगवान शिव की पूजा करें। पूजा वाले स्थान की अच्छी तरह साफ-सफाई करें, और वहां गंगाजल का छिड़काव करें। आसपास के मंदिर में जाकर शिवलिंग पर जल व दूध का अभिषेक भी करें। इसके बाद भगवान शिव और शिवलिंग को चंदन का तिलक लगाएं। भगवान शिव को सुपारी, पंच अमृत, नारियल, बिल्व पत्र, धतूरा, फल, फूल आदि अर्पित करें। दीपक जलाएं और भगवान शिव का ध्यान लगाएं। शिव कथा व शिव चालीसा का पाठ कर, महादेव की आरती करें।