परीक्षकों ने कहा कराएं बीमा और बढ़ाएं पारिश्रमिक
लॉकडाउन के बीच ही झारखंड एकेडमिक काउंसिल की मैट्रिक-इंटर की कॉपियों का मूल्यांकन कर रहे लोगों ने पारिश्श्रमिक बढ़ाने की मांग की है।
जागरण संवाददाता, राची : लॉकडाउन के बीच ही झारखंड एकेडमिक काउंसिल की मैट्रिक-इंटर की कॉपियों की जाच शुरू हो गई। कोरोना से बचाव के लिए जैक ने हर संभव उपाय किए हैं, लेकिन परीक्षकों में कोरोना का भय खत्म नहीं हो रहा है। शिक्षक संगठनों का कहना है कि हमलोग भी जान खतरे में डालकर कॉपियों की जाच में लगे हैं। ऐसे में सरकार हमारा भी 50 लाख का बीमा कराए। कोई घटना हो जाती है तो उसके लिए जैक व सरकार ही जिम्मेदार होगी। मूल्याकन का पारिश्रमिक भी बढ़ाएं
शिक्षक कॉपी जाचने का पारिश्रमिक भी बढ़ाने की माग जैक से कर रहे हैं। वर्तमान में मैट्रिक के कॉपियों की जाच के लिए प्रत्येक कॉपी 16 रुपये जबकि इंटर की कॉपी की 20 रुपये मिलते हैं। इसके अलावा बाहर से आने वाले को राची में ठहरने के लिए प्रतिदिन 250 रुपये और यात्रा भत्ता प्रतिदिन 20 रुपये मिलते हैं। वहीं राची में ही रहने वालों को यात्रा भत्ता 50 रुपये मिलते हैं। इन्हें होल्टेज नहीं मिलता है। इसके अलावा मैट्रिक वाले को नाश्ता के लिए प्रतिदिन 20 रुपये तो इंटर वाले को 25 रुपये मिलते हैं। शिक्षकों का कहना है कि पारिश्रमिक मैट्रिक वाला का 16 रुपये से बढ़ाकर 25 रुपये और इंटर वाले का 20 रुपये से 30 रुपये किया जाए। इसके अलावा ठहरने के लिए 250 रुपये को 400 रुपये करने की माग कर रहे हैं।
वर्तमान परिस्थिति को अवसर में बदले: कुमार उत्कर्ष
जागरण संवाददाता, राची : इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस एंड मैनेजमेंट (आइएसएम) पुंदाग द्वारा शनिवार को आइओटी एवं कोविड-19 चुनौतिया और इनके समाधान विषय पर एक अंतरराष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता उत्कर्ष कुमार ने कहा कि महामारी के दौर में दुनिया में नई सोच और व्यवस्था उभर रही है। ऐसी बदलती परिस्थितियों में जीवन को पुन: अग्रसर करना और अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाना एक बहुत बड़ी चुनौती है। परंतु हर चुनौती और जोखिम में अवसर भी छिपे होते हैं। हमें इन अवसरों की पहचान करनी होगी और नए विचारों नई सोच को जिंदगी में आत्मसात करनी होगी। इस वेबिनार में संस्थान के अध्यक्ष प्रो. आरके वर्मा, सलाहकार प्रो. हरिहरन, निदेशक डॉ. गंगा प्रसाद सिंह, प्रो. सुशील कुमार व छात्र समेत 224 लोगों ने भाग लिया।