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विवि कर्मचारियों को एसीपी-एमएसीपी का लाभ देने पर सिंडकेट में लगेगी मुहर

राची विवि के कर्मचारियों की लंबे समय से एसीपी-एमएसीपी का लाभ देने से संबंधित विषयों पर फैसला हो सकती है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 01 Jun 2020 01:36 AM (IST)Updated: Mon, 01 Jun 2020 01:36 AM (IST)
विवि कर्मचारियों को एसीपी-एमएसीपी का लाभ देने पर सिंडकेट में लगेगी मुहर
विवि कर्मचारियों को एसीपी-एमएसीपी का लाभ देने पर सिंडकेट में लगेगी मुहर

जागरण संवाददाता, राची : राची विवि के कर्मचारियों की लंबे समय से एसीपी-एमएसीपी का लाभ देने से संबंधित माग जल्द ही पूरी होने वाली है। तीन जून को कुलपति डॉ. रमेश कुमार पाडेय की अध्यक्षता में होने वाली सिंडिकेट की बैठक में इससे संबंधित प्रस्ताव पर मुहर लग जाने की उम्मीद है। सिंडिकेट से स्वीकृति मिलने के बाद आरयू मुख्यालय, 22 पीजी विभागों और 14 अंगीभूत कॉलेजों के कर्मचारियों को लाभ मिलने लगेगा। इसमें वर्ष 1999 के बाद रिटायर्ड कर्मचारी भी शामिल हैं। बैठक में कुल 12 एजेंडों पर चर्चा होनी है। इन एजेंडों पर लगेगी मुहर

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-पीजी बॉटनी के प्रोफेसर डॉ. अशोक कुमार चौधरी का लंबित व्याख्याता की सेवा संपुष्ट करने का प्रस्ताव।

-एंथ्रोपोलॉजी विभाग के शिक्षक डॉ. दिनेश उराव का योगदान देने से संबंधित प्रस्ताव।

- परशुराम पाठक को एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर प्रोन्नति।

-जेपीएससी की अनुशसा के आलोक में संत जेवियर्स कॉलेज के लेक्चरर ललित शर्मा की नियुक्त का अनुमोदन।

-वीमेंस कॉलेज की डॉ. शíमला रानी को दो वर्ष के लिए अवैतनिक अवकाश की स्वीकृति।

- एफए के निजी सहायक एए मिंज को लीगल ओपिनियन के आधार पर असाधारण अवकाश स्वीकृत करने।

-केसीबी कॉलेज बेड़ो में पाच को प्रयोग प्रदर्शक पद पर प्रोन्नति।

-डॉ. सर्वोत्तम कुमार को करियर एडवासमेंट स्कीम के तहत एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर प्रोन्नति।

-पीजी एनेस्थिसिया की टॉपर को डॉ. विनोद प्रिया को गोल्ड मेडल देने का प्रस्ताव

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सीयूजे सरकारी विश्वविद्यालयों में टॉप पर

जागरण संवाददाता, राची : वर्ष 2020 के एजुकेशन व‌र्ल्ड संस्था द्वारा जारी रैंकिंग में राज्य के सरकारी विश्वविद्यालयों में झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय पहले स्थान पर रहा। झारखंड से केवल सीयूजे ही सूची में शामिल हैं। जारी सूची में कुल 1300 अंकों में से सीयूजे को 768 अंक मिला है। रैंकिंग प्राप्त करने के लिए कुल 10 मापदंडों के आधार पर अíजत अंकों को आधार बनाया गया। यह रैंकिग शैक्षणिक गुणवत्ता के मापदंड को दिखाता है। सीयूजे को शैक्षणिक कíमयों की कार्यकुशलता के लिए निर्धारित 150 में 121 अंक, शैक्षणिक कíमयों के कौशल विकास कल्याण के लिए 100 अंकों में से 72, पाठ्यक्रम आधारित गतिविधियों में 100 में से 62 अंक, उद्योग जगत से जुड़ाव के लिए 100 में से 61 अंक, रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए 100 में से 58 अंक, अंतरराष्ट्रीय संपर्क के लिए 100 में से 62, नेतृत्व व प्रशासनिक गुणवत्ता के 100 में से 68 अंक, पाठ्यक्रमों की विविधता के लिए 100 में से 72 अंक मिले हैं। बीते वर्ष विश्वविद्यालय को नैक की रैंकिंग भी प्राप्त हुई थी। वीसी ने विद्याíथयों एवं विवि कíमयों को बधाई देते हुए कहा कि यह उपलब्धि राज्य के लिए महत्वपूर्ण है। मेरा एक ही उद्देश्य है सीयूजे को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाना। कुलसचिव डॉ. एसएल हरि कुमार ने इस उपलब्धि का श्रेय वीसी के अथक प्रयासों को बताया।


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