कोरोना ने राजनीति को भी डिजिटल बना दिया, बढ़ने लगी है वर्चुअल भीड़
Jharkhand Political Updates. सत्ता पक्ष और विपक्ष में अब डिजिटल वॉर तेज हो गई है। बड़े-बड़े डिजिटल मंच सजने लगे हैं। एक-दूसरे पर हमले किए जा रहे हैं।
रांची, राज्य ब्यूरो। कोरोना महामारी ने डिजिटल प्लेटफार्म के महत्व को बढ़ाया तो राजनीति भी उसी दिशा में बढ़ चली है। डिजिटल प्लेटफार्म पहले भी राजनीतिक दलों के लिए एक दूसरे पर निशाने साधने का जरिया बनता रहा है, लेकिन हाल के दिनों में इसका दायरा बढ़ा है। बकायदा डिजिटल मंच सजा कर भीड़ जुटाई जा रही है, सभा की जा रही है और एक-दूसरे पर हमले किए जा रहे हैं। वर्चुअल हमलों में तीखापन भी है और पैनापन भी। मंच से सतही टिप्पणी करने वाले नेता इस प्लेटफार्म पर अपेक्षाकृत सजग होकर सटीक हमले आंकड़ों को साझा कर कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ट्वीटर के प्लेटफार्म पर ही समस्याओं का निपटारा कर रहे हैं। केंद्र से तकरार के मोर्चे को लेकर भी वे इसी प्लेटफार्म पर सक्रिय हैं। वहीं उनकी पार्टी झामुमो इसी प्लेटफार्म से विपक्षी दलों पर तीर कमान से निशाना साध रही है। कांग्रेस ने गुरुवार को डिजिटल प्लेटफार्म पर स्पीक अप इंडिया कार्यक्रम आयोजित कर अपनी भड़ास केंद्र सरकार के खिलाफ निकाली है। इसकी लोकप्रियता का आलम यह रहा कि यह कई घंटे ट्वीटर पर टॉप ट्रेंड बना रहा।
इधर भाजपा ने केंद्र सरकार की उपलब्धियों का बखान करने के लिए बकायदा तीन कमेटियों का गठन कर शीर्ष पदाधिकारियों को इसकी कमान सौंपी हैं। डिजिटल कमेटी और वर्चुअल कमेटी का भी गठन किया गया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा 30 मई को इस माध्यम से कार्यकर्ताओं से मुखातिब होंगे और उसके बाद देश भर की तर्ज पर झारखंड में अगले एक माह तक यह अभियान चलेगा।
इन कमेटियों के गठन का उद्देश्य मोदी सरकार की उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाना और झारखंड में सत्ता पक्ष की नाकामियों को उजागर करना है। सत्ता पक्ष और विपक्ष के स्तर से फेसबुक लाइव कार्यक्रम पहले से ही जारी है। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से भी देश भर के लोगों से जुड़ा जा रहा है। केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा इस प्लेटफार्म पर कुछ ज्यादा ही सक्रिय हैं। वे दिल्ली से ही हर जिले से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े हैं।