Positive India: नक्सलियों के गढ़ में भोजन लेकर घूम रही पुलिस, भूखे ग्रामीणों को खिला रही खाना
Positive India. झारखंड के संवेदनशील पिकेट व थानों में शाम पांच बजे तक चल रही सामुदायिक रसोई। राज्य में घोर नक्सल प्रभावित इलाकों में करीब 70 पुलिस पिकेट व थाने हैं।
रांची, राज्य ब्यूरो। कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए पूरे देश में जारी लॉकडाउन के बीच पुलिस कड़ी चुनौती झेल रही है। चुनौतियों से निपटते हुए झारखंड पुलिस पूरे राज्य के थाना, ओपी, पिकेट में शुरू सामुदायिक रसोई से आम लोगों को राहत पहुंचाने का भी काम कर रही है। शहर से लेकर गांव तक पुलिस ने इसे अभियान के रूप में लिया है। घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में पुलिस लोगों को भोजन-पानी देकर अपना बना रही है। पुलिस के जवान यहां भोजन की थाल लेकर भूखे ग्रामीणों के बीच घूम रहे हैं और उन्हें खाला खिला रहे हैं।
राज्य में घोर नक्सल प्रभावित इलाकों में करीब 70 पुलिस पिकेट व थाने हैं, जहां सामुदायिक रसोई शुरू कर दी गई है। कुछ जगहों पर सुरक्षा के ख्याल से थाना-ओपी व पिकेट से कुछ दूरी पर सामुदायिक रसोई की व्यवस्था की गई है। कोई भी व्यक्ति, कोई भी परिवार भूखा न रहे, इसका ख्याल रखा जा रहा है। गांव-गांव में यह संदेश पहुंच गया है कि राज्य सरकार की पहल पर पुलिस सुबह 11 बजे से शाम पांच बजे तक मुफ्त में भोजन करा रही है। जिन्हें भोजन करना है, वे वहां जाकर भोजन कर सकते हैं। जहां ग्रामीण पहुंचने में असमर्थ हैं, वहां तक जवान अपनी गाड़ी से भोजन लेकर पहुंच रहे हैं।
'सरकार के आदेश पर खाद्य एवं आपूर्ति विभाग से पुलिस को खाद्यान व अन्य सामग्री उपलब्ध कराई गई है, ताकि लॉकडाउन के दौरान कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे। इसी के तहत राज्य के सभी थाना-ओपी, पिकेट में सामुदायिक रसोई शुरू की गई है। नक्सल प्रभावित क्षेत्र में भी यह व्यवस्था पूरी संजीदगी व संवेदनशीलता से चल रही है। नक्सलियों के क्षेत्र में एहतियात भी बरती जा रही है, थाना, ओपी, पिकेट से कुछ दूरी पर सामुदायिक रसोई चल रही है।' -साकेत कुमार सिंह, आइजी अभियान, झारखंड।