राजस्व उप निरीक्षकों की हड़ताल के कारण दो लाख से ज्यादा आवेदन लंबित
राज्य में जारी राजस्व उप निरीक्षकों की हड़ताल का छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है। दो लाख आवेदन अभी तक लंबित है।
जागरण संवाददाता, रांची : राज्य में जारी राजस्व उप निरीक्षकों की हड़ताल का छात्रों के भविष्य पर व्यापक असर पड़ रहा है। राज्य के कई विभागों में नौकरियों के लिए आवेदन करने के साथ-साथ स्कॉलरशिप लेने के लिए जाति, आवासीय व आय सहित अन्य प्रमाणपत्रों की जरूरत है, लेकिन राजस्व कर्मचारियों के ग्रेड पे सहित नौ सूत्री मागों को लेकर पांच सितंबर से जारी हड़ताल के कारण प्रमाणपत्र बन नहीं पा रहे हैं। अभी केवल रांची में ही दो लाख के आसपास आवेदन विभिन्न तरह के प्रमाणपत्र बनाने के लिए जमा हैं, मगर इनपर विचार करने वाला कोई नहीं है। छात्र रोज इस आशा से समाहरणालय और प्रखंडों का चक्कर लगा रहे हैं कि कोई वरीय अधिकारी कोई समाधान निकालेंगे, परंतु इस पर ध्यान देने वाला कोई नहीं है। छात्रवृत्ति के लिए फार्म भरने का समय चार दिन शेष
आदिवासी कल्याण विभाग के द्वारा आदिवासी और गरीब छात्रों के लिए छात्रवृत्ति दी जाती है। इसके लिए फार्म भरने की आखिरी तिथि 24 सितंबर है। हजारों गरीब छात्र छात्रवृत्ति की आस में कॉलेज में एडमिशन ले चुके हैं मगर प्रमाणपत्र के अभाव में छात्रवृत्ति का फार्म ही नहीं भर पा रहे हैं। इसके साथ ही राज्य कर्मचारी चयन आयोग ने राज्य में 1787 एएनएम के पदों पर नियुक्ति के लिए विज्ञापन निकाला है। नियुक्ति प्रक्रिया पाच सितंबर से शुरु हुई और चार अक्टूबर तक आवेदन देना है। चेतावनी के बाद भी काम पर नहीं लौटे कर्मचारी-
भू राजस्व सचिव केके सोन ने नव नियुक्त 645 राजस्व उप निरीक्षकों से काम पर लौटने को कहा है। कार्रवाई की भी बात कही है। मगर इसके बाद भी कर्मचारी काम पर नहीं लौटे। ---- प्रतिक्रिया---
मैं पीछे 10 दिनों से अंचल कार्यालय में आय प्रमाणपत्र बनाने के लिए आ रहा हूं। आय प्रमाणपत्र के अभाव में मैं छात्रवृत्ति का फार्म नहीं भर पा रहा हूं। छात्रवृत्ति नहीं मिली तो पढ़ाई कैसे कर सकेंगे।
अजय मेरी बहन को एएनएम का फार्म भरना है। मगर जाति प्रमाणपत्र के अभाव में नहीं भर पा रही है। इसके लिए मैंने कई दिनों पहले आवेदन दिया था। मगर अभी तक प्रमाणपत्र नहीं बना है।
संतोष साहू