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युवा विकास के पथिक बनें, आप से ही देश की ताकत

रांची राज्यपाल सह कुलाधिपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि विद्यार्थियों का लक्ष्य केवल डिग्री प्राप्त करना नहीं हो। अच्छी सफलता के लिए क्वालिटी एजुकेशन जरुरी है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 16 Sep 2019 02:02 AM (IST)Updated: Mon, 16 Sep 2019 02:02 AM (IST)
युवा विकास के पथिक बनें, आप से ही देश की ताकत

जागरण संवाददाता, रांची : राज्यपाल सह कुलाधिपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि विद्यार्थियों का लक्ष्य केवल डिग्री प्राप्त करना नहीं हो। अच्छी सफलता के लिए क्वालिटी एजुकेशन जरुरी है। अब उनके सामने चुनौतिया बढ़ेंगी, लेकिन अपने चारित्रिक मजबूती और विवेक से उससे निपट सकते हैं। आत्मविश्वास के साथ शानदार सफर पर निकल पड़ें। वे रविवार को मारवाड़ी कॉलेज के तीसरे ग्रेजुएशन सेरेमनी में डिग्री प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को संबोधित कर रहीं थी। उन्होंने कहा कि विश्व पटल पर भारत ने विशिष्ट पहचान बनाई है। युवा विकास के पथिक बनें। आप से ही देश की ताकत है। राज्यपाल ने कहा कि मारवाड़ी कॉलेज के विद्यार्थी सफलता का ऐसा उदाहरण बनें जो अनुकरणीय हो। हमेशा अनुशासन का ध्यान रखें। गवर्नर ने कहा कि छात्राओं को आत्म सुरक्षार्थ कराटे और मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग दी जानी चाहिए। इसके लिए शैक्षणिक संस्थान पहले करे। कहा, मारवाड़ी कॉलेज को नैक से बी प्लस मिला है। आप लोग ज्ञान का ऐसा वातावरण तैयार करें, जिससे अगली बार कॉलेज को ए ग्रेड मिल सके। कार्यक्रम का संचालन डॉ. कुमार एएन शाहदेव व धन्यवाद ज्ञापन रजिस्ट्रार डॉ. अमर कुमार चौधरी ने किया। 63 में 44 छात्राओं को गोल्ड

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ग्रेजुएशन सेरेमनी में 59 टॉपरों को 63 गोल्ड दिया गया। इसमें 44 गोल्ड मेडल छात्राओं को मिला। सत्र 2011-14 के लिए 30 और सत्र 2012-15 के लिए 29 गोल्ड दिए गए। वर्ष 2014 में 2068 तथा वर्ष 2015 में 2440 विद्यार्थियों के डिग्री की स्वीकृति प्रदान की गई। परीक्षा नियंत्रक डॉ. अनमोल लाल ने दोनों सत्रों का रिपोर्ट प्रस्तुत किया। जनवरी में तीन सत्रों के विद्यार्थियों को मिलेगी डिग्री

मारवाड़ी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. यूसी मेहता ने कहा कि जनवरी 2020 में तीन सत्रों के विद्यार्थियों को डिग्री दे दी जाएगी। डिग्री नहीं मिलने से छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने या नौकरी के समय जरुरत पड़ती है। उन्होंने कहा कि सितंबर 2016 में दूसरा सेरेमनी हुआ था। यह तीसरी सेरेमनी है जिसमें 4500 छात्रों को डिग्री दी जा रही है। प्राचार्य ने कहा गोल्ड मेडलिस्ट के पीछे उनकी लगन, समर्पण के साथ अभिभावक व शिक्षकों का सहयोग होता है। छात्रों से कहा कि उनकी भूमिका बदलने वाली है। चुनौतियों का सामना प्रतिभा व लगन से कर नए कीर्तिमान स्थापित करें। सेरेमनी शिक्षा की शुरुआत

प्रतिकुलपति डॉ. कामिनी कुमार ने छात्र-छात्राओं से कहा कि ग्रेजुएशन सेरेमनी शिक्षा का अंत नहीं, बल्कि यह शुरुआत है। अब जिंदगी के हर पहलू से रु-ब-रु होंगे। खुद पर भरोसा को और मजबूत करने की बारी है। लक्ष्य से भटकाव, फ्रस्टेशन, निराशा आएगी, लेकिन आपको घबराना नहीं है। चारित्रिक मजबूती व अर्जित शिक्षा के साथ आगे निकल पड़िए। जीवन में हर पायदान पर सफलता मिलेगी। अब समय है ऊंची उड़ान भरने का। जरूरत है धैर्य, निष्ठा, साहस, नम्रता को अपने व्यवहार में शामिल करने की। हाथ पकड़ कर रखें तो नहीं पड़ेगी पांव पकड़ने की जरुरत

रांची विवि के कुलपति प्रो. रमेश कुमार पांडेय ने छात्रों से कहा कि आप नव यात्रा पर निकल चुके हैं। अब यहां से प्राप्त शिक्षा की सार्थकता को सिद्ध करने का समय है। विवि केवल शिक्षा नहीं देता, बल्कि चारित्रिक निर्माण व भविष्य की अच्छी राह भी दिखाता है। वीसी ने कहा कि नव भारत का निर्माण युवाओं के कंधे पर है। हर ओर भौतिकवाद चरम पर है। मूल्यों पर चर्चा होती है, लेकिन व्यवहार में क्षीण हो रहा है। कहा, प्रतिक्रिया जरूरी है, लेकिन संयम व सभ्यता का दामन नहीं छोड़ें। छात्रों पर राष्ट्र का गौरव निर्भर है। आपका व्यवहार अनुकरणीय होना चाहिए। वीसी ने छात्रों से कहा कि माता-पिता का हाथ पकड़ कर रखें तो लोगों के पांव पकड़ने की जरुरत नहीं पड़ेगी।


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