नदी महोत्सव: CM रघुवर दास ने किया पौधरोपण, कहा- प्रकृति का श्रृंगार हरियाली से करें Ranchi News
Jharkhand. नदी महोत्सव के मौके पर रांची के जुमार नदी के किनारे मुख्यमंत्री रघुवर दास ने पौधरोपण किया। राज्य की 44 नदियों के किनारे 274 किमी में पौधरोपण किया जा रहा है।
रांची, राज्य ब्यूरो। नदियों के संरक्षण की मुहिम को आगे बढ़ाते हुए इस वर्ष भी राज्य के सभी 24 जिलों में 44 नदियों के 64 स्थानों के किनारे 274 किमी में 8.25 लाख पौधे लगाए जाएंगे। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने रविवार को रांची के कांके में जुमार नदी के किनारे पौधा लगाकर जल शक्ति को समर्पित नदी महोत्सव सह वृक्षारोपण अभियान का शुभारंभ किया। इसमें बड़ी संख्या में स्कूली बच्चों ने भी हिस्सा लिया। यह अभियान एक माह तक चलेगा। मुख्यमंत्री ने राज्य के प्रत्येक नागरिक से एक-एक पौधा लगाने और उसके संरक्षण की अपील की। कहा, जल, जंगल, जमीन और जलवायु हमारी अमानत है। इसका संरक्षण करना हमारा कर्तव्य।
रांची के बोड़या स्थित जुमार नदी के तट पर नदी महोत्सव सह वृहद वृक्षारोपण अभियान के शुभारंभ के अवसर पर वृक्षारोपण किया । इस अभियान के तहत 1 महीने में राज्य के 24 जिलों, 44 नदी तटों पर 8.25 लाख पौधे लगाए जाएंगे । pic.twitter.com/ndAT0FjxP9
— Raghubar Das (@dasraghubar) July 7, 2019
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने वन एवं पर्यावरण विभाग, वन समितियों और आम लोगों के प्रयासों की सराहना की। आंकड़ों का हवाला देकर कहा कि सभी के प्रयासों से ही वर्ष 2014 की तुलना में झारखंड में 0.29 प्रतिशत वन क्षेत्र की वृद्धि हुई है। जबकि अन्य राज्यों में वन घट रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें झारखंड को वनों से आच्छादित पहला राज्य बनाना है। सरकार की मंशा बिल्कुल स्पष्ट है। सरकार जो भी विकास कार्य करेगी उसमें प्रकृति के संरक्षण का विशेष ध्यान रखा जाएगा। हम सभी को पता है कि बारिश वहीं होती है, जहां पेड़ होते हैं। पेड़ नहीं होंगे तो वर्षा नहीं होगी और वर्षा नहीं होगी तो फसल नहीं होगी।
मुख्यमंत्री ने राज्य के निवासियों से इस अभियान से जुडऩे की अपील करते हुए कहा, एक-एक पौधा जरूर लगाएं और सप्ताह में एक दिन श्रम दान करें। अपने लगाए पौधे की रक्षा करें उसे सूखने न दें। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने वन विभाग की 2018 वृक्षारोपण कार्यक्रम से संबंधित लघु पुस्तिका का विमोचन किया। कार्यक्रम में पद्मश्री मुकुंद नायक ने भी अपनी प्रस्तुति दी। मुख्यमंत्री ने भी मांदर की थाप देकर इस अभियान को सांस्कृतिक उत्सव का रूप दिया।
लगेंगे करम के एक-एक लाख पौधे
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड की संस्कृति से जुड़े करम और सरहुल पर्व के दौरान करम के एक-एक लाख पौधे लगाए जाएंगे। पिछले वर्ष करम के करीब 60 हजार पौधे लगाए गए थे। सरहुल और करम पर्व प्रकृति जुड़े हमारे अहम पर्व हैं।
जल प्रबंधन की गंभीरता पर विचार जरूरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश में जल संकट को देखते हुए जल शक्ति मंत्रालय का गठन किया है, जिससे जल प्रबंधन की दिशा में कार्य हो सके। दूषित जल की समस्या से देश और राज्य जूझ रहे हैं। शिशु और मातृ मृत्यु दर में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। जल प्रबंधन अभियान इस दिशा में अपनी सार्थक भूमिका दर्ज करेगा।
केंद्र देगा 4100 करोड़ : मुख्य सचिव
मुख्यसचिव डीके तिवारी ने कहा कि अब विकास के मायने बदल रहे हैं। बड़े-बड़े भवन बना देना ही विकास नहीं, बल्कि प्रकृति के साथ विकास करना सही मायने में विकास है। कहा, प्रधानमंत्री इस अभियान को और गति देने के लिए कैम्पा योजना के तहत 4100 करोड़ की राशि उपलब्ध करा रहे हैं।
ये थे उपस्थित
रांची सांसद संजय सेठ, कांके विधायक जीतू चरण राम, खिजरी विधायक रामकुमार पाहन, मुख्यसचिव डीके तिवारी, अपर मुख्य सचिव वन एवं पर्यावरण विभाग इंदु शेखर चतुर्वेदी, पीसीसीएफ संजय कुमार, राजस्व सचिव केके सोन, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. सुनील कुमार वर्णवाल, रांची उपायुक्त राय महिमापत रे, वरीय पुलिस अधीक्षक अनीश गुप्ता, उपमहापौर संजीव विजयवर्गीय सहित बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे उपस्थित थे।