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झारखंड की चार हस्तियों को पद्मश्री पुरस्कार

झारखंड की चार हस्तियों को पद्म पुरस्कार दिए जाने की घोषणा शुक्रवार की शाम गई।

By JagranEdited By: Published: Sat, 26 Jan 2019 06:00 AM (IST)Updated: Sat, 26 Jan 2019 06:00 AM (IST)
झारखंड की चार हस्तियों को पद्मश्री पुरस्कार
झारखंड की चार हस्तियों को पद्मश्री पुरस्कार

रांची, जेएनएन । झारखंड की चार हस्तियों को पद्म पुरस्कार दिए जाने की घोषणा शुक्रवार की शाम भारत सरकार ने की। सादगी के साथ जन सेवा में जुटे खूंटी के सासद कड़िया मुंडा को पद्म भूषण, स्वास्थ्य के क्षेत्र में नि:स्वार्थ भाव से सेवा कर अपने जीवन को समर्पित करने वाले डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पर्यावरण के क्षेत्र में काम करने वाली जमुना टुडू और समाज सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम करने वाले बुलु इमाम को पद्मश्री दिया जाएगा।

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मुख्यमंत्री रघुवर दास इन सबको हार्दिक बधाई देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति भी आभार और धन्यवाद दिया है। इसके साथ ही टाटा स्पो‌र्ट्स की खेल अधिकारी बछेंद्री पाल को भी पद्म भूषण दिया जाएगा। वह लंबे समय से झारखंड में खेल के क्षेत्र में सक्रिय हैं। बुलु इमाम हजारीबाग, एसपी मुखर्जी रांची और जमुना टुडू जमशेदपुर की हैं।

सादगी और जन सेवा का दूसरा नाम हैं कड़िया मुंडा :

खूंटी सांसद कड़िया मुंडा की राजनीति व समाजसेवा के क्षेत्र में अमिट पहचान है। ईमानदारी व सादगी की मिसाल कड़िया मुंडा आठ बार खूंटी लोकसभा क्षेत्र के सांसद रह चुके हैं। अनाथों और गरीबों के लिए वह दिन रात काम करते हैं। बेहतर इलाज की इच्छा लेकर उनके द्वार पहुंचने वाला निराश होकर नहीं लौटता।

आज भी पांच रुपये में इलाज करते हैं डॉ. एसपी मुखर्जी :

रांची के लालपुर में करीब पांच दशकों से इलाज करने वाले डॉ. एसपी मुखर्जी गरीबों के मसीहा के रूप में जाने जाते हैं। आज भी वह इलाज के लिए महज पांच रुपये ही लेते हैं। जिन मरीजों के पास पैसे नहीं होते उन्हें वह मुफ्त में दवा भी देते हैं। कौन बनेगा करोड़पति में डॉ. मुखर्जी पर डॉक्यूमेट्री भी दिखाई जा चुकी है।

बहुआयामी प्रतिभा के मालिक हजारीबाग के पर्यावरणविद बुलु इमाम ने हाल के दिनों में सोहराय व कोहबर कला को अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाया है। सोहराय कला को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वह 50 से अधिक प्रदर्शनी लगा चुके हैं। 76 वर्षीय बुलु को अंतरराष्ट्रीय गाधी शाति पुरस्कार भी मिल चुका है।

टांगी लेकर जंगल बचाने निकल पड़ती है लेडी टार्जन जमुना टूडु :

पूर्वी सिंहभूम के चाकुलिया प्रखंड की जमुना टूडु को पर्यावरण संरक्षण व महिला सशक्तीकरण के लिए बेहतरीन कार्य के लिए सम्मानित किए जाने की घोषणा हुई है। वह लेडी टार्जन के नाम से जानी जाती हैं। रोज सुबह वह अपनी चार-छह साथियों के साथ जंगल बचाने निकल जाती हैं। हाथ में पानी की बोतल और टांगी होती है। किसी ने पर्यावरण को नुकसान पहुंचाया तो उसकी खैर नहीं।


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