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जारी रहेगी पारा शिक्षकों की हड़ताल, शिक्षा मंत्री नीरा यादव से वार्ता बेनतीजा

Para Teachers. बीते डेढ़ माह से हड़ताल पर चल रहे पारा शिक्षकों और सरकार की तनातनी कम हुई है। दाेनों पक्षों के बीच हुई सकारात्‍मक बातचीत में लगभग सभी बिंदुओं पर सहमति बन गई।

By Alok ShahiEdited By: Published: Thu, 27 Dec 2018 12:42 PM (IST)Updated: Fri, 28 Dec 2018 11:36 AM (IST)
जारी रहेगी पारा शिक्षकों की हड़ताल, शिक्षा मंत्री नीरा यादव से वार्ता बेनतीजा
जारी रहेगी पारा शिक्षकों की हड़ताल, शिक्षा मंत्री नीरा यादव से वार्ता बेनतीजा

रांची, राज्य ब्यूरो। पारा शिक्षकों के एक माह से अधिक समय से चल रही हड़ताल अभी जारी रहेगी। शिक्षा मंत्री नीरा यादव के साथ उनकी गुरुवार देर शाम तक चली वार्ता बेनतीजा खत्‍म हो गई है। शिक्षा मंत्री नीरा यादव ने उन्‍हें गुरुवार को तीन बजे औपचारिक वार्ता के लिए बुलावा भेजा था। एक तरफ पारा शिक्षकों के मामले पर जहां विधानसभा में गतिरोध कायम है, वहीं दूसरी तरफ इस वार्ता के सकारात्‍मक नतीजे मिलने की अपेक्षा की जा रही थी।

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बता दें कि इस मसले पर विधानसभा में हुए हंगामे के बाद राज्य सरकार और पारा शिक्षक दोनों ने झुकते हुए वार्ता की ओर कदम बढ़ाया है। पारा शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल की गुरुवार को अपराह्न तीन बजे स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की मंत्री नीरा यादव के साथ वार्ता होगी। वार्ता में विभाग के प्रधान सचिव भी मौजूद रहेंगे । इस बारे में पारा शिक्षकों की मांग पर बुधवार को वार्ता के लिए लिखित पत्र भी जारी कर दिया गया। वार्ता में विभाग के प्रधान सचिव एपी सिंह तथा राज्य परियोजना निदेशक उमाशंकर सिंह भी रहेंगे।

इससे पहले, बुधवार को ही पारा शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल की अनौपचारिक वार्ता राज्य सरकार के तीन मंत्रियों के साथ विधानसभा परिसर में हुई। बैठक में मंत्री सीपी सिंह, अमर कुमार बाउरी तथा रणधीर सिंह शामिल थे। सीएम संग वार्ता की पारा शिक्षकों ने की मांग हालांकि इसमें कुछ देर के लिए शिक्षा मंत्री नीरा यादव भी पहुंचीं। पारा शिक्षकों ने राज्य सरकार के साथ औपचारिक वार्ता के लिए लिखित पत्र की मांग की।

पारा शिक्षकों ने मंत्रियों से मुख्यमंत्री रघुवर दास के साथ वार्ता कराने की मांग की। इसपर मंत्रियों ने कहा कि उन्हें विभागीय मंत्री नीरा यादव के साथ वार्ता करनी चाहिए क्योंकि वह विभाग की मुखिया हैं। इसपर पारा शिक्षकों ने कहा कि वे शिक्षा मंत्री के साथ वार्ता के लिए तैयार हैं, लेकिन अच्छा होता इसमें मुख्यमंत्री भी रहते। क्योंकि शिक्षा मंत्री पहले ही कह चुकी हैं कि उनके मामले में अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री ही लेंगे।

एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के नेताओं के अनुसार, विधायक साधुचरण महतो की पहल पर उनके आठ प्रतिनिधियों की अनौपचारिक वार्ता इन मंत्रियों से कराई गई। इसमें उन्होंने अपना पक्ष रखा कि किस तरह सरकार छत्तीसगढ़ की तर्ज पर पारा शिक्षकों को स्थायी करते हुए वेतनमान दे सकती है। बताया कि झारखंड में कोई नई नियुक्ति नहीं हो रही है जिससे शिक्षक पात्रता परीक्षा पास होने की शर्त रखी जाए। आखिर पारा शिक्षक 16-17 साल से हटाए जाने के लिए काम नहीं कर रहे हैं। न ही इसके लिए वे आंदोलन कर रहे हैं।

मंत्रियों ने उनकी बातों से मुख्यमंत्री को अवगत कराने का आश्वासन दिया। प्रतिनिधिमंडल में संजय दूबे, ह्रषिकेश पाठक, विनोद बिहारी महतो, सिंटू सिंह आदि शामिल थे। प्राथमिकी वापस लेने पर ही मानेंगे पारा शिक्षक पारा शिक्षक सबसे पहले 15 नवंबर को राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर हुए हंगामे के आरोप में दर्ज प्राथमिकी वापस लेने की मांग करेंगे। इसपर सहमति मिलने के बाद ही वे अन्य मांगों पर वार्ता के लिए तैयार होंगे। एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने इसकी तैयारी की है। इसके अलावा पारा शिक्षक आंदोलन के दौरान मृत पारा शिक्षकों के आश्रितों को मुआवजा व सरकारी नौकरी देने की मांग करेंगे।

टेट पास को स्थायी करने पर तैयार हो सकती है सरकार :  सूत्रों की मानें तो राज्य सरकार शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण पारा शिक्षकों को स्थायी करने पर तैयार हो सकती है। अन्य के लिए इस परीक्षा को उत्तीर्ण करने की शर्त रखी जा सकती है। मानदेय में भी कुछ और वृद्धि करने पर सरकार तैयार हो सकती है। पारा शिक्षकों ने की गांधीगीरी पारा शिक्षकों ने बुधवार को विधानसभा परिसर में गांधीगीरी की। एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के नेताओं ने शिक्षा मंत्री नीरा यादव समेत तमाम मंत्रियों तथा विधायकों को गुलाब का फूल भेंट किया तथा अपनी मांगों के समर्थन में दस्तावेज सौंपे।


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