AK 47 तलाशने में जुटा एनआइए, झारखंड सरकार से मांगा ब्योरा
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने सरकार व पुलिस मुख्यालय को पत्र लिख झारखंड में 2012 के बाद पकड़ी गयी अवैध एके-47 का पूरा ब्योरा मांगा है।
रांची, जेएनएन। झारखंड में 2012 के बाद कितने अवैध एके-47 पकड़े गए और कहां-कहां। इसका पूरा ब्योरा लेने के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने सरकार व पुलिस मुख्यालय को पत्र लिखा। पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर अपराध अनुसंधान विभाग ने सभी जिलों के एसपी को पत्र भेजा है कि अगर उनके यहां कभी एके-47 राइफल बरामद हुए हों तो इससे सीआइडी को अवगत कराएं ताकि इसकी जानकारी एनआइए को दी जा सके। इससे आगे कार्य को अंजाम देने में सुविधा होगी।
मामला बिहार के मुंगेर व मध्य प्रदेश के जबलपुर से जुड़ा हुआ है, जिसकी जांच एनआइए कर रही है। दो माह पूर्व जबलपुर के सेंट्रल ऑर्डिनेंस डिपो (सीओडी) से एके-47 राइफलों की तस्करी का खुलासा हुआ था। पूर्व में गिरफ्तार शमशेर, इमरान आदि तस्करों ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में 70 से अधिक एके-47 राइफल मुंगेर लाने की बात कही थी, जिसमें मुंगेर पुलिस केवल 20 राइफलों को ही बरामद कर सकी थी। इस केस को एनआइए ने मुंगेर पुलिस से टेकओवर किया था। अब शेष राइफलों की बरामदगी की कोशिश जारी है।
एनआइए इस मामले की तह तक जाकर देशविरोधी व आतंकी व नक्सली लिंक की तलाश में जुटी हुई है। जबलपुर से तस्करी कर मुंगेर लाए गए एके-47 राइफलों में अनेक आतंकियों व नक्सलियों तक बेचे जाने का खुलासा हुआ है। मुंगेर से दो बार बड़ी मात्रा में एके 47 के पार्ट्स भी बरामद हो चुके हैं। इस मामले में संलिप्त 16 आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके हैं। वहीं, मध्यप्रदेश के जबलपुर में भी चार आरोपित गिरफ्तार किए गए हैं।