दैनिक जागरण की बाल यौन शोषण के खिलाफ जागरूकता रैली, रांची के 6 स्कूल के बच्चों ने लिया भाग
सोमवार को दैनिक जागरण बाल यौषण शोषण के विरोध में जागरूकता रैली निकाली। रैली में समाज के कई संगठनों के अलावा पांच सौ से अधिक बच्चों ने भाग लिया। लायंस क्लब फेमिना के सदस्यों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया ।
जागरण संवाददाता, राची: दैनिक जागरण द्वारा सोमवार को मोरहाबादी मैदान से बाल यौन शोषण पर जागरूकता रैली निकाली गई। रैली में विभिन्न स्कूलों के सैकड़ों बच्चों के साथ-साथ विभिन्न समाज के लोगों ने हिस्सा लिया। आयोजन के मुख्य अतिथि रिटायर्ड जज साकेत अली खान रहे। उन्होंने कहा, बाल यौन शोषण को रोकने के लिए आज हर बच्चे के गार्जियन को जागरूक होना पड़ेगा। अपने मौलिक अधिकारों को जानना पड़ेगा।
किसी भी बच्चे के साथ दुर्व्यवहार होता है तो वह अपने माता पिता को बताए। ऐसे मामलों में अभिभावक द्वारा कानूनी कार्रवाई के लिए कदम उठाना जरूरी है। दैनिक जागरण के अभियान बाल यौन शोषण अब बस में लायंस क्लब राची फेमिना के सदस्यों ने हिस्सा लिया।
नाटक के माध्यम से बच्चों को किया जागरूक
इस जागरूकता रैली से पहले बापू वाटिका में झारखंड फिल्म एंड थिएटर के कलाकारों द्वारा नाटक का मंचन कर जागरूक किया गया। नुक्कड़ नाटक के जरिए कलाकारों ने यह दिखाया की कैसे समाज में आज विकृत मानसिकता के लोग बेखौफ तरीके से लड़कियों को छेड़ते हैं। वहीं कैसे जनता मूक दर्शक बनी रहती है।
इन स्कूलों ने लिया रैली में हिस्सा
विकास पब्लिक स्कूल, डीएवी नंदराज, आदर्श विद्या मंदिर, राइज एकेडमी स्कूल लायंस फेमिना क्लब ने लगाया जांच शिविर
इस मौके पर बापू वाटिका के समक्ष लायंस क्लब ऑफ रांची फेमिना के सदस्यों द्वारा जांच शिविर का आयोजन किया गया। जहां लोगों ने रक्तचाप और शुगर की भी जांच की गई। ये रहे मौजूद
मुख्य अतिथि रिटायर्ड जज साकेत अली खान, अधिवक्ता परशुराम, सिटी एसपी संजय रंजन सिंह, लायंस क्लब रांची फेमिना की सदस्य पूनम आनंद, गीता प्रसाद, विनिता शरण, शोभना चोपड़ा, मनीषा साईं, किरण माला, रतन अग्रवाल, विजय कुमार शर्मा, आशुतोष द्विवेदी, राजीव रंजन व अन्य मौजूद रहे।
जैसे-जैसे समाज में विकास हो रहा है। बाल यौन शोषण भी बढ़ता जा रहा है। ऐसे में जरूरत है एक स्वस्थ्य वातावरण बनाना होगा। जिससे की बच्चें आसानी से उनके साथ हुए बाल यौन शोषण के बारे में बता सकें।
पूनम आनंद, सदस्य लायंस क्लब ऑफ रांची फेमिना
बाल यौन शोषण आज के समय में बहुत बड़ी समस्या हो गई है। ऐसा कृत्य मानसिक विकृति के लोग करते हैं। जरूरत है बच्चों को अवेयर कराएं। साथ ही यह भी बताने की आवश्यकता है कि इस बारे में बच्चें अभिभावक से बात करें।
गीता प्रसाद, सदस्य, लायंस क्लब ऑफ रांची फेमिना।
यह समस्या आज समाज में सबसे बड़ी है। अधिकतर बाल यौन शोषण लड़कियों के साथ होता है। लड़कों के साथ भी होता है। यह घर और बाहर दोनों है। लेकिन अधिकतर जानने वाले ही ऐसा करते हैं।
विनीता शरण, सदस्य, लायंस क्लब ऑफ रांची फेमिना बाल यौन शोषण अवेयरनेस फैला कर रोका जा सकता है। स्कूलों में यौन उत्पीड़न के बाद बताना चाहिए।
मनीषा साईं, सदस्य, लायंस क्लब ऑफ रांची फेमिना अधिकतर दुष्कर्म की घटनाएं तीन से चार साल तक की बच्चियों के साथ हो रही हैं। घर के बाहर ही नहीं अंदर के लोग भी इस तरह की घटना को अंजाम दे रहे हैं। ऐसे रेपिस्ट को फांसी दे देना चाहिए।
शोभना चोपड़ा, सदस्य बाल यौन शोषण आज समाज की सबसे बड़ी समस्या है। पहले समाज के डर से माता-पिता घटनाओं को उजागर नहीं होने देते थे, लेकिन अब जागरूकता की वजह से सामने आ रही है। इसमें सबसे बड़ी भूमिका शिक्षा की है।
किरण माला, सदस्य सबसे पहले दैनिक जागरण को धन्यवाद करना चाहूंगा। दैनिक जागरण हमेशा विभिन्न तरह की समस्याओं को उठाता रहता है। बाल यौन शोषण क्रूरता आज समाज में बढ़ता जा रहा है। इसके खिलाफ कड़े कानून की आवश्यकता है।
रतन अग्रवाल, निदेशक, निरामया अस्पताल