किशोरगंज के पूजा पंडाल में शॉर्ट सर्किट से लगी आग
शनिवार की देर रात प्रगति क्लब के पूजा पंडाल में शार्ट सर्किट की वजह से आग लग गई। काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। चार साल पहले रातू रोड के पंडाल में भी अगलगी की घटना हुई थी।
जागरण संवाददाता, रांची :
शनिवार देर रात किशोरगंज स्थित प्रगति क्लब पंडाल में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गई। आग लगने से पंडाल का मुख्य द्वार और कुछ अन्य भाग जल कर खाक हो गया। हालांकि क्लब और अन्य लोगों की मशक्कत की बदौलत आधे घंटे के भीतर आग पर काबू पा लिया गया। प्रतिमा सहित पंडाल का मुख्य हिस्सा सुरक्षित है। यह पंडाल फूस का बना था। आयोजन समिति के लोग अब जल्द से जल्द पंडाल को दुरुस्त करने में लगे हैं ताकि कल से दर्शन-पूजन व मेला शुरू हो सके।
बिजली वितरण निगम से शॉर्ट सर्किट का कारण पूछने पर पता चला कि बिजली के मेन लाइन में कोई समस्या नहीं हुई। आशंका जताई गई है कि हो सकता है कनेक्शन लेकर पंडाल तक गए तार के कटे होने के कारण आग लगी हो।
विभागीय अधिकारियों ने बताया कि रात 2:30 बजे समिति द्वारा सबडिवीजन में फोन कर बिजली आपूर्ति रोकने की सूचना मिली। उस वक्त पंडाल के लोगों के द्वारा ही बल्ब लगाने और अन्य कार्य किए जा रहे थे। आग पर काबू पाने के बाद रात के 3:10 बजे दोबारा बिजली आपूर्ति शुरु कर दी गई। ---
पहले भी लग चुकी है पंडालों में आग राजधानी के पुजा पंडालों में आग लगने का सिलसिला पुराना है। पहले भी रांची के पूजा पंडाल विभिन्न कारणों से आग की चपेट में आ चुके हैं। पिछले साल ही रातू रोड के पंडाल में लगी आग से विभाग और अन्य लोगों ने शायद कोई सीख नहीं ली है। विभाग की अनदेखी, कनेक्शन की जांच और समिति का गैर जिम्मेदाराना रवैया आगे और भी ऐसे हादसों की ओर इशारा कर रहा है। संकरी गलियों में नहीं पहुंच पाती है दमकल गाड़ियां राजधानी के दर्जनों पंडाल ऐसे जगहों पर हैं, जहां पहुंचने के लिए संकरी गलियों से होकर गुजरना पड़ता है। यदि उन पंडालों में आगजनी की घटनाएं होती हैं तो दमकल की गाड़ियां मौके पर नहीं पहुंच सकती। शनिवार रात किशोरगंज के जिस पंडाल में आग लगी वह भी इसी बेहद संकरी गली में है। घटना के दौरान सड़कों की भीड़ और सड़क जाम दमकल का रास्ता रोकने को तैयार होंगी। --------इनसेट------ 20 दमकल के भरोसे हैं शहर के 200 पूजा पंडाल
राजधानी के 200 से अधिक पूजा पंडाल की सुरक्षा व्यवस्था महज 20 दमकल गाड़ियों के भरोसे है। अग्निशमन विभाग के पास वर्तमान में एक हाइड्रोलिक प्लेटफार्म दमकल, एक झाग वाला दमकल, चार छोटे फायर ब्रिगेड सहित कुल 20 दमकल हैं। ये गाड़ियां शहर के तीन हिस्सों डोरंडा, राजभवन और धुर्वा में हैं। जिस क्षेत्र पर आगजनी की घटना होती है वहां से गाड़ियां भेजी जाएंगी।
गौरतलब है कि दमकल के अलावा आगजनी की घटना से निबटने के लिए कोई ओर विकल्प नहीं है। जिन पंडालों तक दमकल की गाड़ियां नहीं पहुंच सकती हैं वहां कोई भी ऐसी व्यवस्था नहीं है जिससे आग पर काबू पाया जा सके।