सीएम रघुवर दास ने कहा-अंग्रेज के पाले हुए लोग नष्ट कर रहे हमारी संस्कृति
राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू, मुख्यमंत्री रघुवर दास तथा केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री जुएल उरांव की उपस्थिति में परंपरागत तरीके से बिरसा मुंडा संग्रहालय का शिलान्यास हुआ।
रांची, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री ने एक बार फिर ईसाई मिशनरियों पर प्रहार करते हुए कहा कि अंग्रेज के पाले हुए लोग हमारी संस्कृति को नष्ट करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने ऐसे लोगों से सावधान रहने की जरूरत बताई। वे आजादी के जंग के महानायक धरती आबा बिरसा मुंडा की यादों को संजाेने के लिए गुरुवार को बिरसा मुंडा संग्रहालय के शिलान्यास के अवसर पर बोल रहे थे।
इस मौके पर राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू, मुख्यमंत्री रघुवर दास तथा केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री जुएल उरांव की उपस्थिति में परंपरागत तरीके से बिरसा मुंडा कारागर के जीर्णोद्धार, संरक्षण एवं संग्रहालय का शिलान्यास हुआ। 27 करोड़ की लागत से बिरसा मुंडा कारागार के जीर्णोद्धार एवं संरक्षण होगा।
इस अवसर पर राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू और केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री जुएल ओराम ने भी अपनी बातें रखीं। बताया गया कि इसके अलावा यहां भव्य संग्रहालय बनेगा। जिसमें भगवान बिरसा के अलावा अन्य शहीदों की गाथा की झलकियां देखने को मिलेंगी।अंग्रेजों ने यहां की जिस काल कोठरी में बिरसा मुंडा को कैद कर रखा था उसे विशेष रूप से संरक्षित किया जाएगा।
बिरसा मुंडा संग्रहालय के शिलान्यास के बाद मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि आजादी के बाद से जिस पार्टी ने शासन किया उसने हजारों स्वतंत्रता सेनानियों को भुला दिया। महापुरुषों के साथ भी राजनीति हुई। अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में जब एनडीए की सरकार बनी तब हजारों स्वतंत्रता सेनानियों, महापुरुषों के इतिहास की खोजबीन शुरू हुई।
आज केंद्र व राज्य सरकार इतिहास के पन्नों से बाहर रह रहे गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों की गाथाओं को इस संग्रहालय में उतारने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार भगवान बिरसा मुंडा और अन्य वीर शहीदों के सपनों को पूरा करने के लिए कृत संकल्प है। बिरसा मुंडा कारागार में भगवान बिरसा की 120 फीट ऊंची प्रतिमा बनेगी जिसके लिए शहीदों के गांव से मिट्टी लाई जाएगी।
मुख्यमंत्री ने डुमरीबुरू पहाड़ी के सौंदर्यीकरण की भी घोषणा की। अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई में यहां 400 लोगों ने एक साथ अपने जीवन की कुर्बानी दी थी। मुख्यमंत्री ने देश की सीमाओं पर अपनी जान न्योछावर करने वाले जवानों की भी स्मृतियां संग्रहालय में प्रदर्शित करने की बात कही।