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झारखंड हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस अनिरुद्ध बोस ने कहा-समाज के उत्थान के लिए करें वकालत

रांची के डोरंडा स्थित वन भवन सभागार में शनिवार को 500 नए अधिवक्ताओं को सनद व लाइसेंस दिया गया।

By Alok ShahiEdited By: Published: Sat, 06 Oct 2018 12:46 PM (IST)Updated: Sat, 06 Oct 2018 08:37 PM (IST)
झारखंड हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस अनिरुद्ध बोस ने कहा-समाज के उत्थान के लिए करें वकालत
झारखंड हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस अनिरुद्ध बोस ने कहा-समाज के उत्थान के लिए करें वकालत

रांची, राज्य ब्यूरो। हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश अनिरुद्ध बोस ने कहा कि वकालत के पेशे में सिर्फ जीवन यापन के लिए नहीं, बल्कि समाज के उत्थान के लिए भी काम करें। नए वकील के लिए शुरुआती दिन बहुत टफ होते हैं, लेकिन कड़ी मेहनत से आप मुकाम हासिल कर सकते हैं। हमने आज तक एक भी ऐसा वकील नहीं देखा है, जिसने कड़ी मेहनत की हो और उसने मुकाम हासिल नहीं किया हो।

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मुख्य न्यायाधीश शनिवार को झारखंड स्टेट बार काउंसिल की ओर से आयोजित नए अधिवक्ताओं को लाइसेंस वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि युवा अधिवक्ताओं को दिया जाने वाला लाइसेंस सिर्फ लाइसेंस नहीं है, बल्कि समाज के प्रति उनके कर्तव्य का प्रतीक है। वरीय अधिवक्ताओं के साथ काम कर नए अनुभव प्राप्त करें। इस दौरान नए अधिवक्ताओं को लाइसेंस दिया गया। साथ ही दिवंगत अधिवक्ताओं के परिजनों को सवा दो करोड़ रुपये की राशि दी गई।

स्टेट बार काउंसिल के अध्यक्ष सह महाधिवक्ता अजित कुमार ने कहा कि एक युवा वकील को शुरुआत में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, लेकिन कठिन परिश्रम से लक्ष्य हासिल कर सकते हैं। इस पेशे में धैर्य, कड़ी मेहनत और अनुशासन होना बहुत जरूरी है। वकीलों के लिए जीवन बीमा, स्वास्थ्य बीमा जैसे सुविधाएं दिए जाने का प्रयास किया जा रहा है। सरकार के सहयोग से अधिवक्ता प्रोटेक्शन बिल भी जल्द पारित होने की उम्मीद है।

हाई कोर्ट जस्टिस आनंद सेन ने कहा कि नए अधिवक्ताओं को गुरु-शिष्य परंपरा निभानी होगी। सबसे पहले उनको किसी को गुरु बनाना होगा। शुरुआत में ही पैसे के पीछे नहीं भागे, स्थापित होने पर उनके पास पैसे खुद आने लगेंगे। पढ़ाई करते रहें, क्योंकि हर समय कानून में बदलाव होता रहता है।जस्टिस एचसी मिश्रा ने कहा कि नए अधिवक्ता अपने लक्ष्य को निर्धारित करते हुए अपने ज्ञान को हमेशा बढ़ाएं। शुरुआती दौर में परेशान होने की जरूरत नहीं है। अपने मुवक्किल के प्रति हमेशा ईमानदार बने रहें। अगर आप इनकम टैक्स रिर्टन दाखिल करने की श्रेणी में हो, तो ईमानदारी से इसका निर्वहन करें।

स्टेट बार काउंसिल के उपाध्यक्ष राजेश शुक्ला ने कहा कि झारखंड स्टेट बार काउंसिल ने अधिवक्ताओं के कल्याण के लिए जितना कार्य किया है, उतना कार्य किसी प्रदेश के काउंसिल ने नहीं किया है। उनका प्रयास है कि सरकार के सहयोग से अधिवक्ताओं को ज्यादा से ज्यादा लाभ दिलाया जाए। उन्होंने अधिवक्ताओं को नई पारी शुरू करने की शुभकामनाएं दी। इस दौरान हाई कोर्ट के जस्टिस डॉ. एसएन, जस्टिस बीबी मंगलमूर्ति, जस्टिस केपी देव, अपर महाधिवक्ता जय प्रकाशन, वरीय अधिवक्ता पीसी त्रिपाठी सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।


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