युवराज अपहरण मामले में चंदन सोनार का गुर्गा गिरफ्तार
रांची : योगदा सत्संग कॉलेज में इंटर की पढ़ाई करने वाले अपहृत छात्र युवराज सिंह अपहरण मामले
रांची : योगदा सत्संग कॉलेज में इंटर की पढ़ाई करने वाले अपहृत छात्र युवराज सिंह अपहरण मामले में चंदन सोनार गिरोह का गुर्गा अजीत सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसकी निशानदेही पर कुख्यात अपराधी व चंदन सोनार के शागिर्द कालू लामा की तलाश में हाजीपुर सहित अन्य इलाकों में छापेमारी कर रही है। पुलिस युवराज की बरामदगी के प्रयास में जुटी है। इधर रांची पुलिस की एक और टीम पटना के लिए रवाना हुई है। करीब 15 दिनों से एएसपी अमित रेणु के नेतृत्व में एक टीम बिहार के हाजीपुर में जमी है। हालांकि पुलिस को युवराज सिंह के संबंध में कोई सुराग हाथ नहीं लगा है। पुलिस सूत्रों के अनुसार अजीत सिंह चंदन सोनार गिरोह का सक्रिय सदस्य है।
बता दें कि युवराज ने अपहरण की साजिश खुद रची थी। इसमें उसके दोस्त दोस्त शंकर तिवारी, प्रतीक तिवारी, अर्जुन सिंह चंद्रवंशी और काशी राय की भूमिका थी। इनमें सभी को जेल भेज दिया गया था। छात्र युवराज ने दोस्त शंकर तिवारी संग मिलकर कहानी रची थी। शंकर का मौसेरा भाई चंदन सोनार के गुर्गो के संपर्क में था। इस वजह से उसकी साजिश हकीकत में बदल गई। युवराज चतरा के हंटरगंज का रहने वाला है। वर्तमान में लालपुर के नगड़ा टोली स्थित शंकर लॉज में रहता था। युवराज पढ़ाई के अलावा क्रिकेट की ट्रेनिंग कर रहा है। क्रिकेट कोचिंग के दौरान ही युवराज की दोस्ती शंकर से हुई थी। वह बीते 17 अगस्त से गायब है। कुछ दिनों की आंख मिचौनी के बाद चंदन सोनार गिरोह के गुर्गो के चंगुल में फंस गया।
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दादा के रिटायरमेंट के पैसे पर थी नजर
छात्र युवराज सिंह अपने दादा के रिटायरमेंट का पैसा निकालने के चक्कर में फंस गया। युवराज के दादा सरकारी नौकरी से सेवानिवृत्त हुए हैं। पैसा मिलने की सूचना मिली, तो मामले की जानकारी दोस्त शंकर को दी। इसके बाद युवराज दोस्त शंकर के साथ हाजीपुर पहुंचा। जहां से झूठ की रची गई अपहरण की कहानी सच बन गई है।