सत्ता की खिलाफत करने विपक्ष की शरण में पहुंचे पार्षद
रांची : आरएमएसडबल्यू प्राइवेट लिमिटेड (एस्सेल इंफ्रा) की सफाई व्यवस्था से त्रस्त पार्षद अब सत्ता के
रांची : आरएमएसडबल्यू प्राइवेट लिमिटेड (एस्सेल इंफ्रा) की सफाई व्यवस्था से त्रस्त पार्षद अब सत्ता के खिलाफत करते हुए विपक्ष की शरण में पहुंच रहे हैं। गुरुवार को 18 पार्षदों ने झारखंड विकास मोर्चा के सुप्रीमो व पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी से मुलाकात की। इससे पूर्व बुधवार को पार्षदों ने पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस नेता सुबोधकांत सहाय से भी इन मुद्दों पर चर्चा की थी।
गुरुवार को पार्षदों ने पूर्व मुख्यमंत्री को अपने अधिकारों के हनन व अपमान किए जाने को लेकर ज्ञापन भी सौंपा। पार्षदों ने लगभग डेढ़ घंटे तक बाबूलाल मरांडी को सरकार की गलत नीतियों की जानकारी दी। बताया कि शहर की सफाई व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। नगर निगम बोर्ड की बैठक में निर्णय लिए जाने के बाद भी आरएमएसडब्ल्यू प्राइवेट लिमिटेड को कार्यमुक्त नहीं किया गया। कंपनी को हटाने की बजाय उसे कार्य विस्तार देकर पांच करोड़ की राशि का भुगतान किया जा रहा है और ठीकरा पार्षदों पर फोड़ा जा रहा है।
पार्षदों ने उन्हें यह भी बताया कि वार्ड समिति बनाए जाने से उन्हें कोई ऐतराज नहीं है। परंतु यदि वार्ड पार्षदों के कार्य पर सरकार को ऐतराज है या अनुशंसा पर मनमानी करने का आरोप है तो राज्य सरकार यह बताएं कि पार्षदों को सरकार की ओर से क्या-क्या अधिकार दिए गए हैं और पार्षदों का क्या-क्या काम है। क्योंकि जिस प्रकार विधायक सांसदों को चुनकर संसद में भेजते है, उसी प्रकार पार्षदों को आम जनता ने चुनकर नगर निगम में भेजा है।
मौके पर पार्षद अर्जुन यादव, विनोद सिंह, झरी लिंडा, मो. एहतेशाम, सुचिता रानी राय, जेरमिन कुजूर, अर्जुन राम, आनंद मूर्ति, शशि सिंह, सविता कुजूर, उर्मिला यादव, पूनम देवी, सोनी परवीन, नसीम गद्दी, पुष्पा तिर्की, जमीला खातून, विजय लक्ष्मी, प्रीति रंजन, नाजिमा रजा, सबाना खान, बसंती लकड़ा, फिरोज आलम, साजदा खातून समेत झाविमो रांची ग्रामीण जिला अध्यक्ष प्रभु दयाल बड़ाईक व महानगर अध्यक्ष सुनील गुप्ता उपस्थित थे।
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पार्षदों को जनता के बीच दोषी ठहराना चाहती है सरकार : बाबूलाल
पार्षदों को आश्वस्त करते हुए झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सरकार अपनी कमियों व खामियों को छिपाने के लिए पार्षदों को जनता के बीच दोषी ठहराना चाहती है। क्योंकि जनता सरकार के कार्यो से संतुष्ट नहीं है और 2019 में चुनाव होना है। ऐसे में सरकार अपने को पाक-साफ दिखाना चाहती है। यदि रांची नगर निगम के पार्षद बोर्ड की बैठक में यह निर्णय ले चुके हैं कि संबंधित कंपनी शहर की सफाई ठीक से नहीं कर रही तो उसे हटाया जाए। यह समझ से परे है कि उस कंपनी को सरकार व नगर विकास मंत्री क्यों नहीं हटा रहे हैं। कहा, चुने गए जनप्रतिनिधियों को अपमानित करना ठीक नहीं है। पार्षदों की मांग जनहित में जायज है। झाविमो पार्षदों के साथ है। ------- बॉक्स ---------
युवा कांग्रेस ने नगर विकास मंत्री, मेयर व डिप्टी मेयर का पुतला फूंका
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जागरण संवाददाता, रांची : 53 वार्डो की सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी निजी एजेंसी को देने के विरोध में युवा कांग्रेस कमिटी ने गुरुवार को नगर निगम कार्यालय के सामने नगर विकास मंत्री सीपी सिंह, मेयर आशा लकड़ा व डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय का पुतला फूंका। कांग्रेस युवा मोर्चा के नेता राजीव नारायण प्रसाद ने कहा कि शहर की सफाई व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। निगम बोर्ड की बैठक में आरएमएसडबल्यू प्राइवेट लिमिटेड (एस्सेल इंफ्रा) को हटाने का निर्णय लिया गया था। मेयर व डिप्टी मेयर ने कंपनी की कार्यशैली के प्रति असंतोष जाहिर किया था। फिर भी अब तक कंपनी को हटाया नहीं गया। पूरे शहर की सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी निजी एजेंसी के हाथों में सौंपा जा रहा है। अब तक 33 वार्डो में निजी कंपनी नियमित रूप से कूड़े का उठाव करने में भी सक्षम नहीं है। जहां-तहां कूड़े के ढेर पड़े हैं।