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लंबे इंतजार के बाद खोली गई पहाड़ी मंदिर की दानपेटियां

पाहाड़ी मंदिर में भक्तों को दान किए गए अच्छी खासी रकम बार्बाद हो गई। लगभग चार महीने बाद जब दान पेटियां खोली गई तो ज्यादातर नोट गल चुके थे।

By JagranEdited By: Published: Wed, 26 Sep 2018 07:34 AM (IST)Updated: Wed, 26 Sep 2018 07:34 AM (IST)
लंबे इंतजार के बाद खोली गई पहाड़ी मंदिर की दानपेटियां
लंबे इंतजार के बाद खोली गई पहाड़ी मंदिर की दानपेटियां

जागरण संवाददाता, रांची : तीन महीने से अधिक समय के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार पहाड़ी मंदिर में नोटों से भर चुके दानपेटियों को खोला गया। इस दौरान दानपेटियों से करीब 4 लाख 50 हजार रूपये राशी के नोट व सिक्के निकाले गए। मौके पर मौजूद कार्यपालक दंडाधिकारी ऐनी कुजूर के मुताबिक दानपेटियों से नोटों में 10 प्रतिशत नोट किसी काम के नहीं। दैनिक जागरण द्वारा 21 सितंबर को पहाड़ी मंदिर की दानपेटियों में सड़ रहे नोटों व पुजारी को वेतन ना मिलने की खबर को प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया था। जिसके बाद उपायुक्त ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए। कांके सीआई चंचल किशोर प्रसाद, अरगोड़ा सीआई कमलकांत वर्मा, हेहल सीआई दिलीप कुमार गुप्ता, मांडर सीआई रमेश कुमार रविदास और ओरमांझी सीआई रंजीत कुमार को लेकर एक पांच सदस्यीय टीम गठित की। और इसका प्रभार कार्यापालक दंडाधिकारी ऐनी कुजूर को सौंपा। और पैसों की गिनती के आदेश दिए। उपायुक्त के आदेश के बाद मंगलवार को जब ऐनी कुजूर के प्रभार वाली टीम ने दानपेटियां खुलवाई तो नोटों की हालत देख हर कोई दंग रह गया। भक्तों द्वारा श्रद्धा से ड़ाले गए नोटों की हालत ऐसी थी। कि दानपेटियों से निकाले गए नोटों में से सड़े-गले नोटों व अच्छे नोटों को अलग करना बड़ी चुनौती बन गई।

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क्यों हुई ऐसी स्थिति

दरअसल तत्कालीन एसडीओ अंजलि यादव ने मंदिर की दानपेटियों को सील कराया था। जिसके बाद उनकी अनुमति के बिना दानपेटियों को खोला नहीं जा सकता था। ऐसे में जहां पहले 20 से 25 दिन में मंदिर समिति के सदस्यों द्वारा दानपेटियां खोली जाती थीं। वहीं इसके बाद पेटियां खुली हीं नहीं। इसके कारण पेटियां पूरी तरह से भर गयीं। और नोटों की ऐसी हालत हो गई। अच्छे नोटों को अलग करना रहा सबसे बड़ी चुनौती

मंगलवार को जब मंदिर की दानपेटियां खोली गई। तो मंदिर समिति व सेवादारों के सामने सबसे बड़ी चुनौती सड़े-गले नोटों से अच्छे को अलग करना रहा। जिसमें वे काफी परेशान दिखे। वहीं इस दौरान मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए आ रहे भक्तों से भी अच्छे नोटों को अलग करने के लिए सहयोग लिया गया। साथ ही इस दौरान सिक्कें भी परेशानी का सबब रहीं। आवश्यक रूप से इसे जोड़ लें तीन बैंकों में है पहाड़ी मंदिर का अकाउंट

पहाड़ी मंदिर का कुल तीन बैंकों में अकाउंट है। इसमें सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया अपर बाजार, बैंक ऑफ इंडिया मेन रोड व एसबीआई किशोरगंज शाखा शामिल है।

कल भी जारी रहेगी पैसों की गिनती

कार्यपालक दंडाधिकारी ऐनी कुजूर ने बताया कि बाकि सभी दानपेटियों को भी खंगाला जाएगा। व पैसों की पूरी गिनती की जाएगी। जो भी समय लगे। -----------

आज की गिनती के बाद बैंकों में जमा की जाएगी राशि

उन्होंने बताया कि बुधवार की गिनती के बाद रूपये बैंक में जमा कराए जाएंगे। वहीं सोमवार को 4 लाख 49 हजार रूपये के राशि की गिनती हुई।

23 में से सिर्फ 4 पेटियां ही खुलीं मंगलवार को पहाड़ी मंदिर की सिर्फ चार दान पेटियां ही खोली। बाकि की दानपेटियां बुधवार को खोली जाएंगी। --------- कोट -------------- पहले 20 से 25 दिन में रविवार को दानपेटियां खोली जाती थी। लेकिन पिछले तीन महीने से दानपेटियां सील होने के कारण नोटों की गिनती नहीं

हुई थी। जिससे नोटों की यह हालत हुई है।

शेरू, सेवादार पहाड़ी मंदिर


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